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Ombir Kajal
मैं मनचला आशिक हूं, दर-ब-दर घूमता हूं, कभी इसके घर, तो कभी उसके घर घूमता हूं। मिलती हैं धमकियां मुझे,अक्सर जान से मारने की, मरना तो सबको है, मैं होके बेफिक्र घूमता हूं। एक दो बार तो, दोनों टांगे भी टूटी चुकी हैं, लंगड़ाता हूं थोड़ा बहुत, मगर घूमता हूं। आशिक मिजाज हूं, इश्क के नशे में रहता हूं, पीके स्प्राइट, सबका भूलाके डर घूमता हूं। सच कहूं तो दोस्तो, मेरी शख्सियत ही ऐसी है, रहता हूं दिल के अंदर, लेकिन बाहर घूमता हूं। जात पात धर्म मजहब छोड़कर, इंसान बना हूं अब, ओमबीर काजल सबसे होके, बेखबर घूमता हूं। ✍Ombir Kajal✍ ©Ombir Kajal घूमता हूं
घूमता हूं
read moreParasram Arora
त्वरित घूमता चक्र. जो दृगों को ठहरा सा लगता हैँ किन्तु क्रिया की निष्क्रियता मे परिणति ही समता हैँ मृत्यु असंगति नहीं.. सहज वह जीवन की संगति हैँ रति का मूल स्वभाव पूर्ण हो बन जाती फिर यति हैँ करता बनता सिद्ध कर्म ही जब अकर्म बनता हैँ मुक्ति नहीं कुछ और मात्र यह प्रज्ञा की थिरता हैँ त्वरित घूमता चक्र........
त्वरित घूमता चक्र........
read moreWhoSiddhantSingh
उड़ान भर रहे हैं सभी ऊंचे आसमानों में इंसा 'न' कहां बचा कोई इन खंडहर मकानों में सबको है यकीं यहां चकाचौंध की दुनिया का कौन झांकता है इन खाली पड़े वीरानो में ©WhoSiddhantSingh #मैं घूमता हूं 🌪️
#मैं घूमता हूं 🌪️
read moreRajik K
समय का पहिया जरूर घूमता है, पहले एक राजा के 10 रानियां होती थीं,,! अब एक रानी के 10 राजा होते हैं,!!! ©Rajik Khan समय का पहिया जरूर घूमता है
समय का पहिया जरूर घूमता है
read moreparveen mati
संग लिए साज घूमता हूँ संग लिए आवाज घूमता हूँ भीड़ में अनजानों की हूँ बेशक लिए अपना अंदाज घूमता हूँ ©parveen mati संग लिए साज घूमता हूँ संग लिए आवाज घूमता हूँ भीड़ में अनजानों की हूँ बेशक लिए अपना अंदाज घूमता हूँ प्रवीण माटी #Nofear
संग लिए साज घूमता हूँ संग लिए आवाज घूमता हूँ भीड़ में अनजानों की हूँ बेशक लिए अपना अंदाज घूमता हूँ प्रवीण माटी #Nofear
read morepankaj pathak (आवारा बादल)
साथ में ही अपना कातिल ले कर घूमता है यहां हर कोई ज़ख्मी दिल ले कर घूमता है रहते हैं इर्द-गिर्द तेरे मुहज़्ज़ब लोग बस, तो क्यों साथ तु मुझसा जाहिल ले कर घूमता है कहां जा कर रुकेगी तू ए जिन्दगी बता भला देख जरा, समंदर भी साहिल ले कर घूमता है जो शख़्स कच्चे धागों से रिश्तों में उलझा था अब वो हर इरादा मुस्तक़िल ले कर घूमता है उसे कुछ भी खोने का डर नहीं अब बिल्कुल वो खुद के अंदर इक आमिल ले कर घूमता है खुद तो रहता है अधूरा सा आज-कल 'पंकज' मगर तुमको खुद में कामिल ले कर घूमता है मुहज़्ज़ब - शिक्षित मुस्तक़िल - पक्का आमिल - फकीर कामिल - पूरा #NojotoQuote घूमता है #NOJOTO #NOJOTOHINDI #गज़ल #SHAYARI
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