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dilipkhananpadh7992
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dilip khan anpadh

regional trainer at vaya finserve pvt ltd.

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dilip khan anpadh

 #मेरे स्वामी

#Dussehra2020
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dilip khan anpadh

 # खोने दो ना
#Dussehra2020

# खोने दो ना #Dussehra2020 #कविता #nojotophoto

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dilip khan anpadh

जिंदगी लंबी है,पर मेरा एपिसोड कम है
....निभा जाऊंगा,हर किरदार को यादगार
बाबा मृदंगी

©dilip khan anpadh #बात 

#allalone
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dilip khan anpadh

 #भेड़ जनता

#Stoprape
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dilip khan anpadh

 #जिंदगी 

#HBDShastriJi
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dilip khan anpadh

अन्तःमन दर्शन
***********
जब भी सर उठा
बांहे फैला
आंखे बंद कर
नीले आसमां को
देखता हूँ,अंतर्मन से
दिख जाती है मुझे
कराहती कुछ सांसें,
भूख से बिलखते बच्चे
हड्डियों के ढांचे में
खेत मे हल चलाता
एक किसान
या फिर दिखने लगता है
एक बृद्ध जोड़ी
दरवाजे की ओर
आस भरी नजरों से देखते
शायद उसके जिगर का टुकड़ा
आएगा,हाल-चाल पूछने
दर्द उन सबका
जो बिना कारण
सताए जा रहे,
या इंसानियत की
हत्या करते
कुछ लोग
और अपनी छाती
ढंकती,एक युवती।
आगे और दिख जाता है
कामनाओं के दलदल में
 बजबजाते लोग
जिन्हें परवाह नही
औरों की
परवाह नही
धरती की
परवाह नही
रिश्तों की,
आंखे भींच कसकर
बंद कर लेता हूँ
क्योंकि सब कहते है
ईश्वर आसमां में रहता है
और ये भेद मैं
खोलना नही चाहता
कि जो मुझे दिख रहा
वो तुम्हे क्यों नही दिख रहा?

दिलीप कुमार खाँ"अनपढ़" #अन्तःमन दर्शन

#alonesoul
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dilip khan anpadh

नित नवीन बन आऊंगा
******************
गर मैं आऊं नित नवीन बन
तुम मुझको सुलझा देना
थोड़ी खट्टी,थोड़ी मीठी
दिल अपना बहला लेना।

जब सूरज की लाली होऊं
बिंदिया बना सजा लेना
जब तप जाऊं भरी दोपहरी
आँचल की छांव ओढ़ा देना।

जब थक कर संध्या हो जाऊं
देख देख मुस्का देना
जब ढलकर में शीश झुका लूँ
चादर समझ बिछा लेना।

कभी चाँद बन मैं दिख जाऊं
प्रीत का गीत सुना देना
कभी अमावस में खो जाऊं
एक दीप कंही जला देना

जब बन जाऊं,मैं घन बदरा
हरित वसन बहला लेना
गर बन जाऊं ओस बून्द तो
गालों को सहला लेना।

मैं बन जाऊं हिम तुंग तो
सांसों से सहला देना
पिघलूँ मैं झरना बन बनकर
अंग अंग नहला लेना।

मैं बन जाऊं,मरु-मरीचिका
राह मुझे दिखला देना
हाथ थामना सागर तट तक
मेरा रूप-रंग सहला देना।

गर बन जाऊं,ग्रीष्म पवन तो
स्वेद बून्द दिखला देना
बनकर आऊं मस्त बसंत जो
हर्षित हो बतला देना

बनकर आऊं मैं पतझर जो
संग मेरा निभा देना
ठूंठ-ठूंठ और हर डाली पे
फिर से फूल खिला देना

दिलीप कुमार खाँ"अनपढ़" #मैं आऊंगा नित नवीन बन

#alonesoul

#मैं आऊंगा नित नवीन बन #alonesoul #कविता

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dilip khan anpadh

प्रीत निभाने आऊँगा
**************
जब उन्नत जीवन पथ होगा
नूतन गीत सुनाऊंगा
जब पथरीले पथ ना होंगे
तुमसे मिलने आऊंगा।

अभी राह आसान नही है
मंजिल भी है दूर बड़ा
जब पग थकने को आएगा
मीत तुम्हे ही बुलाऊंगा।

चलना है मीलों अभी मुझको
 कैसे साथ निभाउंगा?
जब छू लूंगा चाँद कभी तो
तारे तोड़ के लाऊंगा।

चंदा की बिंदिया बनवाकर
तेरे भाल सजा दूंगा
उन तारों की घनी चुनिरिया
तुमको भेंट चढ़ाऊंगा।

अभी धुंध है सघन सावंरिया
कैसे नैन मिलाऊंगा
छटने दो दुख की बदरी को
देख देख मुस्काउँगा

कब तक सांसे छोभ सहेगी
धड़कन तुम्हे सुना दूंगा
हो विकराल,विजय हर संभव
प्रीत निभाने आऊंगा।
...हाँ प्रीत निभाने आऊंगा

दिलीप कुमार "खाँ" #प्रीत निभाने आऊंगा

#lightindark

#प्रीत निभाने आऊंगा #lightindark #कविता

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dilip khan anpadh

#मैं जो आऊं नित नवीन बन

#rain

#मैं जो आऊं नित नवीन बन #rain #संगीत

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dilip khan anpadh

हम ऐसे बेवड़े हैं जो गलत को गलत और सही को सही सामने बोल जाते है
....जूता तो बाप का भी सर पे नही उठाएं
बाबा मृदंगी #बातें 

#NationalChaiDay
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