चाँद की रोशनी से सिंचे हुए
अोश के फूल भी चुन लेता हूँ
तुम निगाहों से बोल देती हो
मैं दिल से सुन भी लेता हूँ ॥💘
-आशु
#WednesdayWisdom#Love#chaand#Chand
Ashutosh Kashyap
सीने को चिरती हुई यह ठंड
भूख की अग्नी में सुलगता हुआ पेट
कानो से गुजरती हार्न की धव्नी
पर फिर भी आगे बढने की चाह वो रखती है
उसे कोई तो बताअो ख्वाब गरीबों के लिए नही होती
उफ्फ वह नादान चिङीयाँ अक्सर मंहगे ख्वाब देखती है॥
गुब्बारो को देख,फिर रूक जाती है अपने अरमानो को समेट मेलो में नाच दिखाती है #Poetry#Education#poverty