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farookhmohammad1839
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Farookh Mohammad

A Learner, poetry lover.

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Farookh Mohammad

koi bole kal se daru pakka band.

©Farookh Mohammad #FMtalks 

#GovindaMeme
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Farookh Mohammad

अब हर बात को कहने से डरते हैं,जीना छूट गया कहीं बहुत पीछे अब तो बस मरते हैं।

©Farookh Mohammad #FMtalks
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Farookh Mohammad

जब तुमपे मरना शुरू किया ।
सपने सजाने लगे जब दोनों,
तुमने हिसाब लगाना शुरू किया,
फायदा नुकसान देखकर फिर तुमने।
अपना रास्ता अलग किया।
अब मैं अकेला अपने सफर में हूँ।

©Farookh Mohammad
  #FMtalks #safar
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Farookh Mohammad

  पागलों के घर
जिस रास्ते से होकर मैं रोज गुजरता हूं ,
कुछ दिन पहले एक विक्षिप्त पागल व्यक्ति को हाथ में कुछ लकड़ियां और पॉलिथीन वगैरह पकड़े देखा ।
हर दिन वह मुझे रास्ते में दिखाई देता और उसके हाथ में वही सब सामान होता ,एक दिन मैंने देखा उस व्यक्ति ने नेशनल हाईवे से लगकर एक बड़े से बरगद के पेड़ के नीचे उन्हीं सब सामानों से अपने लिए एक छोटा सा घर बना लिया था हालांकि हम लोगों की नजर में उसे बस एक कचरों का ढेर ही कहा जा सकता है,रोज आते जाते उसकी दिनचर्या पर अनायास ही मेरी नजर चली जाती।
कुछ दिनों के बाद उसी रास्ते पर एक महिला जिसने कपड़ों के नाम पर कुछ चिथड़े ही पहने थे और उसे देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता था कि वह भी मानसिक रुप से अस्वस्थ है दिखाई दी उसके हाथ में भी कुछ लकड़ियां पॉलिथीन आदि  कचरा ही था ।
कुछ दिनों तक वह भी रोज  ही दिखाई देने लगी रास्ते पर उसी तरह, अचानक कुछ दिनों के बाद मैंने देखा उसी पेड़ के नीचे अब दो घर बने हुए थे, बिल्कुल एक दूसरे से 
लग कर मुझे बहुत हैरत हुई कि जिन लोगों को  हम  पागल समझते हैं उन लोगों को भी इतनी समझ तो है के हमें अपने जैसे लोगों के साथ ही रहना चाहिए इसीलिए इंसानी बस्तियों से दूर उन दो पागलों ने अपने लिए दो छोटे-छोटे घर बना ले लिए थे।
                                      (फारूख मोहम्मद )
                                     मो. 8770984134

©Farookh Mohammad #पागलोंकेघर #fmtalks
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Farookh Mohammad

ज़िंदगी से फिर भी गिला नही है मुझको,
जिसे भी चाहा वो मिला नही है मुझको
पतझड़ में जैसे पत्ते टूट जाते हैं शाखों से,
चला गया वो यकीं अब भी नही है मुझको

©Farookh Mohammad #FMtalks 

#AloneInCity
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Farookh Mohammad

#OctoberCreator #FMtalks #FarookhMohammad 

#Hope
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Farookh Mohammad

प्यार क्या है?
प्यार क्या है? तुमने पूछा मुझसे,
प्यार क्या है ?तुम्हें कैसे बताऊं,
बड़े-बड़े आशिक़ नहीं समझा सके इसको,
फिर किस तरह मैं ये तुम्हें समझाऊं,
तुम्हारी आवाज से मेरे दिन की शुरुआत प्यार है,
तुम्हें पलभर देख पाने की बेकरारी प्यार है,
घंटो तुमसे फोन पर इधर-उधर की बातें,
फिर भी जी न भरना प्यार है।
तुम्हारा गुस्सा होना मेरा सॉरी बोलना,तुम्हारा मान जाना। 
कभी मेरा रूठना कभी तुम्हारा चहकना,
कभी छोटी सी बात पर आंसू बहाना ,
मेरे कंधे पर सर रखकर सो जाना।
ये सारे रंग हैं प्यार के ,वफा के ,एतबार के ।
मेरी सांसो में तुम बसे हो मगर,
फिर भी तुमको मैं पा सकूँगा खुद से ये सवाल क्या है?
खुद से ज्यादा भरोसा तुम पर ,
समर्पण ही तो प्यार है ,
तेरे मेरे बीच की हर बात प्यार है।
तेरे मेरे बीच की हर बात प्यार है।

©Farookh Mohammad #fmtalks.#farookh
#IntimateLove
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Farookh Mohammad

कबीरा इस संसार में भाँति भाँति के लोग,
सबसे हंस मिल बोलिये नदी नाव संजोग।


माला फेरत जुग गया गया न मनका फेर,
कर का मनका डार दे मन का मनका फेर।

पोथी पढ़ी पढ़ी जग मुआ पंडित भया न कोय,
ढाई आखर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय।

©Farookh Mohammad #कबीर #FMtalks
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Farookh Mohammad

               फारूख तुम मर सकते थे ?
हाँ बिल्कुल मैं कोरोना से मर सकता था जैसे लाखों मरे,
मर तो मैं तब भी सकता था जब मैं 9साल का था और तालाब में डूब रहा था और मेरी मामी ने मुझे बचा लिया था,
मर तो मैं उस दिन भी सकता था जब ट्रेन बिल्कुल हमारे पीछे थी ,और हमें पता भी नही था लोग चिल्लाते हुए दौड़े थे तब हमारी ओर।
मर तो मैं तब भी सकता था जब मेरे हाथों की हड्डियाँ टूट गई थी ,और डॉक्टर ने मुझे बेहोशी का इंजेक्शन देकर मेरे हाथों में स्टील की 2 प्लेटें और 7 स्क्रू कसकर लगा दिए थे।
मर तो मैं तब भी सकता था जब मुझे टी.बी. हुआ था और मेरे फेफड़ों में पानी जमा हो गया था जिसे डॉक्टर ने मेरी आंखों के सामने ही निकाला था।
मर तो मैं अभी 2 महीने पहले भी सकता जब मेरी तेज बाईक के आगे अचानक कुत्ता आ गया और तुरन्त मर गया,
उस कुत्ते के साथ सड़क पर उस दिन मैं भी मर सकता था।
और भी कई ऐसे मौके आये हैं ज़िंदगी मे मेरी के मैं मर सकता था मगर मरा नही जिंदा हूँ,क्योंकि उसकी मर्जी है।
मर तो हर कोई सकता है कभी भी कहीं भी किसी भी वक़्त,
मर तुम भी सकते हो कल का तुम्हे क्या पता ?
तो इस मुग़ालते में मत रहो कि तुमने किसी की जान बचा ली या तुम बचा सकते हो ?
जान देना और जान लेना उस ख़ुदा के हाथ हैं,
तू इंसान है और  तेरी औकात ही क्या है?
कब कौन कहाँ कैसे मरेगा ये वो ही तय करता है,
उसकी मर्जी के बिना क्या कोई पत्ता भी हिलता है।
जा खुश रह और दूसरों को भी खुश रहने दे,
तुझसे ये ही हो जाये तो ईबादत हो जाए,
और मसला ही नही दुनिया में कोई और ,
गर इंसान को इंसान से मोहब्बत हो जाये।
दुवाएँ काम आती है अक्सर जब दवा बेअसर हो,
जा तुझको भी दुआ लगे किसी की और तू भी बा सबर हो। 

                                                (फारूख मोहम्मद)

©Farookh Mohammad #life#dua#farookh

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Farookh Mohammad

एक महीन सा धागा है जो तेरी सांसों से जुड़ा है।
तू हिम्मत रख वो बहुत बड़ा है।
मायूस क्यों होता है क्यों फिक्र बेवजह करता है,
उसकी दी हुई है ज़िंदगी बेशक मगर तेरे अपनों की दुआ का असर भी तो  होता है।
हिम्मत रख छोड़ मायूसी चल खड़ा हो जा
अभी वक़्त आया नही है जाने का,
अभी तो बहुत कुछ करवाना चाहता है वो तुझसे।

©Farookh Mohammad #corona#life#farookh #dua

#JumuatulWidaa
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