Nojoto: Largest Storytelling Platform

New खिलते हैं गुल यहाँ Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about खिलते हैं गुल यहाँ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, खिलते हैं गुल यहाँ.

Stories related to खिलते हैं गुल यहाँ

F M POETRY

#सुबह लेते हैं शाम लेते हैं.....

read more
White ज़ाम लेते हैं तेरी यादों में..

सुबह लेते हैं शाम लेते हैं..


यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY #सुबह लेते हैं शाम लेते हैं.....

prem shanker noorpuriya

गुल हूं गुलशन का

read more
White प्रेम का चुंबन बन मैं जगमगाता हूं,
फिर कहीं पन्नों में दबाया जाता हूं।
रहता तब भी साथ करुण कहानी में 
बिछड़ जाता अपना कोई रवानी में।
संदेश बन जाऊं तब मैं अनशन का,
मैं एक गुल हूं अपने गुलशन का।।
~ प्रेम शंकर "नूरपुरिया"
मौलिक स्वरचित

©prem shanker noorpuriya गुल हूं गुलशन का

हिमांशु Kulshreshtha

खुश हैं..

read more
White बहकते हैं
हर रोज़ ये कदम,
तुम्हारे पास आने के लिए,
न जानें कितने फासले,
अभी तय करने हैं
तुम्हें पाने के लिए….
बस इसी तरह
सोचा किए थे हम
अब, तुमसे मिलने
तुमसे बतियाने
की चाहत ही बाकी न रही
न अब दर्द है, न निशाँ मोहब्बत के
उजाड़ दिया है आशियां हमने
ख़ुद अपने हाथों से
तुम रहो सलामत, हम ख़ुश हैं
अपनी ख़ुदी में

©हिमांशु Kulshreshtha खुश हैं..

Bharat Bhushan pathak

रूप निराला अम्बे माँ का,भक्तों आओ दरस करो। हे दुष्टों को दलने वाली,हे कल्याणी त्राण हरो।। चहुँओर ही दनुज हैं फैले,भीत मनुज हैं चीत्कारे। पाप

read more
माँ  मुझे  वरदान  दो  की  रूप निराला अम्बे माँ का,भक्तों आओ दरस करो।
हे दुष्टों को दलने वाली,हे कल्याणी त्राण हरो।।
चहुँओर ही दनुज हैं फैले,भीत मनुज हैं चीत्कारे।
पापी पलड़ा ऐसा भारी,यहाँ पुण्य को फटकारे।।
 भूखे निर्धन बिलक रहे हैं,भोजन धनिक यहाँ फेंके।
जिनके घर वस्त्रों की धारा,वे चीथड़ों को न क्यों देखे।।

©Bharat Bhushan pathak रूप निराला अम्बे माँ का,भक्तों आओ दरस करो।
हे दुष्टों को दलने वाली,हे कल्याणी त्राण हरो।।
चहुँओर ही दनुज हैं फैले,भीत मनुज हैं चीत्कारे।
पाप

Praveen Jain "पल्लव"

#hindi_diwas दूरदृष्टि के फल खिलते है #nojotohindi

read more
White पल्लव की डायरी
तलबगार को धुन हो तलब की 
प्यास ज्ञान की प्रगण होती है
होता प्रसव साहित्यों का 
चेतना तक तत्व झकझोरता है
सृजन के फूल खिलते है
पल्लवित होते समाज और देश
दूरदृष्टि के फल खिलते है
पाते अराजक और मिथ्यात्व पर विजय
ज्ञान और साहित्यों के आगे
परास्त सिंहासन के दल बल होते है
                                               प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #hindi_diwas दूरदृष्टि के फल खिलते है
#nojotohindi

Praveen Jain "पल्लव"

#sad_quotes पाप के सब बाप है यहाँ

read more
White पल्लव की डायरी
अनकही जिंदगी है 
तरह तरह से रोज रोज सताती है
उगते,अस्त होते,चाँद सूरज
पड़ाव उम्रो के हम कितने चढ़ जाते है
मलते रहते ख्वाहिश के सपने
मेहनत कर कर मर जाते है
उसूलो वाले संसार की जमात में
हम जैसे नेक सत्यवादी पनप नही पाते है
  सज्जनता का यहाँ ना कोई मोल
 घुट कर जलील सब करते जाते है
पाप के सब बाप है यहाँ
हर हिस्से ईमानदार के खाये जाते है
नीयत और नैतिकता की आड़ लिये
शिकार सबको बनाये जाते है
                                            प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #sad_quotes पाप के सब बाप है यहाँ

RUPESH Kr SINHA

हर कोई यहाँ हर किसी को गिराना चाहता है

read more

पूजा सक्सेना ‘पलक’

हिन्दी हैं हम वतन हैं,.... हिंदी गाना वीडियो

read more

person

भक्ति हैं शक्ति हैं जीवन की मुक्ति हैं

read more

M R Mehata(रानिसीगं )

अकेला हैं....

read more
जय माता दी 
🌼🌼🌼

©M R Mehata(रानिसीगं ) अकेला  हैं....
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile