Find the Latest Status about श्रद्धालुओं का from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, श्रद्धालुओं का.
Harkesh
छठ पूजा पर सभी ब्रती महिलाओं एवं समस्त ग्राम वासियो श्रद्धालुओं का हार्दिक बन्दन व अभिनंदन महेंद्र प्रताप सिंह
छठ पूजा पर सभी ब्रती महिलाओं एवं समस्त ग्राम वासियो श्रद्धालुओं का हार्दिक बन्दन व अभिनंदन महेंद्र प्रताप सिंह
read moreअज्ञात
उद्देश्य कुछ नही बस देखिये और समझिये.. ©R कुमार #सनातनसंस्कृति कहते हैं एक घटना घटी मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित माँ नर्मदा के तिलवारा घाट पर एक बुजुर्ग महिला चल रही थी नर्मदा जल पर जिसे देख
#सनातनसंस्कृति कहते हैं एक घटना घटी मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित माँ नर्मदा के तिलवारा घाट पर एक बुजुर्ग महिला चल रही थी नर्मदा जल पर जिसे देख
read moreN S Yadav GoldMine
भगवान विष्णु ने जहां लिया था वराह अवतार वहां स्नान करने से मिलता है पुण्य अपार पढ़िए इस मंदिर का इतिहास !! 🎀🎀 {Bolo Ji Radhey Radhey} वराह भगवान मंदिर :- भगवान विष्णु ने जहां लिया था वराह अवतार, वहां स्नान करने मिलता है पुण्य अपार मिलता है। 🌴 भगवान वराह की नगरी कासगंज जिले का सोरों। देश के विभिन्न राज्यों की श्रद्धा एवं आस्था से जुड़ी हरिपदी गंगा। आने वाले 15 दिन यहां पर देश भर से श्रद्धालुओं का आना होगा। 16 दिसंबर से शुरू हो रहे मार्ग शीर्ष मेले को लेकर आस्था की नगरी तैयार है। त्रयोदशी को नागा साधुओं का शाही स्नान होगा। साल में एक बार लगने वाली पंचकोसीय परिक्रमा भी एकादशी को वराह मंदिर से शुरू होती है। पूर्णिमा को अंतिम एवं चतुर्थ स्नान के साथ में मेले का समापन होता है। 🌴 कासगंज से करीब 12 किमी दूर स्थित सोरों में हरिपदी गंगा (हर की पैड़ी) के तट पर लगने वाले मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है। उप्र के साथ मध्य प्रदेश और राजस्थान से तो लोग यहां आते ही हैं, अन्य प्रदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग स्नान करने के लिए यहां आते हैं। पूर्णिमा तक चलने वाले मेले में चार स्नान होते हैं। सबसे ज्यादा महत्व एकादशी के स्नान का है। माना जाता है इस दिन वराह भगवान ने यहां पर व्रत रखा था। त्रयोदशी को होने वाला तीसरा स्नान सिर्फ साधु संतों एवं नागा बाबाओं का ही खास तौर पर रहता है। एकादशी एवं द्वादशी को श्रद्धालु स्नान करते हैं तो अंतिम एवं चौथा स्नान पूर्णिमा को होता है। द्वादशी को वराह भगवान की यात्रा निकलती है। N S Yadav. यह है मान्यता :- 🌴 भगवान विष्णु ने वराह अवतार के रूप में दैत्यराज को मारकर उसके द्वारा रसातल में रखी गई पृथ्वी को दंत के अग्रभाग पर धारण कर जल से बाहर इसी स्थान पर निकाला था। मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी को व्रत रखा था, दूसरे दिन द्वादशी को वराह रूप त्याग दिया। इस पुण्य तिथि के उपलक्ष्य में यह मेला प्राचीन काल से यहां लगता आ रहा है। हिरण्याक्ष से पृथ्वी को मुक्त कराया :- 🌴 कासगंज जनपद की सोरों तीर्थ नगरी रहस्यों की नगरी कहा जाता है। सृष्टि का उद्धार करने के लिए भगवान विष्णु ने वराह के रूप में अवतार लिया था। यह अवतार भगवान ने वराह (शूकर) के रूप में लिया, तभी से इस नगरी का नाम शूकर क्षेत्र हो गया। शूकर क्षेत्र सोरों में एक नहीं अनेक आस्था के केन्द्र हैं। वराह भगवान मंदिर के महंत विदिहानंद बताते हैं कि शूकर सोरों तो महिमा से भरा पड़ा है। हमारे यहां कई अवतार हुए हैं। 🌴 दशावतारों में दो जलचर और दो वनचर, दो भूप, चार विप्र के अवतार हैं। जलचर में कक्ष और मक्ष आते हैं। वनचर वराह भगवान और नरसिंह भगवान हैं। दो भूपों में श्रीराम और श्रीकृष्ण आते हैं। चार विप्र हैं- परशुराम, बावन, बुद्ध, कपिल भगवान। ये सभी दशावतार में आते हैं। इस अवतार में भगवान वराह ने हिरण्याक्ष का वध कर और पृथ्वी को जल पर स्थापित किया था। हिरण्याक्ष ने जल के अंदर पूरी पृथ्वी को छिपा दिया था। बहुत बलशाली था दैत्य। उससे देवता भी हार गए थे। भगवान ने वराह का अवतार लेकर हिरण्याक्ष का वध किया और पृथ्वी को मुक्त कराया भगवान ने रखा था एकादशी का व्रत :- 🌴 तीर्थ पुरोहित सोरों विक्रम पांडे बताते हैं कि मान्यता है कि यहां भगवान ने वराह (तृतीय अवतार) के रूप में एकादशी के दिन व्रत रखकर पंचकोसी की परिक्रमा की थी। बाद में हिरण्याक्ष का वध कर हरिपदीय गंगा कुंड को नाखूनों से खोदकर अपने प्राण कुंड में त्याग दिये थे। तभी से इस कुंड में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। मृत पूर्वजों की अस्थियां विसर्जन करने से उनकी आत्मा का शांति मिलती है। विसर्जन की जाने वाली अस्थियां 72 घंटे यानि तीन के दिन के अंदर पानी में घुल मिलकर रेणु रूप हो जाती है। तभी से मार्गशीर्ष मेले का शुभारंभ हुआ था। ©N S Yadav GoldMine #City भगवान विष्णु ने जहां लिया था वराह अवतार वहां स्नान करने से मिलता है पुण्य अपार पढ़िए इस मंदिर का इतिहास !! 🎀🎀 {Bolo Ji Radhey Radhey} व
#City भगवान विष्णु ने जहां लिया था वराह अवतार वहां स्नान करने से मिलता है पुण्य अपार पढ़िए इस मंदिर का इतिहास !! 🎀🎀 {Bolo Ji Radhey Radhey} व
read moreEk villain
सफलता का द्वार खुलता है पूजा अर्चना से कष्ट महामारी और अपाचे का सामान होता है व्रत तथा महा जब से शत्रुता मतभेद दुर्भावना और अंत धीरे नष्ट होकर विजय की प्राप्ति होती है मां दुर्गा की भक्ति के संपन्न ईश्वरीय सुख और शांति का आगमन होता है माता की अनुकंपा से संसार भर की समृद्धि मिल सकती है प्रत्येक वैभव पाया जा सकता है समस्याओं के निवारण के लिए नवरात्रि में महामाया का ध्यान हितकारी है उनकी दया से सभी कार्य निर्धन संपादित होते हैं वक्त देवी जागरण का यह नवरात्रा काल सभी श्रद्धालुओं के लिए वरदान है इसे अद्भुत प्रसाद को ग्रहण कर जीवन को धन्य बनाने में विलंब नहीं करना चाहिए वेद पुराण श्रुति और उपनिषद जगत तरणी का ही गान करते हैं माता से अधिक बता साले कहीं नहीं इसमें रात्रि जागरण भर नहीं जन जागरण भी हो परम शक्ति की स्तुति का यही आयोजन तभी सार्थक सिद्ध हो सकेगा ©Ek villain #देवी जागरण का यह नवरात्र कल सभी श्रद्धालुओं के लिए वरदान #Navraatra
#देवी जागरण का यह नवरात्र कल सभी श्रद्धालुओं के लिए वरदान #Navraatra
read moreNeeraj Pandit Bahubali ( Pathak)
भारत राष्ट्रपति से सम्मानित श्री रमेश बाबा जी की 17000 श्रद्धालुओं की यात्रा आज बाजना आगमन पर रही।हमारे पुरखों की लाखों पुरानी संस्कृति रुकव
भारत राष्ट्रपति से सम्मानित श्री रमेश बाबा जी की 17000 श्रद्धालुओं की यात्रा आज बाजना आगमन पर रही।हमारे पुरखों की लाखों पुरानी संस्कृति रुकव
read moreSuyash
उगा हो सुरुजदेव भिन भिनसरवा अरघ केर-बेरवा , पूजन केर-बेरवा हो बड़की पुकारे देव दूनों कर जोरवा अरघ केर-बेरवा , पूजन केर-बेरवा हो ☀️🌞🙏 छठ पूजा समापन की औऱ सभी श्रद्धालुओं को उगते सूर्य का इंतजार ☀️🌞 उगते सूर्य को अर्घ का देने की बेरा है आई 🙏🙏 सभी को भगवान भास्कर आज जल्दी आन
छठ पूजा समापन की औऱ सभी श्रद्धालुओं को उगते सूर्य का इंतजार ☀️🌞 उगते सूर्य को अर्घ का देने की बेरा है आई 🙏🙏 सभी को भगवान भास्कर आज जल्दी आन
read moreAbhishek Rawat
#अयोध्याभंडारा_By_संतरामपालजी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को शुद
read moreयशवंत कुमार
वो चेहरा 'तुम्हारा' है मेरी बातों का मेरे जज्बातों का मेरे ख्यालों का मेरे सवालों का Read in caption... वो चेहरा "तुम्हारा " है। मेरी बातों का मेरे जज्बातों का मेरे ख्यालों का मेरे सवालों का मेरी तन्हाईयों का मेरी परछाईयों का
वो चेहरा "तुम्हारा " है। मेरी बातों का मेरे जज्बातों का मेरे ख्यालों का मेरे सवालों का मेरी तन्हाईयों का मेरी परछाईयों का
read moreRohit Potdar
का बरं का ? "Koni Pratyaksha pyeksha Gelyavarach jasta prem jaanavte." Haa difference vedich sarkavta aala nahi. Tar aayushya aani tyatli loko, fakt aathvan mahnun rahun jhatil aani tasecha jagave lagtil. का बरं का ?
का बरं का ?
read more