Nojoto: Largest Storytelling Platform

New betiyan phool hain poetry Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about betiyan phool hain poetry from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, betiyan phool hain poetry.

Stories related to betiyan phool hain poetry

Asharfun Nisa

Betiyan rehmat Hain

read more
 Betiyan rehmat Hain

Kuldeep kushwaha

khushnasheeb hain vo jinke betiyan hain

read more
aaj mai tumhen tumhari amaanat nahin 
apni haisiyat tumhare saath bhej raha hun beti ko bida karke main kangal ho jaunga sabkuchh hote huye bhi mere pass kuchh nahin bachega

©Kuldeep kushwaha khushnasheeb hain vo jinke betiyan hain

Ravi Saxena 6395703191

betiyan hoti hain paraayaa tha

read more

नि:शब्द अमित शर्मा

#Poetry Betiyan

read more
बेटी   मेरे घर में भी " धान " की फसल उग आई है 
लक्ष्मी के रूप में बेटियाँ घर आई है 

मेरा फर्ज है कि उनकी देखभाल अच्छे से करूँ
फसल किसी और कि है
मेरे हिस्से में तो सिर्फ मेहनत ही आयी है

और कहता हूं कि.........!! 

की एक दिन ले लेजाएँगे साहूकार हिसाब करके
उनके जाने का दुःख नही ख़ुशी होगी मुझे,

मेरी किसानी की यही तो मेरी सच्ची कमाई है

©निःशब्द अमित शर्मा #Poetry Betiyan

Khlilullah Haidri

#Betiyan phoolon ki tarah hoti hain

read more

joshi joshi diljala

betiyan Sab Mahan hoti hain #beinghuman

read more
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
 बेटी कहती है।
 घर अपना और चीज पराई।
 पेट में रहे या गर्म में बस तार-तार होती हैं।
 बेटियां क्यों पराई होती हैं।
 पहले बनाती हैं बाद में खाती हैं।
 बेटियों से क्यों  दोहाथ होती है।
 बेटियां ही क्यों शिकार होती हैं।
 नोट।
 बेटियां सब महान होती हैं। 
एक घर की नहीं दो घर की शान होती है।
 फिर भी बेटियां ही क्यों शिकार होती हैं।

©joshi joshi diljala betiyan Sab Mahan hoti hain
#beinghuman

Anurag kumar singh

#Betiyan Life Poetry

read more
आंख भरे होंगे आशु से , फिर से बेटियां रोई होंगी 
 फिर सहमी होंगी वो ,फिर डर की दुनिया में खोई होगी
पहले दूजो से खतरा था , शायद अब खुद से डरती होंगी 
खुद का सम्मान बचाने को शायद वो खुद से लड़ती होंगी

मन दुविधा से संचित होगा किसको सम्मान का ढाल कहे वो
 जब साथी ही उसके खिलाफ हो गैरो को क्या काल कहे वो
क्रूर हां कलयुग में किस पर ज़रा सा भी विश्वास करें वो
जब हर तरफ अपने साथियों से ही धोखे का आभास करें वो

हम तुम सोच नही सकते उनके मन में क्या भाव होंगे 
पिछले कल और अगले कल में हां कितने बदलाव होंगे 
किस डर भय और किस पीड़ा में वो हर पल मरती होंगी
पर इतना तय है अब बाहर आने से भी डरती होंगी 

भले वक्त के साथ उनके मन भाव में बदलाव होगा 
पर इतना तय है जीवनभर उनके दिल में ये घाव होगा

©Anurag kumar singh #Betiyan #Life #Poetry

Muhammad Fahad khan

phool yaad dilate hain....

read more
 phool yaad dilate hain....

Pushker Sharma

# betiyan to saubhagya se hi hoti hain

read more

Dr. Ayush Bansal (Musafir)

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile