Nojoto: Largest Storytelling Platform
rimapratihari6500
  • 292Stories
  • 121Followers
  • 3.3KLove
    14.5KViews

LAFZ E RIMA

https://www.facebook.com/labz.queen.1?mibextid=ZbWKwL

  • Popular
  • Latest
  • Repost
  • Video
ef29c28ec8c1dfa3972acb827e2a79ef

LAFZ E RIMA

वो जो वटवृक्ष सा हर तूफान में खड़े रहते हैं
अपने छत्र छाया में परिवार बसाते हैं
      कोई  और  नहीं , वो पिता कहलाते हैं  ।। 

मेरे पिता जो एक शिक्षक थे , 
   अच्छी शिक्षा , संस्कारों  से हमें पाले थे  ।। 

कभी टूटते बिखरते देखा नहीं  उन्हें , 
   सशक्त व्यक्तित्व के रूप में हमेशा पाया उन्हें  ।। 

आसमान से ऊंचा है जिनका कद , 
    बच्चों को बड़ा करने में पार कर जातें हैं कोई भी हद  ।। 

पिता आस हैं , विश्वास हैं , परिवार की  श्वास हैं , 
   उम्मीद हैं , भरोसा हैं , हम बच्चों के साहस हैं  ।। 

माँ ने खिलाई बडे़ प्यार से जो निवाला , 
 पिता ही है उस निवाले को देने वाला  ।। 

हजारों मुसीबत , लाख कठिनाई आया , 
    हर परिस्थिति में मैंने अपने पिता को पास पाया  ।। 

कैसे बयां करूँ शब्दों में जन्मदाता की महिमा , 
बस इतना ही है कहना, मेरे पिता मेरी प्रेरणा  ।।

©LAFZ E RIMA
  #FathersDay    #poem   #Nojoto   #nojotohindi
ef29c28ec8c1dfa3972acb827e2a79ef

LAFZ E RIMA

बाहर से सख्त अंदर से कोमल , 
 पिता का हृदय कांच सा निर्मल  ।। 

उँगली पकड़के चलना सिखाते  , 
  बच्चों के नायक , परिवार का  बल  ।। 

आसमाँ से  ऊँचे हैं , ईश्वर  स्वरूप  , 
  पिता  ही  होते  हैं  हम बच्चों  के  संबल   ।।

©LAFZ E RIMA
  #FathersDay    #कविता   #Nojoto   #nojotohindi
ef29c28ec8c1dfa3972acb827e2a79ef

LAFZ E RIMA

  आग़ाज़ ऐसा है , तो  अंजाम कैसा  होगा   
तू  बता  ए  खुदा  !   
मेहनत मेरी है , तेरा फैसला  कैसा होगा

©LAFZ E RIMA
       #shayari    #nojoto  #nojotohindi
ef29c28ec8c1dfa3972acb827e2a79ef

LAFZ E RIMA

Thank
You
UNIVERSE

©LAFZ E RIMA
  #Aurora     #Universe   #nojoto
ef29c28ec8c1dfa3972acb827e2a79ef

LAFZ E RIMA

झील सी नीली आँखें
होंठ जैसे खिलता कमल 
बदन पे लाल साड़ी 
   उस पर लहराता आँचल  ।। 

माथे पे बिंदी
बालों में गजरा
हाथों में खनकता कंगन
     हाय , वो कंगन चुराए मेरा मन  ।। 

मेहंदी की खुशबू
हिरनी जैसी चाल
खोल दे जो गेसुओं को
     छा जाए काले बादल  ।। 

पायल की रुनझुन
नैनन के काजल 
आंचल जो लहरा दे
   बरस जाए बादल  ।। 

इतनी सुंदर रूप सलोना
दुनिया से परे है मेरी प्रियतमा
सादगी की पर्याय है 
   मानों बहता कोई झरना  ।। 

मैं तुम्हारी सांसें बनूँ
तुम धड़कन बन जाना
श्रृंगार में तेरे नज़्म लिखूँ
है  मेरी  तमन्ना  ।।

©LAFZ E RIMA
    #poem   #nojoto  #nojotohindi
ef29c28ec8c1dfa3972acb827e2a79ef

LAFZ E RIMA

स्नेहिल युक्त वचन से जग जीत लो
कड़वी वाणी में क्या रखा है 

मोहब्बत से सब को गले लगा लो 
नफ़रत फैलाने में क्या रखा है

©LAFZ E RIMA
    #quaotes   #nojoto  #nojotohindi
ef29c28ec8c1dfa3972acb827e2a79ef

LAFZ E RIMA

ना रुकना तू , ना थकना  तू
बाधाओं के सम्मुख ना झुकना  तू

सफ़र तेरा होगा , मंज़िल तेरी होगी
किंचित मात्र ना भयभीत  होना तू

©LAFZ E RIMA
    #motavitonal   #nojoto  #nojotohindi
ef29c28ec8c1dfa3972acb827e2a79ef

LAFZ E RIMA

चाँद और  मेरा रिश्ता सदियों पुरानी
हाय , कितनी अनोखी है अपनी कहानी 
कहानी सुनो अब हमारी ज़ुबानी 
चाँद और  मेरा रिश्ता सदियों पुरानी 

माँ ली हुई थी इक दिन गोद में
खिला रही थी भोजन घर के आँगन में
इधर मुहं , उधर मुहं 
ना खाने की कसम लिए हम भी थे ज़िद में 

माँ ने उंगली से आसमां  दिखाई 
दूध का कटोरा हमें वहाँ भी नज़र आई
माँ  ने शुरू की लोरी सुनाना 
बोली  आ  रे  आ उतर आ जमीं पे चंदा मामा  

आँगन  में  उतर आ
मेरे  मुन्ने के संग  खेल के  जा 
जो  तू  कुछ देर  संग  खेलेगा
तभी मुन्ना मेरा खाना खाएगा  

ऐसे ही अब रोज़ रोज़ मुलाक़ात होती 
चंदा मामा को बुला बुला के
माँ  खाना  खिलाती   

एक  दिन  घटते  घटते चंदा कहीं छुप गया
उस दिन मामा को ढूंढते मुन्ना बेचारा खूब रोया
माँ बोली राजा बेटा  अब ना ज्यादा रोया कर 
चंदा मामा तो घूमने गया है अपने वाले मामा के घर

वहाँ से जब वो लौटेगा , संग तुम्हारे खेलेगा 
तुम भी उस से मिल लेना , पानी में उस को पकड़ लेना
धीरे धीरे समय बीत गया , मुन्ना को अब समझ आया

सच में माँ  कितनी सयानी है 
कितनी अनोखी कहानी है
जमीं पर जिसे उतार लाई
उस चाँद से रिश्ता पुरानी है

©LAFZ E RIMA
  #nojoto  #nojotohindi
ef29c28ec8c1dfa3972acb827e2a79ef

LAFZ E RIMA

जिंदगी है , न जाने  क्या क्या मंज़र  दिखाती है

कभी फूलों का बिस्तर , कभी काँटों की सेज सजाती है

©LAFZ E RIMA
       #shayari    #nojoto  #nojotohindi
ef29c28ec8c1dfa3972acb827e2a79ef

LAFZ E RIMA

क्यूँ किस्मत के भरोसे बैठा जाए ? 
क्यूँ  किस्मत को आखिर कोसा जाए  ? 

उठ  तू  , जाग तू , 
मेहनत की कुंजी से , 
दरवाजा किस्मत के खोल तू   ।। 

भेजा है ईश्वर ने धरती पर श्रेष्ठ मानव का जन्म दे कर , 
फ़िर भी इंसान टूट जाता है किस्मत को सारे दोष दे कर ।। 

हे , मानव  ! 
ज़रा मेहनत का दामन थाम तो ले , 
अपने ही हाथों अपनी किस्मत तू ख़ुद बना  ले ।। 

भीरु हैं वो जो कहते हैं होगा वही जो लिखा है किस्मत में  , 
मेहनत से तो कोई दशरथ मांझी  रास्ता खोल देता है पहाड़ों में  ।। 

किस्मत का रुख अब बदल दे तू , 
मेहनत से एक नई कहानी अब लिख डाल तू  ।।

©LAFZ E RIMA
     #nojoto   #nojotohindi
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile