कविता-लेखन बहुत कठिन है दम लगता है बाबू जी
उसकी उपमा में ग्रन्थ लिखो पर कम लगता है बाबू जी
ख़ुद पवन-वेग उल्टा हो जाए बाल जो पीछे फेंके है
जब झटक के गर्दन ज़ुल्फ़ सँवारे वक़्त ठहर कर देखे है
हर शाम रसोई में थक हमको इत्मीनान से सोचे वो
फिर कमर में साड़ी खोंस के उल्टे हाथ से माथा पोछे वो
उसके छूने से ज़ख्मों पर मरहम लगता है बाबू जी #Hindi#yqbaba#kavita#yqdidi#urdu#yqurdu#yqbhaijan#yqhindi
कहते हैं बच्चे माँ-बाप का आईना होते हैं, शायद परछाई की तरह बड़ी सारी उम्मीदें बाँध के रखते होंगे उसमें। ढलती उम्र और वक़्त के साथ नज़रें कमज़ोर होने लगती हैं और परछाई धुँधली हो जाती है मगर बहुत तक़लीफ़ होती है जब वक़्त से पहले आईना धुँधला हो जाता है, ख़ैर.........
उसे अपनी उँगली थमाई थी मैंने
कल ही सारी दुनिया घुमाई थी मैंने
मुझे गीत आते नहीं हैं तो लोरी
की जगहा कहानी सुनाई थी मैंने
जिसे कसके सीने लगाता रहा था
वो जिसके लिए मैं कमाता रहा था #Hindi#Mirror#yqbaba#yqdidi#urdu#yqurdu#yqbhaijan#yqhindi