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New उलझन कविता Quotes, Status, Photo, Video

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Anurag Nishad

बारिश पर कविता हिंदी कविता कविता कोश प्रेम कविता कविता

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M.K Meet

#मै बड़ी उलझन में हूं!

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White  मैं मुहब्बत हूं या जरूरत 
पता नहीं!!
*************
कभी उसको हमसे बात करने की बेचैनी हूआ करती थी
कभी वह हमसे बात करने को पागल रहा करती थी
कभी बह हमसे बात करने के लिए तड़पा करती थी 
क्योंकि..........................................
कभी वो हमसे बे इन्तेहा मुहब्बत किया करती थी  !!!!!
और अब.........................................
उसने कहीं और बात करना शुरू कर दिया है
उसकी बेचैनियां कहीं और है 
उसकी तडप कहीं और है 
वो पागल होने लगी है किसी और के लिए 
उससे बात करने के लिए मुझे इग्नोर करने लगी हैं!
क्योंकि मैं..
अब उसकी मुहब्बत नहीं ,सिर्फ जरूरत बन‌के रह गया हूं!
मैं मुहब्बत हूं या जरूरत 
पता नहीं 
दिल अभी भी मुहब्बत कहता है 
और दिमाग अब जरूरत समझता है 
और मैं उलझन में हूं 
😂😂😂
??







.

©M.K Meet #मै बड़ी उलझन में हूं!

punit shrivas

#talaash देशभक्ति कविता कविता कोश मराठी कविता कविता बारिश पर कविता

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तेज़ हवाओ से पर्वत हिलेगा नही

सुंदर भूमी पर कमल खिलेगा नही

एक जैसी शक्ल के मिलेंगे बहुत 

कोई दर्पण के जैसा मिलेगा नही 


पुनीत कुमार नैनपुर

©punit shrivas #talaash       देशभक्ति कविता कविता कोश मराठी कविता कविता बारिश पर कविता

bina singh

#devdas कविता ,कविता , प्रेम कविता कविता कोश

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मोहब्बत में रुसवाई नहीं होती 
अगर जो हो जाये मोहब्बत बेवफाई नहीं होती
अकेले हो तुम पर तन्हाई नहीं होती 
मोहब्बत में बीमार जैसी कोई बीमारी नहीं होती
मोहब्बत में मर्ज़ की कहि कोई सुनवाई नहीं होती... by bina singh

©bina singh #devdas   कविता ,कविता , प्रेम कविता कविता कोश

Saurav Shubham

उलझन poetry quotes

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Amrendra Kumar Thakur

#oldage हिंदी कविता कविता कोश कविता हिंदी कविता

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तरक्की का मतलब क्या?


चूल्हे पर जलती धीमी लौ,
कुनकुनाती आग में यादें बुनती जो।
झुर्रियों में छिपी कितनी कहानियाँ,
जीवन की उतार-चढ़ाव की निशानियाँ।

सालों के सफ़र में ये हाथ थके,
ख़्वाब बुने जो अब धुंधले दिखे।
इस घर की नींव में उनके पसीने,
आज अकेले, बिन किसी साए के जीने।

तरक्की का मतलब क्या हुआ?
अगर माँ-बाप का सहारा ना बना।
जिन्होंने हर मुश्किल सह ली,
उनके बुढ़ापे में, हम दूर चल दिए।

दुनिया आगे बढ़ती जाती,
पर ये उम्र ठहर सी जाती।
सफलता का क्या मतलब है अगर,
उनकी देखभाल से हम हट गए, कहीं दूर जाकर?

ना हो उनकी उम्र में कोई दर्द,
ना झलके आँखों में कोई सर्द।
तरक्की वो नहीं जो प्यार ना दे,
जो अपने बुज़ुर्गों का साथ ना रहे।

©Amrendra Kumar Thakur #oldage
 हिंदी कविता कविता कोश कविता  हिंदी कविता

कवि सन्दीप जगन

दूर छंट जाती हैं घटाए उलझन की

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vineet kumar sharma

#HeartfeltMessage प्रेरणादायी कविता हिंदी हिंदी कविता हिंदी कविता कविता कोश कविता

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NC

Sad_shayri कविता हिंदी कविता कविता हिंदी कविता

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Heer

#उलझन poetry in hindi

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