Nojoto: Largest Storytelling Platform
reliableczone3500
  • 10Stories
  • 24Followers
  • 117Love
    16.9KViews

Azhar Khanzada

writing for rites......

  • Popular
  • Latest
  • Video
f121ab89b6db927fd89e2bf78d3d26fd

Azhar Khanzada

Abhi main zinda hoon kirdar Mera Zinda hain.

Abhi main zinda hoon kirdar Mera Zinda hain. #Shayari

f121ab89b6db927fd89e2bf78d3d26fd

Azhar Khanzada

Gurur

Gurur #Shayari

f121ab89b6db927fd89e2bf78d3d26fd

Azhar Khanzada

just a joke
@zhar

©Azhar Khanzada
  Giri huee ki nazro me

Giri huee ki nazro me #Memes

f121ab89b6db927fd89e2bf78d3d26fd

Azhar Khanzada

फ़ितरते आदमज़ात करे... हसरते ,चाहते ,नफरते ,खाताए हज़ार.
क़ुदरते अताए खुदा... 
बरकते ,रेहमते मोहब्बतें बख़्शिशे बेशुमार

©Azhar Khanzada
  Filtrate Aadamzat..

Filtrate Aadamzat.. #Shayari

f121ab89b6db927fd89e2bf78d3d26fd

Azhar Khanzada

आज भी याद करने पे तुझ को,
कराती हैं सर्द हवाएं वही हसीं एहसास,
जब छूते हैं मद्धम हवाओं के झोंके मेरे जिस्म को,
लगता हैं जैसे तेरा दामन चेहरे को छूके गुज़रा हो अभी.    (azhar)

©Azhar Khanzada
f121ab89b6db927fd89e2bf78d3d26fd

Azhar Khanzada

आ कलम से तेरा सर कलम करदु. 
वैसे तो क़त्ल करने को औज़ार कई हैं.
पर ये तीर ये तलवार ये तमंचा. ये मेरे हथियार नहीं हैं.
आ कागज़ पे कलम से किरदार तेरा लिख दू .
आ कलम से तेरा सर कलम कर दु . ☕☕ (@zhar)

©Azhar Khanzada
  Aa kalam se Tera sirr kalam kardu

Aa kalam se Tera sirr kalam kardu #Shayari

f121ab89b6db927fd89e2bf78d3d26fd

Azhar Khanzada

Surmmayi si Hoorr

Surmmayi si Hoorr #Shayari

f121ab89b6db927fd89e2bf78d3d26fd

Azhar Khanzada

ये तेरा किरदार है। 
या किरायदार है.
 जो कमरो की तरह लेहजे बदलता है।
 कभीअपना कभी  बेगाना 
माहिर है इस फन में
 अपनी सहोलियात के हिसाब से 
चेहरे बदलता है।

©Azhar Khanzada #lovequotes
f121ab89b6db927fd89e2bf78d3d26fd

Azhar Khanzada

kirdar

kirdar #Shayari

f121ab89b6db927fd89e2bf78d3d26fd

Azhar Khanzada

अभी तो एक पहर न गुज़रा, बाकि अभी पूरी एक रात गुजरने को हैं.

एक चाँद और ढ़ालने को हैं, बाकि अभी वक़्त बढ़ा एक और सूरज निकलने को हैं.

एक करवट बदली अभी, फिर दिल एक और करवट कहे बदलने को हैं.

गिन- गिन के तारे भी सारा आसमाँ छान लिया, जाने वो कौनसा तारा, जो किस्मत बदलने को हैं.

ये  उम्मीद मेरी, उगते सूरज संग परवान चढ़े, ढलते सूरज तक टूट जाती हैं. 

ये उम्मीद भी क्या खूब ये सिल सिला बदस्तुर निभाती हैं.

रोज़ टूटती हैं, फिर भी जाने क्यों , अपनी हरकतों से बाजना ये आती हैं.

मुश्किल हैं एक रात गुज़र जाये, जाने ये उम्मीद एक पूरी उम्मर गुज़रजाने का हौसला कहा से लाती हैं.  ☕☕  (@zhar)

©Azhar Khanzada Hosla

Hosla

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile