Find the Latest Status about गिरजाघर में from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, गिरजाघर में.
Manish Unique Jaiswal
मैं मंदिर में दुआ मांगू या मस्जिद में दुआ मांगू गिरजाघर में जाकर या गुरुद्वारा में दुआ मांगू मेरी बहनों की हिफाजत कर सके तू इस बात की दुआ कहाँ जाकर मांगू बहन हम शर्मिंदा है क्योंकि अभी तक तेरे कातिल जिंदा है ।। मैं मंदिर में दुआ मांगू या मस्जिद में दुआ मांगू गिरजाघर में जाकर या गुरुद्वारा में दुआ मांगू मेरी बहनों की हिफाजत कर सके तू इस बात क
मैं मंदिर में दुआ मांगू या मस्जिद में दुआ मांगू गिरजाघर में जाकर या गुरुद्वारा में दुआ मांगू मेरी बहनों की हिफाजत कर सके तू इस बात क
read moreAshutosh Mishra
Black --सुबह-- 🌹शुभ प्रभात🌹 जब मंदिर में घंटे बजें और मस्जिदों में हो अजान गुरूद्वारे में गुरूवाणी हो और गिरजाघर में बाजे धड़ियाल तब जानो हुई भोर चहुंओर मगन हो पंछी गाएं मुर्गा बोले कुक्डुकूं कोयल भी कुहुक कुहुक कर गीत सुनाऐ तब जानो हुई भोर जब सूरज की किरणे ले अंगड़ाई,धरती को चूमने लगें और झूमने लगे मद-मस्त पवन तब जानो सुबह हुई अलफाज मेरे✍️🙏🙏 ©Ashutosh Mishra #Morning जब मंदिर में घंटे बाजें और मस्जिदों मे हो अजान गुरूद्वारे मे गुरूवाणी हो और गिरजाघर में बाजे घड़ियाल तब जानो हो गई भोर #सुबह #शुभ
प्रमिला भाटी 'किरण'
'आज़ाद-किरण' मैं सूरज की'आज़ाद-किरण' आसमाँ से जमीं पर उतरी हूँ , जितनी मंदिर के आँगन में फैली उतनी ही मस्ज़िद पर बिखरी हूँ, मुझ पर कोई बंदिश
'आज़ाद-किरण' मैं सूरज की'आज़ाद-किरण' आसमाँ से जमीं पर उतरी हूँ , जितनी मंदिर के आँगन में फैली उतनी ही मस्ज़िद पर बिखरी हूँ, मुझ पर कोई बंदिश
read moreMohit Mudita Dwivedi
सोचा था कि मिलेगी रोशनी हर घर को यहाँ तो अंधेरे में डूबा है ये शहर अब तो धूप लगने सी लगी है पेड़ की छांव में भी कही और काट लेंगे उम्र अपनी अजूबा है अब ये शहर बेफ़िक्री ही ओढ़ लेंगे अब हम आसमान की सर की चादर तक छीन लेता है अब ये शहर वो मान चुका है कि पत्थर अब नही पिघलेगा लेकिन मुझे ज़िन्दा रखता है मेरी आवाज का ये असर ज़िन्दा रहा हूँ अपने घर के शजर तले मैं मरूँ भी तो महके ऐसे की महके गली के ये शजर न मिले खुदा मन्दिर मस्जिद या गिरजाघर में न सही अब तो अपने ही दिल मे सज़ा के बैठा हूँ ये पत्थर सोचा था कि मिलेगी रोशनी हर घर को यहाँ तो अंधेरे में डूबा है ये शहर अब तो धूप लगने सी लगी है पेड़ की छांव में भी कही और काट लेंगे उम्र अपन
सोचा था कि मिलेगी रोशनी हर घर को यहाँ तो अंधेरे में डूबा है ये शहर अब तो धूप लगने सी लगी है पेड़ की छांव में भी कही और काट लेंगे उम्र अपन
read moreShree
कुछ रैली में, कुछ थैली में, कुछ मैली-कुचैली हथेली में सिग्नल पर ₹10 में बिकते हैं, फूल तब भी सुंदर होते हैं। अनुशीर्षक— % & फूल सुंदर होते हैं 🌺🌼🌻🌹🌷 हर फूल खूबसूरत है हर पत्ता कभी हरा था जो डाली आज खाली है कभी उस पर भी हरियाली थी!
फूल सुंदर होते हैं 🌺🌼🌻🌹🌷 हर फूल खूबसूरत है हर पत्ता कभी हरा था जो डाली आज खाली है कभी उस पर भी हरियाली थी!
read moreManish पंडित
मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, गिरजाघर, सब जगह जाती है, एक इश्क़ ही हैं जिसका कोई मज़हब नहीं होता. मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, गिरजाघर, सब जगह जाती है, एक इश्क़ ही हैं जिसका कोई मज़हब नहीं होता. Soniya Kumari Sarika Srivastava
मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, गिरजाघर, सब जगह जाती है, एक इश्क़ ही हैं जिसका कोई मज़हब नहीं होता. Soniya Kumari Sarika Srivastava
read moreKaleem Ansari
और कितना लिखू तेरी याद में कोई दम नहीं मेरी फरयाद में मेरी रूह भी छीन के ले गई मुझ से में में ना रहा तेरे बाद में में में न रह तेरे बाद में
में में न रह तेरे बाद में
read moreडॉ वीणा कपूर "वेणु"...
सागर की लहरों में, मेरे गांव की नहरों में सीमाओं के पहरों में, उथले और गहरों में, सब ओर तुम्हें खोजती, मेरी मौन तलाश। एक दिन तो तुम मिल ही जाओगे पूर्ण है विश्वास। जल सम पारदर्शी गगन सम समदर्शी मेरी भोली आस सागर के किनारे भी अतृप्त है प्यास।। ©Veena Kapoor लहरों में नहरों में गहरों में पहरों में अतृप्त प्यास #sagarkinare
लहरों में नहरों में गहरों में पहरों में अतृप्त प्यास #sagarkinare
read moreMuskan M Soni
मुझ में मैं खुली किताब रह जाती है जब लोग पढ़ते हैं मुझे हंसते हुए चेहरे को यूं तकते हैं मेरे सोच कर गुमशुदा होती हैं अपने में ही रहकर कोई तो हो जो मुझमें मुझे पढ़ सके झाकती हुई खिड़की से वो अक्स नजर आ जाए धुंधला सा ही सही पर वो शक्स नजर आ जाए जिस्म में नहीं मेरे रूह में उतर जाए काफिला उसका मेरा यूं चलता ही जाए बंद आंखों से वह शक्स मुझे पढ़ता ही जाए बस ये सिलसिला यूं ही चलता जाए खुली किताब रह जाती है जब लोग पढ़ते हैं मुझे। ©Muskan M Soni मुझ में में #adishakti
मुझ में में #adishakti
read more