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मनोज कुमार मिश्रा एडवोकेट

woshaam समाज कविता विचार

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महाकाल की लाडली

विचार कविता रंग समाज

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gaurav

Pushpendra Maurya

कविता विचार समाज AWritersStory

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कविताएं समाज की रचना करती हैं
कविताओं में जीती हैं जिंदगियां
कविताओं में प्रेम होना चाहिए
कविताओं में स्नेह होना चाहिए
कविताओं में होने चाहिए वे मानवीय गुण
जो जरूरी है इंसान के लिए
इसलिए कविताएं लिखी जाती रहनी चाहिए
कविताएं इंसान के सुख की
कविताएं दुख की
कविताएं वेदना की
कविताएं शोक की
कविताएं चेतना की
कविताएं जिनमें सामाजिक मूल्यबोध हो
कविताएं जो नैतिकता सिखाएं
कविताएं जो इंसान बनाएं
कविताएं लिखी जाती रहनी चाहिएं।

©Pushpendra Maurya #कविता  #विचार #समाज 

#AWritersStory

Brajesh Kumar Bebak

शायरी कविता जीवन समाज

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SurajKumar

नीता चौधरी

#कविता,#समाज और संस्कृति #RepublicDay

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झंडा मायूस है।
आज फैराया झंडा मैंने,
वो थोडा मायूस है।
देख अपने देश की हालत,
वो भी थोडा , गंभीर है।
बलात्कार, भ्रष्टाचार
मंहगाई,बेरोजगारी
और मची है ,चित्कार।
पूंजीवाद की धूम मची है
गरीब है लाचार।
अधिकार सबने जान लिए
कर्तव्य से है , नादान।
बना आज संविधान तो....
कहा गयी सबकी शान।
बस झंडा भी कह गया
ऊचा लहराना ही
क्या मेरी शान है।
झंडा भी आज,मायूस  है----नीता चौधरी

© #कविता,#समाज और संस्कृति
#RepublicDay

नीता चौधरी

#कविता,#समाज और संस्कृति,# #worldhindiday

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विदेशों में पहचानी जाऊ,
वहा मै सम्मान,भी पाऊ।
फिर क्यो ?अपने ही देश में
मैं बस बोलने भर की,रह पाऊं।
सदियो से मैं , प्रतिकार सहू
राष्ट्रभाषा होकर भी , मैं
मातृभाषा भी ना रह पाऊं।
बेरोजगारी की जड से मैं
नौकरी से,वंचित हो जाऊं
फिर कैसे मैं,विश्व हिंदी दिवस
की शुभकामनाएं पाऊ?----नीता चौधरी

© #कविता,#समाज और संस्कृति,#

#worldhindiday

Nojoto Originals (Hindi)

समाज - हिंदी कविता at Kalakaksh & Nojoto -Open Mic Noida #OpenMicVideosNojoto #Poetry #Video #कविता #समाज

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Abhi Tiwari

Light kavita कविता विचार समाज प्रेरक समाज Sa Ab abhi

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थम गया सिलसिला ,
लोलुपता का,
मेरे हमराज तुम,
इक ख़्वाब तुम।।

बह गया था,
बातिल तरंगों के संग,
उबरकर देखा बस,
इक ख़्वाब तुम।।

धुल चुकी थी,
निर्ममता सारी,
निष्ठुरता स्वत: पे होने लगा,
देखा,इक ख़्वाब तुम।।

©Abhi Tiwari #Light #kavita #कविता #विचार #समाज 
#प्रेरक #समाज #Sa #Ab #abhi
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