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kumar akash
इश्क़ किजिये फिर दर्द का माजा लिजिये हम भी कतार मे और आप भी लग जायिये ठहरे हुए फिजाओ मे आना जाना लगा रहता हैं मोहबत एक रेस हैं लगायिये और जीत जायिये "कुमार आकाश " #28-06-018
28-06-018
read moreSumeet Pathak
रात बाकी है.. मुलाकात बाकी है, हम दोनो की अठखेलियों की सौगात बाकी है... इंतज़ार की ये घड़ियाँ, है कई दर्द छुपाए हुए, मेहबूब से मिलन की चाह बाकी है... ना दोष दूँ मै उन तारों को ना अँधियारा छुपा सके तुझे, यूँ चाँदनी जो तूने अपनी बिखेरी हमसफर तेरे दीदार की हसरत मुझमे यूँ जागी है... अब नींद कहाँ इस दिल को जो तुझसा जवां हो हमदम साथ मेरे... रातों में जो तू ही रहे नज़ारों में वो रात के नज़ारे.., फिर कैसे ना रहे सपनो में तू मेरे... DQ : 018 #yqdidi #yqbaba #yqhindi #yqurdu #yqshayari #raat1series #baatein #yaad
DQ : 018 #yqdidi #yqbaba #yqhindi #yqurdu #yqshayari #raat1series #baatein #Yaad
read moreSumeet Pathak
your gazelle "Eyes"... DQ : 062 : DQC : 018 I don't know why, You till now...! Where do you find comfort? Use #RefugeIn #Collab Challenge P.S. Join our super c
Nitesh Prajapati
तुमसे बिछड़कर जाना के ग़म क्या है, अकेला होने के बाद जाना मेंने के तन्हाई क्या है। लगता था पहेले के अकेला ही काट लूँगा ज़िंदगी, पर अब एक एक पल लगे मुझे भारी। तुझे याद करता हूंँ तो अश्क बह जाते है आँखों से, लेकिन इन अश्कों के सिवा अब मेरी जिंदगी मे बचा ही क्या है। -Nitesh Prajapati P.P.018 #PP_शब्दरेखा_तुमसेबिछड़कर ➡️समय सीमा 24 घंटे या निर्दिष्ट के अनुसार। ➡️विषय पर अपने स्वयं के भाव-व्यक्त कीजिये। स्वरचित रचना ही मान
P.P.018 #PP_शब्दरेखा_तुमसेबिछड़कर ➡️समय सीमा 24 घंटे या निर्दिष्ट के अनुसार। ➡️विषय पर अपने स्वयं के भाव-व्यक्त कीजिये। स्वरचित रचना ही मान
read moreShravan Goud
तुमसे बिछड़कर क्या करेंगे, जब कि मेरा दिल तो आपके पास ही रहेगा। P.P.018 #PP_शब्दरेखा_तुमसेबिछड़कर ➡️समय सीमा 24 घंटे या निर्दिष्ट के अनुसार। ➡️विषय पर अपने स्वयं के भाव-व्यक्त कीजिये। स्वरचित रचना ही मान
P.P.018 #PP_शब्दरेखा_तुमसेबिछड़कर ➡️समय सीमा 24 घंटे या निर्दिष्ट के अनुसार। ➡️विषय पर अपने स्वयं के भाव-व्यक्त कीजिये। स्वरचित रचना ही मान
read moreVedantika
तुमसें बिछड़कर जीना बहुत ही मुश्किल है। तेरी मोहब्बत ही मेरी ज़िंदगी का हासिल है। आ कर देख एक बार हाल मेरे इस दिल का, बिन तेरे यह तो न धड़कने के रहा क़ाबिल है। गए हो छोड़कर हमको बीच रास्ते में जो तन्हा, धुंध छाई हैं चारों ओर गुमशुदा हुई मंज़िल है। तेरी मोहब्बत के सदके में ये सारी उम्र गुजार दूँ, मेरे खुदा की इबादत में एक तू ही तो शामिल है। P.P.018 #PP_शब्दरेखा_तुमसेबिछड़कर ➡️समय सीमा 24 घंटे या निर्दिष्ट के अनुसार। ➡️विषय पर अपने स्वयं के भाव-व्यक्त कीजिये। स्वरचित रचना ही मान
P.P.018 PP_शब्दरेखा_तुमसेबिछड़कर ➡️समय सीमा 24 घंटे या निर्दिष्ट के अनुसार। ➡️विषय पर अपने स्वयं के भाव-व्यक्त कीजिये। स्वरचित रचना ही मान
read moreManju Sharma
तुमसे बिछड़कर कहाँ मै फिर खुद का रहा, हर तरफ तेरी यादों का साया ही रहा, बेचैन मुझे हर पल तेरी बातें कर जाती थी, मेरे आखों में अश्को के सागर दे जाती थी, क्यो मोहब्बत में आज ये अंजाम आया, क्यो मेरा बेइन्तहा इश्क तुम्हे समझ नहीं आया। P.P.018 #PP_शब्दरेखा_तुमसेबिछड़कर ➡️समय सीमा 24 घंटे या निर्दिष्ट के अनुसार। ➡️विषय पर अपने स्वयं के भाव-व्यक्त कीजिये। स्वरचित रचना ही मान
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read moreyogesh atmaram ambawale
तेरे मेरे दरमियां,जब ए फासला हो गया हैं, एहसास प्यार का,अब मुझे हो गया हैं| दूर होते हुए भी लगता है,तुम मेरे समीप हो, तुमसे बिछड़कर जाना,तुम कितने करीब हो| P.P.018 #PP_शब्दरेखा_तुमसेबिछड़कर ➡️समय सीमा 24 घंटे या निर्दिष्ट के अनुसार। ➡️विषय पर अपने स्वयं के भाव-व्यक्त कीजिये। स्वरचित रचना ही मान
P.P.018 #PP_शब्दरेखा_तुमसेबिछड़कर ➡️समय सीमा 24 घंटे या निर्दिष्ट के अनुसार। ➡️विषय पर अपने स्वयं के भाव-व्यक्त कीजिये। स्वरचित रचना ही मान
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