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akshatvishwakarm8967
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Akshat Vishwakarma

मैं यह जानने के लिए लिखता हूँ कि मैं सोचता क्या हूँ ।

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Akshat Vishwakarma

White हंसता हुआ मेरा वो लम्हा नम हो गया,
आज कल मेरा लोगों से मिलना कम हो गया....

©Akshat Vishwakarma
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Akshat Vishwakarma

White ए ज़िन्दगी में तेरी तलाश पर एक बार फिर निकलूंगा,
बस तू दुआ करना कि इस बार किसी से इश्क़ न हो ।।

©Akshat Vishwakarma #zindagi_ki_talash
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Akshat Vishwakarma

White वो मुझे चिराग देने कि बात कह रहे हैँ,
उनको बताओ कि मैं पागल, 
अभी अभी चाँद ठुकरा के आया हूँ.

©Akshat Vishwakarma
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Akshat Vishwakarma

मेरे होने का भरम तुमको रहेगा बस इतना ।
कि सिगरेट जल रही थी और दुआं उड़ रहा था ।।

©Akshat Vishwakarma
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Akshat Vishwakarma

White हमारी इस खामोशी में कितना दम है
ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा!!!

©Akshat Vishwakarma
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Akshat Vishwakarma

White मेरे किरदार में बस इतनी ही खराबी है,
न मिलावट है और न ही बनावट है........

©Akshat Vishwakarma
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Akshat Vishwakarma

मेरी तकदीर में एक भी गम न होता
अगर तकदीर लिखने का हक मेरी माँ का होता ......

©Akshat Vishwakarma #माँ 

माँ  #Quotes

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Akshat Vishwakarma

एक नया उजाला जीवन मैं करने चला हूँ,
दिल की कलम से जीवन को रचने चला हूँ,
ज़िन्दगी तुझमें कुछ नए रंग फिर भरने चला हूँ,
भटक गया था में अंधेरे मैं फिर नया उजाला करने चला हूँ....

©Akshat Vishwakarma
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Akshat Vishwakarma

करुणा ममता से,सदा निरखती अपने भक्तों को। 
अस्त्र शस्त्र धारित,सदा तत्पर दुष्टों के दलन को । 
सृष्टि में अवतरित हुई है,जगदंबा भवानी, 
भक्तों का उद्धार दुष्टों का संहार सदा करने को।।

©Akshat Vishwakarma #navratri
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Akshat Vishwakarma

नफरत का असर देखिये,
जानवरों का वातवरा हो गया,
गाय हिन्दू हो गयी बकरा मुस्लमान,
मंदिरों मैं हिन्दू देखे मंज़िदो मैं मुस्लमान,
शामको जब मैं महखाने गया तब देखे इंसान....

©Akshat Vishwakarma
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