Nojoto: Largest Storytelling Platform

New any moral story in hindi Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about any moral story in hindi from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, any moral story in hindi.

Stories related to any moral story in hindi

Motivational wings

Best Motivational Moral Story in Hindi | Inspirational Story #Shorts

read more

motivational story

सबसे बड़ा मूर्ख __ Best moral short story in hindi __ Short spiritual story

read more

Pooja Diwaker

new moral stories in hindi #Hindi

read more

Pooja

#moral story

read more
White सच्ची दोस्ती

एक छोटे से गाँव में दो बचपन के दोस्त रहते थे - राज और सुमित। दोनों हमेशा साथ खेलते, पढ़ते और एक-दूसरे के साथ हर सुख-दुख में शामिल होते। उनकी दोस्ती गाँव में सबकी पसंदीदा थी, क्योंकि उनकी दोस्ती में सच्चाई और ईमानदारी थी।

एक दिन गाँव में एक बड़ा मेला लगा। राज और सुमित दोनों ने तय किया कि वे मेला देखने जाएंगे। मेला देखने का excitement दोनों को बहुत था, लेकिन रास्ते में एक समस्या आ गई। राज के पास पैसे नहीं थे, और सुमित के पास कुछ ज्यादा थे। सुमित ने बिना किसी हिचकिचाहट के अपने सारे पैसे राज को दे दिए और कहा, "दोस्त, तुम मेरे बिना भी खुश रह सकते हो, लेकिन मैं तुम्हारे बिना खुश नहीं रह सकता। मेला तुम्हारे साथ ही तो अच्छा लगेगा।"

राज ने सुमित की बातों को सुना और कहा, "तुम्हारी दोस्ती सबसे बड़ी दौलत है। मैं तुम्हारे बिना कुछ भी नहीं चाहता।"

आखिरकार, दोनों ने मिलकर मेला देखा, खेल खेले और खूब मजे किए। उस दिन दोनों को समझ में आ गया कि सच्ची दोस्ती किसी भी चीज़ से बड़ी होती है।

सीख: सच्ची दोस्ती में स्वार्थ नहीं होता, बल्कि एक-दूसरे की खुशी में अपना सुख देखा जाता है।

©Pooja #Moral story

Pooja

#moral story

read more
White चमत्कारी बगिया

एक छोटे से गांव में एक लड़का था जिसका नाम अर्जुन था। अर्जुन बहुत मेहनती था, लेकिन उसे हमेशा लगता था कि उसकी मेहनत का फल बहुत कम मिलता है। एक दिन, उसे गांव के बाहर एक सुनसान बगिया दिखाई दी। यह बगिया बहुत खूबसूरत थी, और वहाँ तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूल खिले हुए थे। अर्जुन ने सुना था कि यह बगिया किसी जादुई ताकत से भरी हुई है।

अर्जुन ने सोचा, "अगर मैं यहां काम करूं, तो शायद मेरी किस्मत बदल जाए।" उसने अगले दिन बगिया में काम करना शुरू कर दिया। जैसे ही वह बगिया में काम करता, बगिया की मिट्टी से सोने की सिक्के निकलने लगे। अर्जुन बहुत खुश हुआ, लेकिन उसने जल्दी ही महसूस किया कि बगिया का जादू सिर्फ उस पर ही असर नहीं करता। वह जानता था कि अगर वह यहां कुछ भी गलत करेगा, तो बगिया का जादू खत्म हो सकता है।

अर्जुन ने तय किया कि वह बगिया का ख्याल बहुत सावधानी से रखेगा। उसने वहां के सभी पौधों की देखभाल की और कोई भी गलती नहीं की। धीरे-धीरे उसकी मेहनत रंग लाई और वह गांव का सबसे सुखी और संपन्न व्यक्ति बन गया। लेकिन उसने कभी भी बगिया के जादू का गलत फायदा नहीं उठाया, क्योंकि उसने समझ लिया था कि असली जादू मेहनत और ईमानदारी में ही है।

सिख: ईमानदारी और मेहनत से ही सफलता मिलती है, और किसी भी चमत्कारी चीज़ का सही इस्तेमाल करना जरूरी है।

©Pooja #Moral story

Pooja

#moral story

read more
White किस्मत का खेल

यह कहानी एक छोटे से गांव के लड़के मोहन की है। मोहन गरीब था, लेकिन उसमें अपार आत्मविश्वास और मेहनत की लगन थी। वह हर रोज़ खेतों में काम करने के बाद, स्कूल जाता और पढ़ाई में भी ध्यान देता। उसकी एक ख्वाहिश थी कि वह बड़ा आदमी बने, ताकि अपने परिवार का नाम रोशन कर सके।

गांव में एक दिन मेला लगा। मोहन ने सोचा, "आज कुछ पैसे जीतने की कोशिश करता हूँ।" वह मेला देखने गया और वहां एक खेल की स्टॉल पर रुका। खेल था—"रूपी सिक्का फेंको, सही दिशा में आए तो जीत लो।" मोहन ने बिना ज्यादा सोचे पांच रुपये का सिक्का फेंका। कुछ ही सेकंड में सिक्का सही दिशा में गिरा और वह जीत गया।

खुश होकर मोहन ने पुरस्कार के रूप में एक छोटी सी ट्रॉफी ली। तभी उस ट्रॉफी को देखकर पास खड़े एक व्यक्ति ने कहा, "तुमने किस्मत से यह ट्रॉफी जीती है, लेकिन अगर मेहनत से काम करोगे तो सच्ची सफलता तुम्हारी होगी।"

मोहन ने उस व्यक्ति की बातों को गंभीरता से लिया और उस दिन से और भी मेहनत करने लगा। उसने अपनी पढ़ाई और खेतों में काम दोनों को अच्छे से संतुलित किया। सालों बाद, मोहन न केवल एक बड़ा व्यापारी बना, बल्कि गांव के बच्चों के लिए एक स्कूल भी खोला।

वह जानता था कि किस्मत एक बार मदद करती है, लेकिन असली सफलता मेहनत और समर्पण से मिलती है।

©Pooja #Moral story

Pooja

#moral story

read more
White छोटी कहानी: एक अनोखी मित्रता

एक गाँव में मोहन नाम का एक लड़का रहता था। वह बहुत ही चंचल और खुशमिजाज था। गाँव के पास एक घना जंगल था, जहाँ मोहन अक्सर खेलता था।

एक दिन, खेलते-खेलते मोहन गहरे जंगल में चला गया। अचानक, उसे एक घायल गिलहरी मिली। गिलहरी की टांग टूट गई थी और वह बहुत डर रही थी। मोहन ने तुरंत उसकी मदद करने का फैसला किया।

वह उसे घर लेकर आया और अपनी माँ से मदद मांगी। मोहन की माँ ने गिलहरी का इलाज किया और कुछ दिनों में वह ठीक हो गई।

गिलहरी ने मोहन को धन्यवाद कहा और वादा किया कि वह हमेशा उसके साथ रहेगी। अगले दिन से, गिलहरी रोज़ मोहन के पास आने लगी। दोनों ने मिलकर खेलना शुरू किया और जल्दी ही गहरी दोस्ती हो गई।

समय के साथ, गिलहरी ने मोहन को जंगल के बारे में बहुत कुछ सिखाया। मोहन ने भी उसे अपनी दुनिया के बारे में बताया।

एक दिन, जंगल में एक बड़ा तूफान आया। मोहन ने देखा कि गिलहरी डर गई है। उसने उसे सुरक्षित जगह पर ले जाने का फैसला किया।

तूफान के बाद, मोहन और गिलहरी ने मिलकर जंगल की सफाई की। उन्होंने अपने दोस्तों को भी बुलाया और सब मिलकर काम करने लगे।

इस तरह, मोहन और गिलहरी की दोस्ती ने न सिर्फ उन्हें बल्कि पूरे गाँव को एकजुट कर दिया। मोहन ने सीखा कि सच्ची मित्रता हर मुश्किल का सामना कर सकती है।

और इस तरह, गाँव में खुशी और भाईचारा बढ़ता गया।

©Pooja #Moral story

Pooja

#moral story

read more
White एक अनोखी दोस्ती
गाँव में एक छोटा सा बच्चा था जिसका नाम था अर्जुन। अर्जुन बहुत ही चंचल और खुशमिजाज था। उसे हर दिन नई-नई चीज़ें खोजने का शौक था। एक दिन, जब वह जंगल में खेल रहा था, उसे एक घायल चिड़िया मिली। चिड़िया की एक पंख टूटी हुई थी और वह उड़ नहीं पा रही थी।
चिड़िया की देखभाल
अर्जुन ने चिड़िया को अपने घर ले जाने का फैसला किया। उसने उसे पानी और खाना दिया और हर दिन उसकी देखभाल करने लगा। धीरे-धीरे, चिड़िया ठीक होने लगी। अर्जुन ने उसे "चिंकी" नाम दिया। चिंकी भी अर्जुन के साथ खेलती और उसकी बातें सुनती।
दोस्ती का बंधन
कुछ हफ्तों बाद, चिंकी पूरी तरह से ठीक हो गई। अब वह उड़ सकती थी, लेकिन अर्जुन ने उसे जाने नहीं दिया। उसने चिंकी से कहा, "तुम मेरी सबसे अच्छी दोस्त हो, मैं तुम्हें कभी नहीं छोड़ूँगा।" चिंकी ने भी अपनी आँखों से यह समझाया कि वह अर्जुन को छोड़ना नहीं चाहती।
विदाई का समय
एक दिन, चिंकी ने उड़ान भरने का मन बनाया। उसने अर्जुन से कहा, "मैं तुम्हें छोड़कर नहीं जा रही, लेकिन मुझे उड़ने की ज़रूरत है।" अर्जुन ने थोड़ी उदासी के साथ कहा, "मैं समझता हूँ, लेकिन तुम हमेशा मेरे दिल में रहोगी।"
चिंकी ने उड़ान भरी और आसमान में छा गई। अर्जुन ने उसे दूर जाते हुए देखा, लेकिन उसने महसूस किया कि उनकी दोस्ती हमेशा बनी रहेगी।
निष्कर्ष
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि सच्ची दोस्ती कभी खत्म नहीं होती। चाहे हम दूर हों या पास, जो प्यार और देखभाल हम एक-दूसरे के लिए रखते हैं, वही सबसे महत्वपूर्ण होता है।
अर्जुन और चिंकी की यह अनोखी दोस्ती हमेशा याद रहेगी।

©Pooja #Moral story

Pooja

#moral story

read more
White सपनों की उड़ान

एक छोटे से गाँव में मोहन नाम का एक लड़का रहता था। उसे उड़ान भरने का बहुत शौक था। वह हमेशा आसमान की ओर देखता और सोचता, "काश! मैं भी पंछियों की तरह उड़ सकूं।"

एक दिन, गाँव में एक कलाकार आया। उसने एक बड़ा और रंग-बिरंगा पतंग बनाया। मोहन की आँखों में चमक आ गई। उसने सोचा, "अगर मैं इस पतंग को उड़ाऊँ, तो मुझे उड़ने का अनुभव होगा।"

मोहन ने अपने पिता से पैसे माँगे और वह पतंग खरीदने गया। उसने पतंग को ऊँचा उड़ाने की कोशिश की, लेकिन पहली बार में वह सफल नहीं हुआ। उसने हार नहीं मानी और बार-बार कोशिश करता रहा। आखिरकार, एक दिन, उसने पतंग को सही से उड़ाया। वह आसमान में उड़ता हुआ पतंग देखकर खुशी से झूम उठा।

उसने महसूस किया कि उड़ान केवल पंखों से नहीं, बल्कि अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश से भी मिलती है। मोहन ने सोचा, "अगर मैं प्रयास करता रहूँ, तो मैं अपने सपनों को साकार कर सकता हूँ।"

इस तरह, मोहन ने अपने सपनों की उड़ान भरना शुरू किया और गाँव में सभी के लिए प्रेरणा बन गया। उसकी मेहनत और जिद ने उसे सफलता दिलाई, और उसने साबित कर दिया कि अगर इरादा मजबूत हो, तो कोई भी सपना सच हो सकता है।

©Pooja #Moral story

Pooja

#moral story

read more
White **एक अनोखी सुबह**

सुबह का समय था, सूरज की किरणें धीरे-धीरे पेड़ों की शाखाओं पर गिर रही थीं। गाँव के एक छोटे से घर में, मीरा अपने बगीचे में पौधों को पानी दे रही थी। उसे अपने बगीचे से बहुत प्यार था। 

एक दिन, मीरा ने देखा कि उसके बगीचे में एक अनोखा फूल खिल रहा है। वह फूल सुनहरे रंग का था और उसकी महक पूरे गाँव में फैल रही थी। गाँव के लोग उस फूल को देखने के लिए आने लगे। सभी ने उस फूल की तारीफ की, लेकिन किसी को नहीं पता था कि वह फूल अचानक कैसे आया।

कुछ दिनों बाद, मीरा ने एक बूढ़ी औरत को अपने बगीचे में आते देखा। वह औरत फूलों के पास बैठ गई और मुस्कराने लगी। मीरा ने उससे पूछा, "आप कौन हैं? क्या आपको यह फूल पसंद है?"

बूढ़ी औरत ने कहा, "यह फूल तुम्हारे प्यार और देखभाल का नतीजा है। जब तुम अपने बगीचे से इतना प्यार करती हो, तो प्रकृति भी तुम्हें उपहार देती है।"

मीरा ने उसकी बातों को ध्यान से सुना और समझ गई कि सच्चा प्यार और मेहनत हमेशा फल देते हैं। उस दिन के बाद, मीरा ने और भी मेहनत से अपने बगीचे की देखभाल की, और उसका बगीचा और भी खूबसूरत हो गया।

गाँव में लोग मीरा के बगीचे की चर्चा करने लगे। वे सभी उस सुनहरे फूल की महक का आनंद लेने आने लगे। मीरा ने समझ लिया कि जब हम अपने काम को प्रेम से करते हैं, तो वह हमें हमेशा सुख और खुशी देता है। 

और इस तरह, मीरा का बगीचा न सिर्फ फूलों से भरा रहा, बल्कि गाँव के लोगों के दिलों में भी एक नई आशा और प्रेरणा जगा गया।

©Pooja #Moral story
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile