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Tarique Usmani
छोड़ो ना ये सफेद बालों की फ़िक्र ,,,,कोई तो है... जो तुम्हारे चेहरे की तिल पर मरता है । छोड़ो ना ये बढ़ते हुए वज़न की फ़िक्र ,,,,कोई तो है .. जो सिर्फ़ तुम्हारे खूबसूरत दिल पे मरता है। छोड़ो ना ये गालों की सिलवटों की फ़िक्र ,,,,,कोई तो है... जो सिर्फ़ तुम्हारी प्यारी सी मुस्कान पे मरता है। तुम वही करो जिससे तुम्हें खुशी मिले ,,,,, कोई तो है जो सिर्फ़ तुम्हारी खुशी पर मरता है। ©Tarique Usmani #diary
Lakshmi Rangarajan
White You go, you live, you dream, you work, you see, your dream, you live, you go! that viscous cycle repeats, you pause, you thank, you love, you be kind, you live, you dream, you work, and.... you feel HIM! the viscous cycle stops! you upgrade to HIS abode! never to come back, the highest good, the highest achievement has happened! ©Lakshmi Rangarajan grade up#poetry
grade up#Poetry
read moreshobha
"ದೂರವಿದು ಏತಕೇ... "ಏನೆಂದು ಬರೆಯಲಿ ನಿನ್ನದೇ ಚಹರೆಯಲಿ ಪ್ರೀತಿಯ ಬೇಗೆಯಲಿ ನೆನಪು ನೂರು ಮನದಲಿ ಸಹಿಸಲಾರೇ ನಿನ್ನ ದೂರದಲಿ ಬಾರೆಯಾ ನಲ್ಲ ಮೊಗವ ತೋರೆಯಾ ಸಾಕಿದು ನೋವಿನ ಅಲೆಯಾ.., ©shobha #diary ಪ್ರೀತಿಯ ಕರೆ
#diary ಪ್ರೀತಿಯ ಕರೆ
read moresweetu
प्रेम में तो सिर्फ़ हवस वालो को सफलता मिलती है, जो सच में सच्चा प्यार करते है, साला वो तो शायरिया लिखते रह जाते हैं। ©sweetu #diary
Ubaida khatoon Siddiqui
Dear Diary Pichle kayi saalo se humari zindagi mein kya chal raha hai, kya ho raha hai, kuch hume pata hi nahi chalta, bs subaah se shaam hoti hai, ghar ke kaam, mobile, tv, namaaz, quraan, sajde bs phir naya din, aur aisa karte - karte kayi saal ho gaye hai, hume toh pata hi nahi zindagi mein kuch paana bhi chahte hai ya nahi, past ki baaton se hi nahi nikal paate, apni nadaniyon se, pata nahi zindagi mein kuch banenge bhi ya nahi, bs Overthinking, anxiety yeh sab laga rehta hai zindagi mein aisa lagta hai, khush hote hai , din bhar logon se baatien, bhai - behan se jhagdaa hota rehta hai, par phir jab raaton ko neend nahi aati, zindagi ki talkh baatein yaad aati hai, aane waale kal ki fikar sataane lagti hai, allah par yakeen hai pata nahi kyun yeh dimaag nahi sunta humari. 2/10/24 ⏰11:37 p. m. (ubaida khatoon S S) ✍️ ©Ubaida khatoon Siddiqui #diary #Ubaidakhatoon #ubaidawrites #Thoughts #diary
#diary #Ubaidakhatoon #ubaidawrites Thoughts #diary
read moreRajeswari Bal
ये मेरी "DIARY" । अधूरे लफ़्ज़ और अकेलेपन के एहसास को साही से लिखू या सुरमे से लिखू...। कतराती हूं ये सोच के की बीच सफर में दोस्ती राहे से रखू या मंजिल से रखू...। आंखों में दर्द के समंदर लिए दिल में रेत का घर बसाना चाहती हूं...। रात भर इन आंखों को यादों में भीगा कर ख्वाबों के बाहों में लिपटना चाहती हूं...। तू कब तक समेटती रहेगी वो बिखरी हुई यादों के पन्नो को...। पाकर भी खो दिया है सब कुछ अब यादों के सिवा और कुछ नहीं है खोने को...। वो पूछते हैं ठिकाना हमारे लापता खुशियों का और यहाँ अल्फाजों की देहलीज पर जिंदगी घायल खड़ी हे...। सो लेने दो सिमटी हुई यादों के बिस्तर पे कुछ देर और यारो,,,जीने के लिए तो पूरी जिंदगी पड़ी है...। कर लेती हूं कभी कभी हिसाब आपनो के दिए हुए ज़ख्म का ओर उनके दिए हुए मोहब्बत के कर्जदार भी हम हैं...। लोग पास रह कर रिश्तो निभाने की बात करते हैं मगर निभाने वाले तो दूर रह कर भी निभा जाते हैं...। जरूरी तो नहीं की हर मसले का हल माफ़ी हो...। कल सब नाम के रिश्ते जरूरी थे मगर आज मेरे लिए सिर्फ "TUM" ही काफी हो...। ©Rajeswari Bal #diary Diary is my best friend 📒🖋️
#diary Diary is my best friend 📒🖋️
read moreDcprashant
कौन यहाँ दिल बहलाने को लिखता है, दिल बहलता नहीं इसलिए तो लिखना पड़ता है। ©Dcprashant #diary
Aakansha shukla
Dear Diary मेरी डायरी कभी यादों, कभी सपनों, से वो मुझे सजाती है। अपने सुंदर सुंदर शब्दों, कि माला मुझे पहनाती है। कभी अपने बारे में कुछ कहती, कभी परिवार के बारे में कुछ बतलाती है। कभी दोस्त, कभी टीचर्स, हर किसी के बारे मे वो मुझे बतलाती है। कभी वो मेरे संग मंद-मंद मुस्कुराती, कभी-कभी वो मुझे रुलाती है। जो बाते वो किसी से नही कर पाती, रात में आकर मुझे बताती है। वो लोगो के नजरों से मुझे छुपाती हैं, वो पुराने किस्से मुझे बताती हैं। वो मुझे हर पल सवारती हैं, वो मुझपे बहुत प्यार जताती हैं। ©Aakansha shukla #diary हिंदी कविता
#diary हिंदी कविता
read moreRupali Mishra
White Hum dono ka Rishta khas hai kuch iss tarah Bati ke saath Dia jalta hai jisstarah Kayenat ki sajis kahu ya kahu Rab ki Rehemiyat Khudse thi Khafa jab Milaya Tujhse uss waqt... ©Rupali Mishra #writers diary
#writers diary
read moreseema patidar
लिखने का उद्देश्य तब सार्थक होता है जब ....... पढ़ने वाले लिखने वाले के भावों को समझले क्यों की....... पढ़ने वाले शब्द पढ़ते है और लिखने वाले मन के भाव । ©seema patidar #diary