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Stories related to बसंती हवा कविता का अर्थ

Pallavi pandey

बसंती हवा

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BANDHETIYA OFFICIAL

बसंती हवा ! # बसंत पंचमी

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Mukesh Raaz

Dr.asha Singh sikarwar

प्रेम कविता, प्रेम का अर्थ #कविता, #प्रेम #का #अर्थ #प्रेम love #Love #lovely #Poetry #lovelypoetry #New #Poetry #New #post

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"प्रेम आत्मा के छोर से बंधता है 
उसकी कोई देह नहीं होती "


आशासिंह सिकरवार 
12.2.19 #gif प्रेम 
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Ek villain

#वसंत या बसंती का आना #promiseday

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जनवरी का महीना कभी-कभी गुजरा हुआ में शीत लहर के जो रहे थे सौभाग्य से सामने वाले फ्लैट में कोई कुत्ता नहीं रहता पर दुर्भाग्य तो उसको लेट में कुत्ते से भी बड़ा एक आदमी रहता है बूढ़ा बूढ़ा गलत रहता है मैंने बालकनी से पसंद का जायजा लेना चाहता हूं उसकी बूढ़े की आवाज सुनकर मैं मन कुंठित हो उठता हूं मैं बालकनी के द्वार बंद कर घर के भीतर आ गया किचन में पत्नी बड़ा वाला है 3:00 हॉस्पिटल बसंत कब आएगी अब सारा काम पड़ा है कभी-कभी तो रुला देती है वह संत ने इस वतन के ख्यालों में खोया पूछ रहा हूं कि मुझसे कुछ कह रही हो क्या मैं अपने स्वभाव में बसते कहती है मैं अभी वसंत की छुट्टी कर ही रहूंगी देखो तो बना 11:15 बज गए लेकिन अभी तक पसंद नहीं आया थोड़ा धीरज रखो पसंद तो आ ही रहा है बसंत भी आ जाएगा मुझे प्राणों से भी पसंद की प्रतीक्षा और पत्नी को मुझसे भी पसंद की इंतजार बसंत के कारण कोई काम नहीं रुक रहा है यदि पसंद नहीं आई तो घर में झाड़ू नहीं लगेगी ना बर्तन साफ होंगे पत्नी आदेश देती है देखो बसंती देख तो नहीं रही है मैं अपनी दृष्टि का विस्तार को चारों ओर खुला छोड़ देती हूं तभी मैं क्या देखता हूं वसंत आ रही है मुझे प्रतीक्षा बसंत की है आ रही है बसंती सच्चाई है सोचिए यदि और बसंती तो मुझे घर के बर्तन साफ करने पड़ते

©Ek villain #वसंत या बसंती का आना

#promiseday

#Jitendra777

पवन बसंती है हर रंग बसंती है, चमन की कलियों पर बाहर बसंती है। लहराते गेहूँ सरसों की बाल बसंती है, मस्ती फ़ैली दीवानों का हाल बसंती है। मोहब

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पवन बसंती है हर रंग बसंती है,
चमन की कलियों पर बाहर बसंती है।

लहराते गेहूँ सरसों की बाल बसंती है,
मस्ती फ़ैली दीवानों का हाल बसंती है।

मोहब्बत का दिलों में आगाज़ बसंती है,
पँछी उड़ रहे गगन में चाल बसंती है।

मेरी क़लम का आज हर अल्फाज़ बसंती हैं,
कहना पाएं बात अपनी अंदाज़ बसंती है। पवन बसंती है हर रंग बसंती है,
चमन की कलियों पर बाहर बसंती है।

लहराते गेहूँ सरसों की बाल बसंती है,
मस्ती फ़ैली दीवानों का हाल बसंती है।

मोहब

k. k

# बसंती

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बसंती तुम नाचोगी तो , गब्बर तुझे पैसे नहीं देगा, बसंती फ्री में तुम....... # बसंती

Pradeep Phandan

#UnlockSecrets मेरी हर एक कविता का अर्थ हो तुम

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Sandip Garkar

कापणी कविता अर्थ #Happiness

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ankit saraswat

#बसंती चोला

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आज फिर बसंती होने को जी चाहता है, 
ऐ माँ तेरी मिट्टी में मिलजाने को जी चाहता है, 
मैं भगत, आज़ाद, अश्फाक या बिस्मिल तो नहीं 
पर आज उनके रंग में रंग जाने को जी चाहता है।। #बसंती चोला
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