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ravikeshkumarsin8914
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Ravikesh Kumar Singh

Director, Writer, Music Composer, Actor Taekwondo Black Belt 1st Dan International Medalist Instructor / Incharge New Adarsh Taekwondo

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Ravikesh Kumar Singh

#मां #शारदा #सिन्हा# #को #भावपूर्ण# #श्रद्धांजलि#

मां शारदा सिन्हा# को भावपूर्ण# श्रद्धांजलि#

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Ravikesh Kumar Singh

कहांवा गैलू नानी माई, दा ना हमके तूं बताई !
कैसे ताहरा बिना नानी, जिनगी हम के जियल जाई !!
रविकेश रोबेला नानी, रोबेला अनमोल भाई !
शुभम् - सत्यम, रोई रोई नानी गईले पगलाई !!
रोई रोई कहे अलका, आरती, 
वर्षा  दादी से द मिलवाई !!
ताहर जुदाई ना, मामा से सहल जाई !
रोबेला मामी, माई, मौसी
आऊरु पिंटू , अमन भाई !!
कहांवा गैलू नानी माई, दा ना हमके तूं बताई !
ताहर याद में लिखेला गीत रविकेश कलम से आंसू बरसाई !!

©Ravikesh Kumar Singh
  #sunrisesunset
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Ravikesh Kumar Singh

आर. मित्रा विद्यालय

आर. मित्रा विद्यालय #कविता

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Ravikesh Kumar Singh

जमीन को गंदा कर इंसान चांद पर जा रहे हैं !
कूड़े कचरे का ढेर ना जाने लोग क्यों फैला रहे हैं !!
क्या जमीन को गंदा कर सुकून ना मिला 
शायद इसीलिए कहीं, चांद पर तो ना जा रहे हैं !
इंसान अब्भी समझ जा मत फैला कूड़े  कचरे का ढेर 
जमीन पर ठीक से चलना सीखे नहीं और चांद पर जा रहे हैं !!
आज जो हम चांद पर जा रहे हैं, कोई कहता मोदी ले जा रहे हैं 
कोई कहता नेहरू के कारण जा रहे हैं !
समझ नहीं आता हम कहां थे, और कहां जा रहे हैं !!
क्या सच में हम चांद पर जा रहे हैं !
कूड़े कचरे का अम्बार देख लगता है, खुद के ही खुदे कब्र में दफन हुए जा रहे हैं !!

©Ravikesh Kumar Singh
  #जमीन #को #गंदा #कर #इंसान #चांद #पर #जा #रहे #हैं
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Ravikesh Kumar Singh

यह कलम नहीं तलवार है !
शिष्य का गुरु के प्रति प्यार है !!
कल था मेरा जन्मदिन यह उसी का उपहार है !
यह कलम नहीं तलवार है !!
अन्याय पर न्याय करने का हथियार है !
न्याय की जीत अन्याय की हार है !!
यह कलम नहीं तलवार है !
यह निशांत और सक्षम का मेरे प्रति प्यार है !!

©Ravikesh Kumar Singh
  यह कलम नहीं तलवार है ।

यह कलम नहीं तलवार है । #कविता

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Ravikesh Kumar Singh

नासमझी कहें या समझदारी या फिर होशियारी
पर ज्यादा होशियारी ठीक नहीं।

इन दिनों कुछ स्कूल वाले गर्मी के प्रेशर में
ना जाने क्यों बच्चों पर अत्यधिक होमवर्क का प्रेशर दिये जा रहे हैं, 
इतनी गर्मी में जहां बच्चों को हल्का करने का काम स्कूल को करनी चाहिए, तो देखने में आ रहा अत्याधिक होमवर्क के तले बच्चे डिप्रेशन में जा रहे हैं ।

स्कूल में बिना समझाएं गणित दिए जा रहे हैं !
बच्चों के साथ साथ अभिभावकों को भी 
परेशान किए जा रहे हैं !!
ट्यूशन दें बच्चों को, कहीं इसी का तो रास्ता 
इख़्तियार, ना किए जा रहे हैं !
गर्मी में बच्चे को जनाब क्यों प्रेशर दिए जा रहे हैं !!
बच्चे हैं कोई प्रेशर कुकर नहीं, क्यों सीटी पे सीटी दिए जा रहे हैं !
खेलने का भी समय बच्चों का बच्चों से,  क्यों लिए जा रहे हैं !
तन-मन से बच्चे को क्यों बीमार किये जा रहा हैं !!

©Ravikesh Kumar Singh #Childhood
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Ravikesh Kumar Singh

जय माँ 
  जय माता दी

©Ravikesh Kumar Singh
  #navratri
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Ravikesh Kumar Singh

उठते को सब उठाते हैं !
 सूर्य को दिए सब दिखाते हैं !!
अंधेरे में जो दीपक जलाते हैं !
वही दिलवाले कहलाते हैं !!

©Ravikesh Kumar Singh
  #Likho
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Ravikesh Kumar Singh

औरत तेरी यही कहानी 
औरत ने औरत को जन्म दिया 
फिर औरत ने औरत को दिया क्यों दुख 
पेट में पल रही आने वाली औरत को 
औरत होने के कारण, धरती पर आने से पहले, धरती से किया क्यों दूर
अपनी बेटी को सुख दिया, दूसरे को दिया क्यों दुख
सास बनकर बहू को इतना दिया तूने सुख
याद कर औरत तू भी एक औरत
 औरत से आई है, कल तू भी बहु थी, आज शास बन पराई है ।

©Ravikesh Kumar Singh
  #story
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Ravikesh Kumar Singh

मंजिल पाने के लिए रुकना नहीं बस चलते जाना है ।

©Ravikesh Kumar Singh
  #angrygirl
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