Find the Latest Status about पेशोला की प्रतिध्वनि कविता का भावार्थ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पेशोला की प्रतिध्वनि कविता का भावार्थ.
Arora PR
तुम्हारी ये लम्बी चुप्पी मौन सन्देश दें रही कि तुम्हे मेरी बात मान लेने मे कोई एतराज़ नहीं हैँ फिर भी मै चाहुँगा कि तुम्हारे इस मौन का भावार्थ समझने की चेष्टा अवश्य करके देखु कि कही तुम इस धैर्य धारण के कवच से अपने ह्रदय को आहत तो नहीं कर रहे हो? ©Arora PR मौन का भावार्थ
मौन का भावार्थ
read moreनेहा
प्रतिध्वनि सुनाई देती है, कर्मों के फल की,वाणी के वचनों की, मन के संकल्पों की,अपने भ्रम और विकल्पों की प्रतिध्वनि सुनाई देती है। जो बोया है वही सबने पाया है,यही रामजी की माया है। जैसे कर्म करोगे , वैसा फल मिलता है, वाणी की कोमलता जितना ही वचन तू सुनता है। स्थिर मन से ही सबने दृढ़ संकल्प को पाया है, भ्रम और विकल्पों से जीवन सदैव भरमाया है। परम गुरु की कृपा से शाशवत सत्य की झलक दिखाई देती है, श्रद्देय पर 'नेह' से परम प्रेम की प्रतिध्वनि सुनाई देती है। प्रतिध्वनि # #
प्रतिध्वनि # #
read moreKundan Kumar Mallick
मैं शुष्क हृदय में नमी ढूँढता हूँ मैं शुष्क नयन में नदी ढूँढता हूँ मानवता जब भौतिकता से घिर जाती है मैं मौन लिए प्रतिध्वनि ढूँढता हूँ।। -- कुन्दन कुमार मल्लिक #प्रतिध्वनि
suramya shubham
क्या तुम्हें मेरी कविताओं में अपनी आवाज़ सुनाई पड़ती है??? सुनो इसे... ये नज़र आएंगी पुकारते तुम्हें बिल्कुल वैसे ही जैसे तुम पुकारा करते थे मुझें पूरे हक़ से... मैंने अपने शब्दों को तुम्हारी ही आवाज़ दी है ये प्रतिध्वनि हैं तुम्हारे... sur... प्रतिध्वनि...
प्रतिध्वनि...
read moreParasram Arora
मेरे मौन शब्दों का अर्थ जानना निरर्थक सिद्ध हो सकता है यधपि उनका भावार्थ समझा जा सकता है.... क्योंकि भाव की कोई भाषा नहीं होती वहा तो केवल अनुभूति का अस्तित्व होता है वो तो वैसा ही है जैसे चन्द्रमा की मौन चांदनी की स्निग्धता का सुखद अहसास जैसे वक्ष की ऊँची शाखाओं पर हवाओं क़ि हलचल से उपजि..हुई खड़खड़ाहट और सरसराहट पत्तों की ©Parasram Arora मौन शब्दों का भावार्थ.......
मौन शब्दों का भावार्थ.......
read moreMohan Sardarshahari
White तारे गिनने से नींद नहीं आती अंदर से खुशी हो तभी खूबसूरती भाती पास में जो ही उससे बतिया लो चाहे जानवर हो, उससे प्रतिध्वनि आती।। ©Mohan Sardarshahari # प्रतिध्वनि
# प्रतिध्वनि
read moreEkta Gour
तेरे बातों कि गुँज आज भी दिल को सुनाई देती हैं तेरे होने का एहसास हमेशा दिला ते रहती हैं #प्रतिध्वनि #गूँज
Madhukar Singh chauhan
यदि शांति की गूंज में पाप की प्रतिध्वनि सजे । फिर आर्यों के देश में ज्यों जाहिलो से सर लजे।। द्रोपदी के चीर पर दुशासन की आंच आए। तो मांगती वसुधा यहीं बर तो पंचजन्य फिर बजे।। -Madhukar singh chauhan यदि शांति की गूंज में पाप की प्रतिध्वनि सजे ।
यदि शांति की गूंज में पाप की प्रतिध्वनि सजे ।
read more