बोलना चाहती हूँ बहुत कुछ पर कुछ कम में ही रह जाती हूँ।
बचपन से जो भी सिखा सदा में उसे निभाती हूँ।
पैसे तो ज्यादा नहीं हैं पर संस्कार का भंडार है।
उसी एक भंडारे को मैं सब में खूब लुटाती हूँ।
मैं मिडिल क्लास से आती हूँ।
कभी पांच सौ के कपड़े पहनती।
कभी 100 में भी काम चलाती हूँ। #yqbaba#yqdidi#Mic#MiddleClass#yqbabaबोलना