Find the Latest Status about फिर कोई है वीडियो में from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, फिर कोई है वीडियो में.
Mahi das vaishnav
कोई मिला था कल तो दिल में जान आई उन से आज दिदार नहीं हुआ तो दिल मे दरार आई। ©Mahi das vaishnav #शशशशशश फिर कोई है।
#शशशशशश फिर कोई है।
read moreVinay Kumar
फिर मुसाफिर बन चला है कोई फिर रास्ता भटक गया है कोई घर की वो चिडिया याद आती है फिर घोसला उजड़ गया है कोई देहलीज़ अब रास्ता तकती है फिर आँगन सुना पड गया है कोई बहोत ख़ामोशी है शहर में आज फिर इंसान अकेला मर गया है कोई दिल गुमनाम है उसे रहने दो फिर खुद का पता भूल गया है कोई शैतानों की बस्ती में रोशिनी बहोत है फिर से भगवान् मर गया है कोई फिर मुसाफिर बन चला है कोई फिर रास्ता भटक गया है कोई घर की वो चिडिया याद आती है फिर घोसला उजड़ गया है कोई देहलीज़ अब रास्ता तकती है फिर आँगन सु
फिर मुसाफिर बन चला है कोई फिर रास्ता भटक गया है कोई घर की वो चिडिया याद आती है फिर घोसला उजड़ गया है कोई देहलीज़ अब रास्ता तकती है फिर आँगन सु
read moreVinay Kumar
फिर मुसाफिर बन चला है कोई फिर रास्ता भटक गया है कोई फिर मुसाफिर बन चला है कोई फिर रास्ता भटक गया है कोई #nojoto #love
Neet
फिर मेरे हिस्से में आएगा समझौता कोई, आज फिर कोई कह रहा है समझदार हो तुम #शायर न ©neet फिर मेरे हिस्से में आएगा समझौता कोई, आज फिर कोई कह रहा है समझदार हो तुम # शायर न
फिर मेरे हिस्से में आएगा समझौता कोई, आज फिर कोई कह रहा है समझदार हो तुम # शायर न
read moreShashi Bhushan Mishra
फिर कोई न वैसा भाता है, जब दिल से कोई जाता है, इक जख्म छोड़ जाता ऐसा, जो कभी नहीं भर पाता है, ढह जाता है विश्वास अजर, मन में गम घर कर जाता है, पीड़ा का पारावार नहीं ! मन नाहक शोर मचाता है, साहिल से टकराती लहरें, सागर जब दर्द सुनाता है, नभ में छा जाते उमड़-घुमड़, सावन घन गीत सुनाता है, है प्रेम प्राण का स्पंदन, तन्हाई में दिल घबराता है, यादें तड़पाती जीवन भर, 'गुंजन' मन भूल न पाता है, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #फिर कोई न वैसा भाता है#
#फिर कोई न वैसा भाता है#
read moreSuraj Bhoyar
हे खुदा..! तेरे इस संसार में ये मंज़र क्यों है... फिर कोई बदनसीब तो कोई सिक्कंदर क्यों है... तेरे इस संसार में रहने वाले सारे बंदे तेरे है..
read morebhawna saini
बेअदब से लफ़्ज़ों में आज ठहराव ले आया है फिर कोई फलक से ज़मीन पर आज रंगीन आसमान ले आया है फिर कोई जहन में एक अहसास ए सुकून ले आया है आज फिर कोई बात बीते दिनों की करते करते फरमान ए मुशक ले आया है फिर कोई शायद रहना दूर अब रास नहीं आया उसको भी जिंदगी की चाह में बंदिशे हज़ार तोड़ आया है आज फिर कोई बंद चिराग़ सी नज़रों में वो फिर नूर ए जहान ले आया है फिर कोई ©bhawna saini बेअदब से लफ़्ज़ों में आज ठहराव ले आया है फिर कोई फलक से ज़मीन पर आज रंगीन आसमान ले आया है फिर कोई जहन में एक अहसास ए
बेअदब से लफ़्ज़ों में आज ठहराव ले आया है फिर कोई फलक से ज़मीन पर आज रंगीन आसमान ले आया है फिर कोई जहन में एक अहसास ए
read more