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purnima7687
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Purnima vighnajeet

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Purnima vighnajeet

White कुछ लोग गधे पर सवार होने लायक नहीं होतें
और हम उन्हें सर पर बिठा लेते हैं....

©Purnima vighnajeet
  #sad_shayari
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Purnima vighnajeet

White  तेरे होने या न होने कि कशमकश में
तेरा न होना ही सुकून का एहसास है....

©Purnima vighnajeet
  #sunset_time
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Purnima vighnajeet

White  भावनाओं से खेलने में बहुत माहिर होते हैं कुछ लोग...
जिंदगी का एक ये सबक भी सिखाते हैं ऐसे लोग...

©Purnima vighnajeet
  #car
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Purnima vighnajeet

White कांड खुद करो और नाम किसी और का लगाओ....
कुछ गिरे हुए लोग ऐसा हीं करते हैं....

©Purnima vighnajeet
  #Animals
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Purnima vighnajeet

White  गिरी तो पता चला! कि....
धक्का देने वाले अपने ही थें....
उठने लगे तो हज़ारों हाथ मिलें....
मगर अफसोस! 
सबके नज़रों में मतलब था....

©Purnima vighnajeet
  #bike_wale
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Purnima vighnajeet

White  कर्मों का फल लौट कर ज़रुर आता है....
बस यही सोच कर होंठों पर मुस्कान रहता है....

©Purnima vighnajeet
  #mango_tree
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Purnima vighnajeet

White Happy Budha poornima

©Purnima vighnajeet
  #Buddha_purnima
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Purnima vighnajeet

White  खुद से पहले दूसरों को रखोगे तो तकलीफ हीं मिलेगी....
क्योंकि दूसरों कि पसंद, ज़रूरत और वक्त के हिसाब से बदलती रहती है....
तो पहले खुद से प्यार करो सहारे कि जरूरत हीं नहीं पड़ेगी 🙂.....

©Purnima vighnajeet
  #sad_shayari
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Purnima vighnajeet

White  यारी में वफादारी कि उम्मीद अब रही नहीं....
मतलब और हैसियत से रिश्ते जुड़ने लगे हैं....

©Purnima vighnajeet
  #sad_shayari
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Purnima vighnajeet

White ख्वाबों कि रौशनी में... 
हम खोये थें कई दिनों से....
चंचल मन में हलचल मची थी....
ख्वाबों कि चकाचौंध में मैं गुम थी....
आंखें खुली तो ख्याल आया....
हक़ीक़त से जब नज़र मिलाया....
खाली हथेली और आंखों में पानी पाया....
ख्वाबों में जो महफ़िल सजी थी....
हक़ीक़त में सुनापन साथ खड़ी थी....
ख्वाबों कि रौशनी में नहा कर निकली थी....
आंखें खुली तो दर्द कि मूसलाधार लगी थी....
ढूंढने चलें थें खुशियों का दामन.....
कांटों से आंचल फटे पड़ें थे.....
हंस रही थी हाथों की लकीरें भी....
ख़ून से लथपथ अरमानों को देख कर....

©Purnima vighnajeet
  #Sad_shayri
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