Find the Latest Status about खंभे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, खंभे.
Prakhar Tiwari
मुझे यह सब तुम्हारे साथ चाहिए रात की चांदनी के चादरों के नीचे धुंध भरी सुबह; ऊपर चमकते सितारों की कम्बल युवा, सुंदर और मूर्खों की तरह एक साथ नाचते हुए हम, पर शरमाते हुए,शुभ रात्रि बोल के उलझे हुए हाथ और पैर बीयर से लथपथ रातें अंधेरे में लड़खड़ा रही हैं रात, एक-दूसरे को कस कर पकड़ रही हैं रात, शहर के बीचों-बीच सड़क के कोने पर, बिजली के खंभे की गर्म चमक के नीचे अनाड़ी ढंग से चूम रही हैं रात । मैं चाहता हूं कि हम विश्वास की छलांग लगाएं उस बागुले के जोड़े की तरह एक अनोखी पहचान के साथ ओर, आपसी पागलपन में खोना चाहत हूं, अच्छा सुनो साथ दोगे तो हमारी छलांग खूब ऊंची होगी (एक आपसी पागलपन जिसे हम प्यार कहते हैं) k.st ©Prakhar Tiwari मुझे यह सब तुम्हारे साथ चाहिए रात की चांदनी के चादरों के नीचे धुंध भरी सुबह; ऊपर चमकते सितारों की कम्बल युवा, सुंदर और मूर्खों की तरह एक
मुझे यह सब तुम्हारे साथ चाहिए रात की चांदनी के चादरों के नीचे धुंध भरी सुबह; ऊपर चमकते सितारों की कम्बल युवा, सुंदर और मूर्खों की तरह एक
read moreOMG INDIA WORLD
Contd..... Story ©OMG INDIA WORLD #__कोई__बांझ__नहीं__कहेगा__ आधी रात का समय था रोज़ की तरह एक बुज़ुर्ग शराब के नशे में अपने घर की तरफ़ जाने वाली गली से झूमता हुआ जा रहा था
#__कोई__बांझ__नहीं__कहेगा__ आधी रात का समय था रोज़ की तरह एक बुज़ुर्ग शराब के नशे में अपने घर की तरफ़ जाने वाली गली से झूमता हुआ जा रहा था
read moreअरुण शुक्ल ‘अर्जुन'
अधूरा - इंतज़ार कृपया पूरी कविता को कैप्शन में पढ़ें! #adhooraintzar अधूरा इंतज़ार ******************** रोज-रोज चारों पहर, निशा उषा संध्या में..... बैठ देहरी पर छिछले बरामदे के
#adhooraintzar अधूरा इंतज़ार ******************** रोज-रोज चारों पहर, निशा उषा संध्या में..... बैठ देहरी पर छिछले बरामदे के
read moreSajal preet
डायरी के दो पन्ने साल:- 2013 स्थान:- नवोदय 👇👇👇👇👇 स्वागत है आप सभी का जरूर पढ़े अधूरी प्रेम कहानी अभी दूसरा बैच लगने के लिए रूपसिंह ने घंटी उठाई ही थी कि राजकुमार और मित्र मंडली के सदस्य हमेशा की तरह मैस के गेट की तरफ बड़ गए। सीनियर हॉस्
अभी दूसरा बैच लगने के लिए रूपसिंह ने घंटी उठाई ही थी कि राजकुमार और मित्र मंडली के सदस्य हमेशा की तरह मैस के गेट की तरफ बड़ गए। सीनियर हॉस्
read moreविरोधी अभिमान्शु
जब चुनाव आ जाते हैं .....! (Read in caption) गांव की पगडंडियों से लेकर शहर की गली और चौराहों तक हर घर, हर मकान, बिजली के खंभे बैनर से सज जाते हैं जब चुनाव आ जाते हैं.....! गांव के
गांव की पगडंडियों से लेकर शहर की गली और चौराहों तक हर घर, हर मकान, बिजली के खंभे बैनर से सज जाते हैं जब चुनाव आ जाते हैं.....! गांव के
read moreSaurav K. Jha
अम्फ़ान चक्रवात से बंगाल की तबाही के मंज़र को caption में लिखित कविता के माध्यम से देखने का प्रयास करें 👇 अम्फ़ान थी ख़बर जोरों का तूफ़ान आएगा, सब उड़ा कर संग अपने ले जाएगा। लोगों को आगाह पहले ही किया गया, फिर भी अपना सब कुछ न बचा पाया।
अम्फ़ान थी ख़बर जोरों का तूफ़ान आएगा, सब उड़ा कर संग अपने ले जाएगा। लोगों को आगाह पहले ही किया गया, फिर भी अपना सब कुछ न बचा पाया।
read more