"आरजू-- मस्सर बफा की राहों में,
जब हम निकले।
लाइक शेयर और सबसकाईब करे दोस्तो ताकि हमारी गजल आप तक पहुँचती रहे
19--09--2022 शायर संतोष उइके की शायरी गाँव बी जमानी
#MaatraBhaasha
Shayar Santosh Uikey
पोयट्री--थकी थकी निगाह थी।
18--09--2022
संतोष उइके की शायरी गाँव बी जमानी
#NaseebApna#कविता