Nojoto: Largest Storytelling Platform
nojotouser8928349999
  • 161Stories
  • 19.2KFollowers
  • 2.2KLove
    82.2KViews

tripti agnihotri

Vice principal

  • Popular
  • Latest
  • Video
d48ec60ed842b27262c628c32bbe96e4

tripti agnihotri

White तृप्ति की कलम से
दोहा छंद 17

जुड़ा भाव का कारवाॅं, लिया शब्द ने रूप।
शब्द - शब्द मुखरित हुआ,ज्यों सरदी की धूप।।

स्वरचित मौलिक
तृप्ति अग्निहोत्री 
लखीमपुर खीरी
उत्तर प्रदेश

©tripti agnihotri दोहा छंद

दोहा छंद #विचार

d48ec60ed842b27262c628c32bbe96e4

tripti agnihotri

White तृप्ति की कलम से

मंजिल की चिंता तुम छोड़ो।
राहों को तुम अपनी जोड़ो।
कॉंटों से मत घबराना तुम
पथ का हर बंधन तुम तोड़ो।
स्वरचित
तृप्ति अग्निहोत्री
लखीमपुर खीरी

©tripti agnihotri
  #love_shayari
d48ec60ed842b27262c628c32bbe96e4

tripti agnihotri

दोहा

दोहा #वीडियो

d48ec60ed842b27262c628c32bbe96e4

tripti agnihotri

White 
शब्द सीढ़ी-घर /गरीबी/अमीरी/संसार/ईश्वर
#तृप्ति की #कलम से
********************************************
चलो साथी
ख्वाब में
एक #घर बनाएं
  प्यार की ईंटे लगाएं
     झूमते-गाते हुए हम करके
       मेहनत इस #गरीबी को मिटाएं
         प्यार के रंगों से हम
      अपनी #अमीरी को बढ़ाएं
     ख्वाब के #संसार में बस 
         तुम रहो और मैं रहूं
         #ईश्वर करे ये ख्वाब मेरा
            सत्य में बदले कभी
              "तृप्ति" पुलकित हो
                  छटा ये प्रेम की
                    बरसे कभी।।
 ********************************************
स्वरचित 
तृप्ति अग्निहोत्री
 लखीमपुर खीरी
  उत्तरप्रदेश

©tripti agnihotri
  #love_shayari
d48ec60ed842b27262c628c32bbe96e4

tripti agnihotri

White अपनी भाषा का करो, मन से तुम सम्मान।
हिंदी, हिंदुस्तान की ,सबकी मात समान।

जग में हिंदुस्तान की, अलग रही पहचान।
राम ,कृष्ण जन्मे यहाँ , बढ़ी हमारी शान।
स्वरचित
तृप्ति अग्निहोत्री

©tripti agnihotri
  #hindi_diwas
d48ec60ed842b27262c628c32bbe96e4

tripti agnihotri

White तृप्ति की कलम 
***************************
सत्य भले कड़वा लगे, है अमृत की खान।
कड़वी औषधि से बची, कितनों की ही जान।

काम, क्रोध औ मोह ही, करते जीवन नाश।
जीवन मे गर 'तृप्ति' हो, छाए नया प्रकाश।।
*****************************
हिन्दी भाषा बोलती,दे दो हमको मान।
अपने घर मे मत करो,यूँ मेरा अपमान।।
********************************
स्वरचित
तृप्ति अग्निहोत्री
लखीमपुर खीरी

©tripti agnihotri #hindi_diwas
d48ec60ed842b27262c628c32bbe96e4

tripti agnihotri

White तृप्ति की कलम से
 मुक्तक
विषय-गाँव और शहर
**************************************
गाँव को छोड़ शहर आया सुख की तलाश में।
शहर में निजी घर बसाया सुख की तलाश में।
रह गयी बस सुबह-शाम भागम-भाग जिंदगी-
शान्ति,अपनापन गवाया सुख की तलाश में।
*************************************
रह गयी अब बस सुखद यादें मेरे गांव की
खो गयी ठंडी हवा उन पेड़ों की छांव की।
शहर आकर क्या-क्या खोया हमने अब जाना-
जब घिसी चप्पलों को देखा अपने पांव की।
***************************************
स्वरचित
तृप्ति अग्निहोत्री
लखीमपुर खीरी(उ०प्र०)

©tripti agnihotri
d48ec60ed842b27262c628c32bbe96e4

tripti agnihotri

White तृप्ति की कलम से
******************************
बच्चे होते मन के सच्चे
लालच-द्वेष कभी न करते
हम भी इनके गुण अपनाएं
जग की आखों के तारें बन जाये।
*********************************
 बच्चों की बातें अलग
  अलग हैं इनके खेल
पल-भर में रूठे सभी
पल-भर में हो मेल।
*******************************
काश गुणों की खान ये
हमने भी आ जाये
वैर-भाव सब भूलकर
हम सब बच्चे बन जाये।
*********************************
स्वरचित
तृप्ति अग्निहोत्री
लखीमपुर खीरी
उत्तरप्रदेश

©tripti agnihotri
d48ec60ed842b27262c628c32bbe96e4

tripti agnihotri

d48ec60ed842b27262c628c32bbe96e4

tripti agnihotri

स्वरचित गीत

स्वरचित गीत #वीडियो

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile