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Stories related to किसको मटका

F M POETRY

#किसको अपना लूँ उम्र भर के लिए....

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White किसको अपना लूँ उम्र भर के लिए..

किसको अपना कहूं ज़माने में..

यूसुफ़ आर खान...

©F M POETRY #किसको अपना लूँ उम्र भर के लिए....

Rakesh frnds4ever

#मेरे_बाद_किसको_सताओगे #मैं जो जी रहा हूं ,,,,ऐसे तो,,,,, #तुम कभी एक पल भी न जी पाओगे #मुझको जो तड़पा रहे हो,,सता रहे हो,,,

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Its Shayar Official

किसको अपने दिल में... 💔🥀😢 #Shaayari #sadShayari #brokenshayari #loveshayari #mohabbatshayari

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White किसको अपने दिल में
 तू मेरे, बाद रखेगा, 

तब तब याद आऊंगा, 
जब दिल पर हाथ रखेगा, 

एक इस तरीका के, 
हादसे में मारूंगा मैं,

जमाना याद रखेगा,

©Gaming Yt किसको अपने दिल में... 💔🥀😢

#Shaayari #sadShayari #brokenshayari #loveshayari #Mohabbatshayari

F M POETRY

#किसको समझाऊं.....

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White कौन सुनता है ईश्क़ वालों की..

किसको समझाऊँ हाल-ए-दिल अपना..


यूसुफ आर खान...

©F M POETRY #किसको समझाऊं.....

kavi amit kumar

#engineers_day अमीरी का घमड़ तू , किसको दिखता है! पैसे को जो तू, वे वजह उडाता है !! कभी पूछना अपने बाप से बैठकर! वो रात दिन कैसे कमाता है!!

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White अमीरी का घमड़ तू , किसको दिखता है!
पैसे को जो तू, वे वजह उडाता है !!
कभी पूछना अपने बाप से बैठकर!
वो रात दिन कैसे कमाता है!!
     ~अमित कुमार~

©kavi amit kumar #engineers_day अमीरी का घमड़ तू , किसको दिखता है!
पैसे को जो तू, वे वजह उडाता है !!
कभी पूछना अपने बाप से बैठकर!
वो रात दिन कैसे कमाता है!!

Mahesh Chekhaliya

#Gulaab किसको जबर जस्ती अपना नहीं बनाया जा सकता

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i accepted...

किसको जबर जस्ती
 अपना नहीं बनाया जा सकता...

©Mahesh Chekhaliya #Gulaab किसको जबर जस्ती अपना नहीं बनाया जा सकता

धाकड़ है हरियाणा

#बीजेपी की पहली सूची जारी #देखिए किसको मिली टिकट #किसका हुआ पत्ता साफ #चुनाव अपडेट

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Prakash writer05

सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद ना आएंगे...l छोड़ो मेहंदी खड़ग संभालो खुद ही अपना चीर बचा लो द्यूत बिछाए बैठे शकुनि, मस्तक सब बिक जा

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White सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, 
अब गोविंद ना आएंगे...l

छोड़ो मेहंदी खड़ग संभालो
खुद ही अपना चीर बचा लो
द्यूत बिछाए बैठे शकुनि,
मस्तक सब बिक जाएंगे

सुनो द्रोपदी शस्त्र उठालो, 
अब गोविंद ना आएंगे...|

कब तक आस लगाओगी तुम, 
बिक़े हुए अखबारों से,

कैसी रक्षा मांग रही हो दुशासन दरबारों से
स्वयं जो लज्जा हीन पड़े हैं

वे क्या लाज बचाएंगे
सुनो द्रोपदी शस्त्र उठालो अब गोविंद ना आएंग...l

कल तक केवल अंधा राजा, अब गूंगा-बहरा भी है
होंठ सिल दिए हैं जनता के, कानों पर पहरा भी है

तुम ही कहो ये अश्रु तुम्हारे,
किसको क्या समझाएँगे
सुनो द्रोपदी शस्त्र उठालो, अब गोविंद ना आएंगे...l

©Prakash writer05 सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, 
अब गोविंद ना आएंगे...l

छोड़ो मेहंदी खड़ग संभालो
खुद ही अपना चीर बचा लो
द्यूत बिछाए बैठे शकुनि,
मस्तक सब बिक जा

Shashi Bhushan Mishra

#किसको है दरकार#

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कुत्तों  की  भरमार, 
किसको है दरकार,

अराजक  हैं   तत्व, 
न्यायालय   लाचार,

अनुशासन कमज़ोर, 
सोई    है    सरकार,

अशिक्षित सब लोग,
बेबस  घर   परिवार,

कुनबा बना समाज, 
लालच लोभ अपार,

सत्ता   पाना   लक्ष्य, 
मानवता      बेज़ार,

नारी   का   सम्मान, 
स्वर्ग   बने   घरबार,

धरती  का  उपकार, 
रक्खो  नहीं   उधार,

'गुंजन'  मन में प्रीत, 
सही रखो  व्यवहार,
--शशि भूषण मिश्र 
  'गुंजन' प्रयागराज

©Shashi Bhushan Mishra #किसको है दरकार#

Vikas Sahni

#मौका_छूट_गया इस साल और अधिक अहित हुआ, सही होते हुए भी ग़लत साबित हुआ और बुरी तरह टूट गया। कल मातम मनाते-मनाते मौका छूट गया।। **** ****

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White #मौका_छूट_गया
इस साल और अधिक अहित हुआ,
सही होते हुए भी ग़लत साबित हुआ 
और बुरी तरह टूट गया।
कल मातम मनाते-मनाते मौका छूट गया।।
****    ****    ****    ****    ****
यह देख दोबारा कविता करीब आई,
अनुभूत करता रहा जिसकी गहराई, 
जिसका दिल मेरा मन लूट गया।
कल मातम मनाते-मनाते मौका छूट गया।।
****    ****    ****    ****    ****
अतः आज और अधिक हो गया है कठिन काम,
यह देख दिल बहला रहा था अक्षरधाम 
कि मदहोशी का मटका फूट गया।
कल मातम मनाते-मनाते मौका छूट गया।।
                                     ...✍️विकास साहनी

©Vikas Sahni #मौका_छूट_गया
इस साल और अधिक अहित हुआ,
सही होते हुए भी ग़लत साबित हुआ 
और बुरी तरह टूट गया।
कल मातम मनाते-मनाते मौका छूट गया।।
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