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BALJEET SINGH MAHLA
In the colorless life Now the color does not fade Or say we are cracked Fear also seems to spread 💔 ਬੇਰੰਗ ਹੋਈ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਦੇ ਵਿੱਚ ਹੁਣ ਰੰਗ ਨਾ ਕੋਈ ਫੱਬਦਾ ਹੈ ਜਾਂ ਏ ਕਹਿ ਲਓ ਅਸੀਂ ਤਿੜਕੇ ਹਾਂ ਡਰ ਬਿਖਰਨ ਤੋਂ ਵੀ ਲੱਗਦਾ ਹੈ ©BALJEET SINGH MAHLA alone TanyaSharma Bhawana Mehra खामोशी और दस्तक ਹਰਫ਼ ਦਾਨਗੜੵੀਆ @Akashdeep✍️
alone TanyaSharma Bhawana Mehra खामोशी और दस्तक ਹਰਫ਼ ਦਾਨਗੜੵੀਆ @Akashdeep✍️
read moreDrjagriti
White सब कुछ व्यर्थ है फिर भी जीवन के बहुत गहरे अर्थ है। ©Drjagriti #अर्थ मोटिवेशनल कोट्स हिंदी
#अर्थ मोटिवेशनल कोट्स हिंदी
read moreSrinivas
नेतृत्व का असली अर्थ है जब बिना नाम, बिना पद के भी जनता की भलाई की जाए। ©Srinivas नेतृत्व का असली अर्थ है जब बिना नाम, बिना पद के भी जनता की भलाई की जाए।
नेतृत्व का असली अर्थ है जब बिना नाम, बिना पद के भी जनता की भलाई की जाए।
read moreGhumnam Gautam
गीतांश― प्राण नेहिल दस्तकों ने तज दिए पर पट तुम्हारा मेरे प्रियवर खुल न पाया ©Ghumnam Gautam #दस्तक #नेहिल #प्राण #ghumnamgautam
#दस्तक #नेहिल #प्राण #ghumnamgautam
read moreANATH SHAYAR
भरोसा का अर्थ है मां #follow #motivationकीआग #Motivational #Youtubeshorts #Youtube #youtubeShort
read moreबादल सिंह 'कलमगार'
हिंदी का अर्थ हो तुम... #badalsinghkalamgar Poetry #Hindi प्रेम कविता Arshad Siddiqui Neel Ritu Tyagi Beena Kumari Shiv Naraya
read moreLõkêsh
नजारे , नजरो के सामने कई नजर आते है , कमबख्त नजर बस तेरी नजर को तरस जाती है । ऐसी लगी नजर जमाने की , तेरी याद तो आती है , लेकिन तू नजर नहीं आती है । ©Lõkêsh नजर , शब्द एक अर्थ अनेक 😂
नजर , शब्द एक अर्थ अनेक 😂
read moresamandar Speaks
White टुकड़े टुकड़े दिख रही हूं,पांव पकड़ के चीख रही हूं छोड़ दे मुझको जाने भी दे,कतरा कतरा भींग रही हूं रक्त के धारे बरस रहे हैं,सिर पे रॉड के ज़ख्मों से थोड़ी सी तो रहम दिखा दे,अपने कातिल हमलों से बाल पकड़ के खींच न ऐसे,बालों से हीं छिप रही हूं टुकड़े टुकड़े दिख रही हूं,पांव पकड़ के चीख रही हूं मैं भी हूं तेरी मां सी मूरत,नाज़ुक भी हूं पुष्प के जैसी मुझमें कितने सपने जिन्दा,उड़ने वाली बाज के जैसी ढीला करदे हाथ गले से, दम घुटने से मीट रही हूं टुकड़े टुकड़े दिख रही हूं,पांव पकड़ के चीख रही हूं हुस्न पे चाकू के हमलों को अब तो सहना मुश्किल है दिख रहे हैं मांस के बदन से,दर्द को सहना मुश्किल है जलता बदन है ऐसे जैसे,आंच पे किस्मत लिख रही हूं टुकड़े टुकड़े दिख रही हूं,पांव पकड़ के चीख रही हूं राजीव... ©samandar Speaks #sad_shayari खामोशी और दस्तक Satyaprem Upadhyay Internet Jockey Lucky Latest Harish Labana
#sad_shayari खामोशी और दस्तक Satyaprem Upadhyay Internet Jockey Lucky Latest Harish Labana
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