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siyaaa
वसंत ऋतु की सुगंधित पवन,तुम्हारे इत्र जैसे छू जाती है। कलियाँ,पुष्प,तरु,मधुवन हर कण में छवि तुम्हारी दिखालाती है।। ऐ वसंत तू यूँ तंग न कर,पिया मेरे मुझसे रुष्ठ हैं। हर नज़ारे में नज़र आ रहे है,ये मौसम कितना दुष्ट है।। है दूरी उनसे ये कैसी,चक्षु अश्रुओ से भर गए है। जैसे भभरे उड़ जाते है,वो विरहग्रस्त हमें कर गए हैं।। -siya वियोग श्रृंगार रस #ishq #Love #hindipoetry #Nojoto #nojotohindi #viYog #EscapeEvening
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read moreJitendra Kumar Jha
Tum se ek shikayat hai प्यार में हूं लिखा इक गीत मैं तेरे प्यार में गा रहा हूं मै इसे तेरे याद में आज कल विरान सा लगता है पल होगा कुछ ऐसा ना ये सोचा था कल मन मेरा मुझसे है कुछ यू कह रहा दो पता उस यार का जो ना रहा आंखो ने कबसे है कुछ भी न दिखा कहता मुझसे है मुझे बस वो दिखा हूं लिखा इक गीत मैं तेरे प्यार में गा रहा हूं मै इसे तेरे याद में ||1|| ख्वाब सारे दाव पर है बिन तेरे है जगा ये जख्म बिन मरहम तेरे आंसुओ के सागरो का क्या करू तेरे बिन कैसे अकेला मै जियूं आसरा तेरे प्यार का मै खो दिया जख्म दिल के घुट घुट कर खुद पिया हूं लिखा इक गीत मैं तेरे प्यार में गा रहा हूं मै इसे तेरे याद में ||2|| जितेन्द्र कुमार झा #NojotoQuote श्रृंगार रस की कविता के माध्यम से स्नेह भरा पैगाम၊ #poem's_loverzz
श्रृंगार रस की कविता के माध्यम से स्नेह भरा पैगाम၊ #poem's_loverzz
read moreNitin Sharma Donty
शशि के ललाट पर, भोर के आरंभ में । भृकुटि के मध्य में, तिलक हुआ भानु की अंशु का।। देख मधुर संयोग प्रकृति का, दुष्यंत होए भाव विभोर सा, अंजलि में रख छवि दर्श करें अंजू का ।। ★दुष्यंत शर्मा★ ©Nitin Sharma Donty #श्रृंगार #वियोग #योग #2021
Savita Nimesh
कामाक्षी कमल नयन लालित्य से परिपूर्ण यौवन तेरा हे गजगामनी मृदुल भासनी मृगनयनी समान है नैन कर्मठ योगी, योग गवा कर सब तुझ पर लूटा दे निर्मल पावन जल के जैसी बहती जाए प्रीत है ऐसी हे सुलोचना स्वरभास्करी चंचल चित आवेदन देता कर लो हमसे प्रीत ©Savita Nimesh श्रृंगार रस #droplets
श्रृंगार रस #droplets
read moreSavita Nimesh
कमल नयन, चंचल चितवन भवे काम के बाण समान बोले जब जैसे कोयलिया कूके हिरणी जैसी चाल नाचे मन मयूरा जैसा रेशम जैसे बाल मोहनी मूरत, सावली सूरत गर्दन सुराहीदार जो देखे वो होश गवा दे छलकाए मादक भाव इंद्रलोक से आई हो अप्सरा जैसे विश्वामित्र का तोड़ने ध्यान ©Savita Nimesh श्रृंगार रस.. #PrideMonth
श्रृंगार रस.. #PrideMonth
read moreतेरे बिन अधूरा सा हूं...!!❤️
उनके इश्क में हम हद से गुजर गए जो कभी ना कर सकते थे,वो भी हम कर गए। फिर भी वे कहते हैं क्या किया तुमने मेरे लिए दिल मेरा अंदर ही अंदर रो पड़ा और बोला,अभी तक मैं जिंदा था वो किसके लिए। दिल मेरा आज समझा क्या अहमियत है उनके दिल में मेरे लिए। जिनकी राह में रोज बिछाता था फूल चलने के लिए भर रखा है ना जाने कितना जहर अपने दिल में,उन्होंने मेरे लिए। रस - श्रृंगार रस #rzहिंदीकाव्यसम्मेलन #restzone #rzरसग़ज़ल
रस - श्रृंगार रस #rzहिंदीकाव्यसम्मेलन #restzone #rzरसग़ज़ल
read morePrashant Gupta
उसके शहर में उसके सिवा कोई नहीं मेरा, इक बाढ़ आयी और डूब गए सारे 😂😂 वियोग रस की ओर हमारा पहला कदम #yqdidi #yqlaughter
वियोग रस की ओर हमारा पहला कदम #yqdidi #yqlaughter
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