तुम नहीं अब रातो में याद तेरी आती है।
कहती नही कुछ बस हमको रुलाती है।
देख कर हालात मेरी ये मुझपर मुस्काती है।
करके यही नाटक पल भर में फिर कही खो जाती है।
तुम नहीं अब रातो में याद तेरी आती है।
कहती नही कुछ बस हमको रुलाती है।
देख कर हालात मेरी ये मुझपर मुस्काती है।
करके यही नाटक पल भर में फिर कही खो जाती है।