Find the Latest Status about इस्कीमिक हृदय रोग लक्षण from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, इस्कीमिक हृदय रोग लक्षण.
Shahab
जिस इंसान के अंदर कोरोना के लक्षण है उनसे 2 गज दूर रहें , और जिसके अंदर जाति और धर्म के नाम पर ज़हर फैलाने के लक्षण है उनसे ज़िन्दगी भर दूर रहें ... ©Shahab #लक्षण
Sachin Dwivedi
लोभी और कपटियों का का एकमात्र काम है, काम धाम कुछ नहीं काम बस आराम है, बात करें मीठी-मीठी चाल सीधी साधी सी, जेब में कटार है और मुख पे राम राम है, ✍सचिन #लक्षण
manoj kumar jha"Manu"
हे अर्जुन! तमोगुण के बढ़ने पर अंतः करण और इंद्रियों में अप्रकाश,कर्तव्य कर्मों में अप्रवृत्ति और प्रमाद अर्थात व्यर्थ चेष्टा और निद्रादि अन्तःकरण की मोहनी वृतियाँ यह सब भी उत्पन्न होते हैं। श्रीमद्भगवतगीता १४/१३ तामसी लक्षण
तामसी लक्षण
read moreParasram Arora
आज जो सबसे बड़ी क्रांति घट रही है वह ये क़ि हमारी चेतना विकसित हो कर संवेदनशीलता ग्रहण कर निखर रही है आज कही शूद्र जलाया जाता है तो हमारे मन मे भी कचोट लगती है आज कही अगर किसी दलित स्त्री का भी बलात्कार किया जाता है तो हमें भी अड़चन होती है.. पीड़ा होती है हज़ारों साल हमारी परम्पराओं ने जैसा हमारी चेतना को बंधक बनाया था आज वो वैसी नहीं हैl उसमे कुछ कुछ नई किरण फूटनी शुरू हुई है ये शुभ लक्षण है शुभ लक्षण
शुभ लक्षण
read moremanoj kumar jha"Manu"
जिस समय इस देह में तथा अंतःकरण और इंद्रियों में चेतनता और विवेक शक्ति उत्पन्न होती है, उस समय ऐसा जानना चाहिए कि सतोगुण बढ़ा है। श्रीमद्भगवतगीता १४/११ सतोगुण का लक्षण
सतोगुण का लक्षण
read moreALL IS WELL
उतार चढाव पर अगर आपका साथ न छोडे तो उस व्यक्ति की कद्र हमेशा करना ©ALL IS WELL मित्र लक्षण #Childhood
मित्र लक्षण #Childhood
read moreHeer
रोग ऐसा रोग लगा मुझे की, अब नहीं दिखता कोई अपना, जकड़ा मुझको इसने ऐसे की, रहा न कोई अपना। छाया अब घनघोर अंधेरा, कैसी दुविधा है आई, चारो ओर उदासी है लाई, इंतजार जीवन भर पाया। चेहरे पर खुशी नहीं अब, ऐसा साल आया अब, पैसे रहा न अपने रहे,रहा न कोई अपना। शुरुआत में लगा मुझे भी, सलामत घर को लौट जाऊंगा, सब कुछ ठीक फिर हो जायेगा,पहले जैसा बन जायेगा। लेकिन फिर अचानक से, इस बीमारी ने अपना रंग दिखाई, दिखाया मुझको फिर आइना, मुझसे मेरी पहचान कराई। अब पूछते है एक दूसरे से, कब होगा सब पहले जैसा, कब तक रहेगा सब ऐसा, हर सुबह करते है अब सब, सवाल नए एक दूसरे से। कही ऐसा न हो जाए, उड़ जाए पंछी अकेला, रह जाए बस खाली पिंजरा, समझ आया जब रोग ये लगा, रहा न कोई अपना। Alfazii 🖊️💙 ©Heer #रोग