Find the Latest Status about वाडीलाल आइसक्रीम फैक्ट्री from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, वाडीलाल आइसक्रीम फैक्ट्री.
Sumit Kumar
जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिये रोजाना "आइसक्रीम"की आवश्यकता होती है- आ-आत्मविश्वाश इ-इच्छाशक्ति स-सकारात्मक दृष्टिकोण क्री-क्रियाशीलता म-महत्वाकांक्षा आइसक्रीम
आइसक्रीम
read moreUSM Initiative
White अगर आप हर किसी को खुश रखना चाहते है तो आप को आइसक्रीम बेचना शुरू कर देना चाहिए। ©Gazal #World_Emoji_Day #आइसक्रीम
Pushpendra Pankaj
आईसक्रीम की जिदकर बैठी , एक छोटी सी बच्ची। बेबस माता प्रोमिस कर बोली, कल खिलांऊगी सच्ची । खेल कूदकर थककर सो गई, नन्ही गुङिया रानी । वो क्या जाने माँ की आँख मे , क्यों भर आया पानी । कितनी माताएं धन अभाव मे देती हैं झूठी दिलासा । नन्ही मुस्कानें सो जाती हें लेकर झूठी आशा । हाय गरीबी,सुन बेरहम , और कितने झूठ बुलवाओगी । कोमल,निश्छल नन्ही आँखो को ऐसे कितने स्वप्न दिखलाओगी । ये कैसे वादे हैं ,जब माँ खुद असमंजस मे होती है। नन्हे सिर पर हाथ फिराकर , सुबक सुबक रोती है।। पुष्पेन्द्र पंकज ©Pushpendra Pankaj #runaway आइसक्रीम
#runaway आइसक्रीम
read moreMahfuz nisar
शीर्षक ::::::::: आटा फैक्ट्री रोटी नहीं बन पायी, आटा बहुत था, पूरी फैक्ट्री थी, बस मेरे पैसे ख़तम हो गए मैंने घर जा सकूँ इसलिए सारे पैसे से एक साइकिल ख़रीद ली मैं कहीं नहीं हूँ। ✍महफूज़ शीर्षक ::::::::: आटा फैक्ट्री
शीर्षक ::::::::: आटा फैक्ट्री
read moreEk villain
रामलाल की साबुन फैक्ट्री दी साबुन बहुत लोकप्रिय हुआ तो अधिक लाभ घुटने के चक्कर में ज्यादा मिला मिलावट शरण में गमछी हो जाते नतीजा उनके साबुन से कपड़े साफ होने की वजह फटने लगे आखिरकार उपभोक्ताओं ने उनके उत्पाद को नमस्ते कह दिया मगर पापी पेट पालने के लिए कुछ तो पुणे करना ही था तो उन्होंने अपनी फैक्ट्री की कवि फैक्ट्री में बदल दिया लोग कल महा कवियों को पता चला कि कभी सर्दी में कविता की मरम्मत होती है और फिर वह वहां से छनकर एक कार्य कविता निकलती है तो फैक्ट्री में कवियों की घनघोर दामाद होने लगी धामी ने हर कविता सुनने का अपना रेट फिक्स कर दिया कुछ दिन तक तो मामला ठीक चला लेकिन फिर यह कभी को ऐतराज होने लगा कि मेरी कविता की कुछ ज्यादा ही चीर फाड़ हो रही है कभी एक दूसरे से झगड़ने लगे वसंत पंचमी पर हुई कसौटी में तो मारपीट की नौबत आ गई एक नए काम है निराला हूं दूसरा बोला मैं निराला का साला हूं तीसरा चीका में दिनकर से कम नहीं यह सुन चौथा हजारे अरे मैं तो कुछ दम नहीं तभी पांचवी आवाज आई में महादेवी वर्मा बन रही हूं बस यही वह क्षण था जिसने व्यवस्थित मास कारों को वीडियो बनाया उसे वायरल करने का अवसर दे दिया गजब का कोई जलीय वीडियो बना भाई ©Ek villain #कभी फैक्ट्री की अद्भुत उत्पादन #MusicLove
#कभी फैक्ट्री की अद्भुत उत्पादन #MusicLove
read more