Nojoto: Largest Storytelling Platform

New jagat singh ghazal Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about jagat singh ghazal from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, jagat singh ghazal.

Stories related to jagat singh ghazal

Anand Anand dhanu

White gxgixgixgixgoxgoxgixgozgi

©Anand Anand dhanu #life_quotes #ghazal

RJ ASIF ALVI

ISLAMI VIDEO

beautiful ghazal

read more

Mohammad_Reyaz_Duruk

Zakia Ghazal ❤️ #BoneFire

read more
Maine Maangi thi Ujaale ki faqat eak Kiran,
Tumse ye kisne kahaa Aag Laga di Jaae..!!

©Mohammad_Reyaz_Duruk Zakia Ghazal ❤️
#BoneFire

Nitish Tiwary

White 

अपनी हसरतों पर लगाम लगाने हमें नहीं आता,
उसकी मोहब्बतों का कलाम सुनाने हमें नहीं आता।

कश्ती अगर साथ छोड़ दे जिसका बीच भँवर में,
ऐसे समंदर को सलाम करने हमें नहीं आता।

जलते हुए खूबसूरत चिराग को बुझाने हमें  नहीं आता,
किसी के घर की रौशनी को मिटाने हमें नहीं आता।

पर्दे के पीछे यूँ सियासत करने हमें नहीं आता,
चुपके से महबूबा का घूँघट उठाने हमें नहीं आता।

पैमाने के ज़ाम को आधा छोड़ देना हमें नहीं आता,
मयखाने में यूँ अकेले महफ़िल जमाना हमें नहीं आता।

देखिए ना, सफ़र में कितनी धूप है, छाँव का नामो निशान नहीं,
बिना काँटों के मंज़िल तक पहुँचना हमें  नहीं आता।

©Nitish Tiwary #sad_qoute #ghazal

Rajneesh Kumar

#ghazal se

read more
मैकशी  सोलह  बरस  की  हो गई है
ज़िंदगी यूँ ही  गुज़ारी  आ भी जाओ

जिस  हवेली  पर  बहारें  मेहरबाँ थीं
ढह गई सारी की सारी आ भी जाओ








धुन  सुनाओ  बांसुरी  की  ए  मुरारी
चार सू है  मारा मारी  आ भी जाओ

©Rajneesh Kumar #ghazal se

"सीमा"अमन सिंह

White ग़ज़ल: बनारस, प्रेम और मणिकर्णिका

बनारस की गली में वो मिला था,
नज़र में इक समुंदर सा खिला था।

वो बातें कर रहा था ज़िन्दगी की,
मगर मणिकर्णिका पे सब लिखा था।

हवा में थी ख़ुशबू रूहानी उसकी,
जहाँ मैं था, वहीं वो भी सिला था।

गंगा के किनारे बैठते हम,
वो दिल में और दिल में बनारस बसा था।

मरण का भी वहाँ भय कैसा होता,
जब उसकी आँखों में पूरा ब्रह्मांड था।

©"सीमा"अमन सिंह #banarasi_Chhora 
#ghazal

ABhishek Parashar

#ghazal #sher shayari on life

read more
White ख़बर झूठी थी और अख़बार जाली थे
कहानी के सभी किरदार जाली थे

सर-ए-बाज़ार नफ़रत बिक रही थी और
मोहब्बत से भरे बाज़ार जाली थे

मैं कैसे दुश्मनों का सामना करता
दिए जो दोस्त ने हथियार जाली थे

यक़ीं होता नहीं इस बात पर लेकिन
यक़ीं कर दोस्त मेरे यार जाली थे

मैं अब जो कहता हूँ सच कहता हूँ यारो
मिरे पहले के सब अशआर जाली थे

सभी मर कर समझ जाएँगे इक दिन ये
मोहब्बत दोस्ती घर-बार जाली थे

©ABhishek Parashar #ghazal #sher   shayari on life

SHIVA KANT(Shayar)

White  तेरे गुलाबी गालों पे,कोई खूबसूरत ग़ज़ल लिख दूँ..!
साथ गुज़रे जो सुनहरे पल,उन्हें हसीं कल लिख दूँ..!

©SHIVA KANT(Shayar) #GoodMorning #ghazal

Uttarakhandi Shayar

ghazal likhta raha

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile