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Akhil Kael
White HONESTLY I DON'T HAVE THE COURAGE TO BE ABLE TO TELL TO ANYONE ESPECIALLY THE THERAPISTS THE UGLY TRUTH WHERE MY TRAUMA STEMS FROM.. BECAUSE ONCE I TOLD A THERAPIST AND SHE BROKE THE CODE OF CONFIDENTIALITY BY REVEALING IT TO THE PEOPLE I TRUSTED WHO ENDED UP MAKING FUN OF ME. HAD I KNOWN THE LAWS THAT PROTECT MY CONFIDENTIALITY I'D SUED HER AND OTHER PEOPLE... NOW I JUST DON'T HAVE ENERGY.. NOW ALL I HAVE IS WRITING, RAP, DRUMMING MUSIC AND SOLITUDE.. AND IT'S BETTER THAN ANY THERAPY ©Akhil Kael #good_night #Trauma #narcissist
#good_night #Trauma #narcissist
read moreJayesh gulati
मैंने कभी लिखा था ख्वाब एक किताब में, तुम्हे देखा तो जाना ख्वाब पूरे भी होते है ।। ©Jayesh gulati #Books
Writer Ravi
उलझनो को सुलझा देती हैं किताबें भटके को मार्ग दिखाती हैं किताबें बदतर से बेहतर बनाती है किताबें तू किताबों को दोस्त बना तो सही मंजिल तक आसानी से पहुंचती हैं किताबें । ©Writer Ravi #Books
कृतांत अनन्त नीरज...
आकर्षण आपको सिर्फ आकर्षित कर सकता है नष्ट नही नष्ट तो आप तब होते है जब आप आकर्षण की ताकत को अपने "आत्म अनुशासन" की शक्ति से अधिक समझ लेते है... ©कृतांत अनन्त नीरज... #Books
Dpoonam4
part-4 अचानक सफेद कोहरे को फैलते देखकर गॉंव वाले ड़र के मारे अपने अपने घरों की ओर भागने लगते हैं। ©Dpoonam4 #कहानी #story #horror #fiction #nojohindi
#कहानी #story horror #fiction #nojohindi
read moreHeer
किताबें बड़ी हसरत लिए बंद अलमारी के शीशों से झांकती किताबें, सोचती होगी पहले जिनसे रोज़ होती थी बातें, अब तो महीनों होती नही मुलाक़ातें। जो रातें गुजरती थी अक्सर साथ में, आज वो कटती है computer के साथ में, देख बड़ी बेचैन रहती हैं किताबें क्योंकि, उन्हें अब नींद में चलने की आदत हो गई है। जो किस्से कहानियां वो सुनाती थीं, battery जिनकी कभी न खत्म होती थी, वो झलक अब नजर कही आती नही, रिश्ते रह गए उजड़े उजड़े, घर हो गया अब खाली खाली। जुबां पर ज़ायका आता था जो एक अल्फाज़ निकलता था, अब उँगली click करने से बस एक झपकी गुज़रती है, बहुत कुछ तबाह हो गया और बचा है वो परदे पर खुलता चला जाता है। किताबों से जो काटी जाती थी राते सीने से लिपटे हुए गुजरते थी जो रातें, कभी गोदी में तो कभी घुटनों के बल बैठ पढ़ते थे, कभी अजीब सी सूरत बनाकर मुस्कुराया करते थे, सजदे में कभी छूते थे जबीं से, जाने कहा को गया वो सुकून Robot के इस जहान में। ©Heer #Books
daisykavi
எம் நூலகபணிக்கு நன்றி. எதிர்மறையான சில மனித மனங்களுக்கு மத்தியில் இல்லாமல், நேர்மறையான நூலக வாசனையில் பயணிப்பது ஒரு சிலாக்கியம்தான் ©daisykavi #Books
daisykavi
எம் நூலகபணிக்கு நன்றி. எதிர்மறையான சில மனித மனங்களுக்கு மத்தியில் இல்லாமல், நேர்மறையான நூலக வாசனையில் பயணிப்பது ஒரு சிலாக்கியம்தான் ©daisykavi #Books
Navash2411
लगता है गहरे जख्मों की कहानी लिखी है, यादों की धुंध में छुपी रात पुरानी लिखी है। हस्ती को खुद में समाने की बात करते हो, शायद उस किताब में कोई निशानी रखी है। ©Navash2411 #Books