Nojoto: Largest Storytelling Platform

New स्मृति में मतलब Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about स्मृति में मतलब from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, स्मृति में मतलब.

Mishkat Abidi

पिता की स्मृति में

read more

Shilpa Yadav

भटकते हुए एहसास समेटने के चक्कर में
अक्सर भटकते हैं लोग,चींटी जैसे शक्कर में

©Shilpa yadav #JodhaAkbar #आंगन #स्मृति#स्मृति

Ashutosh Dwivedi

पिता जी की स्मृति में.... #Flute

read more

Sanjay Sahu

#पूज्यनीय पिता जी की स्मृति में

read more
हर पल इंतजार आपका होता हैं,
इस हृदय में निवास आपका होता है।

वो आपका माथे पर प्यार भरा स्पर्श,
एक बार फिर से पाने का मन होता है।

आपकी छाया ही जीवन की अभिलाषा थी,
आपकी सेवा करना ही मेंरी जिज्ञासा थी।

पर किस्मत ने न जाने ये कैसा खेल रचा,
रंग भरे इस जीवन को पल भर में ही बेरंग करा।

✍️ मेरे विचार.......
🙏💐 पूज्यनीय पिताजी की तृतीय                                पुण्य-तिथि पर शत-शत नमन्💐🙏 #पूज्यनीय पिता जी की स्मृति में

Amit Singhal "Aseemit"

डाॅ राजेश हालुवासिया

स्मृति

read more
उनके साथ बिताए पलों की यादों के कारवां का वो कारिंदा मैं ही हूॅ।
मेरे ख्वाबों का क्या, उनके ख्वाबों से अपने दिल को  जलाए वो कारिंदा मैं ही हूॅ।
उनकी हसरतों को ताज सा सा सजाए वो कारिंदा मैं ही हूॅ।
उनके लिखे हुए खतों को आज तक अपने जहन में समाए वो कारिंदा मैं ही हूॅ।
वो मिले तो नहो पर उनके मिलने की आश लगाए वो कारिंदा मैं ही हूॅ। स्मृति

Savita Suman

VED PRAKASH 73

Rahul Saraswat

स्मृति

read more
मैं उसके लिए ,
कोई भार नहीं बनना चाहता था 
इसलिए स्वयं को 
एक स्मृति तक सीमित कर लिया .. स्मृति

*#_@_#*

स्मृति#

read more
##स्मृतियों के पन्नों से##


वाणी के तीक्ष्ण शरों से जब ये हृदय बिंध हो जाता है 
तुम याद स्वयं आ जाती हो रह -रह कर कर मन अंकुलाता है 

 तुम बिन रोना भी चाहूँ तो मैं किसके अंक शीश रख दूं 
अंतस की विकल उदासी को कैसे स्मित पट से ढक दूं 
मालूम है तुम न आओगी दुनिया की इन दहलीजों पर
लेकिन हर बार हृदय मेरा- पागल सा तुम्हें बुलाता है

मन कभी कभी थक जाता है दुनिया की दुनियादारी से
शीतल सा मन जल उठता है आघातों की चिंगारी से 
जब प्राणों की सारी कविता यूँ ही उदास हो जाती है 
 जब  निर्निमेष बोझिल  आंखों में शून्य क्षितिज भर आता है

तुम को खोया तो है मैंने लेकिन इक अनुभव पाया है 
शाश्वत आखिर क्या है जग में  जाएगा जो भी आया है
मैं शोक  नहीं करती फिर भी यादें हैं😔😔 आ ही जाती हैं
जब यह मासूम हृदय मेरा  दुनिया में ठोकर खाता है

इक अरसा गुजर गया लेकिन सब कल जैसा ही लगता है 
तुम अभी -अभी क्या चली गई हो कुछ ऐसा ही लगता है 
 तुम स्वप्नों में भी मौन सत्य  का इक संबल दे जाती हो 
"स्नेह" तुम्हारे बंधन में मन सुखपूरित दुख पाता है

                     __अभिलाषा पाण्डेय "स्नेह"

©abhilasha pandey #स्मृति#
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile