Nojoto: Largest Storytelling Platform

New गिरजाघर में Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about गिरजाघर में from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, गिरजाघर में.

Stories related to गिरजाघर में

Manish Unique Jaiswal

मैं मंदिर में दुआ मांगू या मस्जिद में दुआ मांगू गिरजाघर में जाकर या गुरुद्वारा में दुआ मांगू मेरी बहनों की हिफाजत कर सके तू इस बात क

read more
मैं मंदिर में दुआ मांगू
या मस्जिद में दुआ मांगू
    गिरजाघर में जाकर
या गुरुद्वारा में दुआ मांगू

मेरी बहनों  की हिफाजत कर 
सके तू
 इस बात की दुआ 
कहाँ जाकर मांगू

बहन हम शर्मिंदा है  क्योंकि अभी तक तेरे कातिल जिंदा है ।। मैं मंदिर में दुआ मांगू
या मस्जिद में दुआ मांगू
    गिरजाघर में जाकर
या गुरुद्वारा में दुआ मांगू

मेरी बहनों  की हिफाजत कर 
सके तू
 इस बात क

Ashutosh Mishra

#Morning जब मंदिर में घंटे बाजें और मस्जिदों मे हो अजान गुरूद्वारे मे गुरूवाणी हो और गिरजाघर में बाजे घड़ियाल तब जानो हो गई भोर #सुबह शुभ

read more

प्रमिला भाटी 'किरण'

'आज़ाद-किरण' मैं सूरज की'आज़ाद-किरण' आसमाँ से जमीं पर उतरी हूँ , जितनी मंदिर के आँगन में फैली उतनी ही मस्ज़िद पर बिखरी हूँ, मुझ पर कोई बंदिश

read more
 'आज़ाद-किरण'
मैं सूरज की'आज़ाद-किरण' 
आसमाँ से जमीं पर उतरी हूँ , 
जितनी मंदिर के आँगन में फैली
उतनी ही मस्ज़िद पर बिखरी हूँ,
मुझ पर कोई बंदिश

Mohit Mudita Dwivedi

सोचा था कि मिलेगी रोशनी हर घर को यहाँ तो अंधेरे में डूबा है ये शहर अब तो धूप लगने सी लगी है पेड़ की छांव में भी कही और काट लेंगे उम्र अपन

read more
सोचा था कि मिलेगी रोशनी हर घर को 
यहाँ तो अंधेरे में डूबा है ये शहर 

अब तो धूप लगने सी लगी है पेड़ की छांव में भी 
कही और काट लेंगे उम्र अपनी अजूबा है अब ये शहर

बेफ़िक्री ही ओढ़ लेंगे अब हम आसमान की 
सर की चादर तक छीन लेता है अब ये शहर 

वो मान चुका है कि पत्थर अब नही पिघलेगा 
लेकिन मुझे ज़िन्दा रखता है मेरी आवाज का ये असर 

ज़िन्दा रहा हूँ अपने घर के शजर तले मैं
मरूँ भी तो महके ऐसे की महके गली के ये शजर
 
न मिले खुदा मन्दिर मस्जिद या गिरजाघर में न सही 
अब तो अपने ही दिल मे सज़ा के बैठा हूँ ये पत्थर सोचा था कि मिलेगी रोशनी हर घर को 
यहाँ तो अंधेरे में डूबा है ये शहर 

अब तो धूप लगने सी लगी है पेड़ की छांव में भी 
कही और काट लेंगे उम्र अपन

Shree

फूल सुंदर होते हैं 🌺🌼🌻🌹🌷 हर फूल खूबसूरत है हर पत्ता कभी हरा था जो डाली आज खाली है कभी उस पर भी हरियाली थी!

read more
कुछ रैली में, कुछ थैली में,
कुछ मैली-कुचैली हथेली में
सिग्नल पर ₹10 में बिकते हैं,
फूल तब भी सुंदर होते हैं।

अनुशीर्षक— % &  फूल सुंदर होते हैं
🌺🌼🌻🌹🌷

हर फूल खूबसूरत है
हर पत्ता कभी हरा था
जो डाली आज खाली है
कभी उस पर भी हरियाली थी!

Manish पंडित

मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, गिरजाघर, सब जगह जाती है, एक इश्क़ ही हैं जिसका कोई मज़हब नहीं होता. Soniya Kumari Sarika Srivastava

read more
मंदिर,  मस्जिद,  गुरुद्वारे,  गिरजाघर,  सब  जगह  जाती  है,
एक  इश्क़  ही  हैं  जिसका  कोई  मज़हब  नहीं  होता. मंदिर,  मस्जिद,  गुरुद्वारे,  गिरजाघर,  सब  जगह  जाती  है,
एक  इश्क़  ही  हैं  जिसका  कोई  मज़हब  नहीं  होता.
 Soniya Kumari Sarika Srivastava

Kaleem Ansari

में में न रह तेरे बाद में

read more
और कितना लिखू तेरी याद में
 कोई दम नहीं मेरी फरयाद में
 मेरी रूह भी छीन के ले गई मुझ से
 में में ना रहा तेरे बाद में में में न रह तेरे बाद में

डॉ वीणा कपूर "वेणु"...

लहरों में नहरों में गहरों में पहरों में अतृप्त प्यास #sagarkinare

read more
सागर की लहरों में,
मेरे गांव की नहरों में
सीमाओं के पहरों में,
उथले और गहरों में,
सब ओर तुम्हें खोजती,
मेरी मौन तलाश।
एक दिन तो तुम
मिल ही जाओगे
पूर्ण है विश्वास।
जल सम पारदर्शी
गगन सम समदर्शी
मेरी भोली आस
सागर के किनारे भी
अतृप्त है प्यास।।

©Veena Kapoor लहरों में
नहरों में
गहरों में
पहरों में
अतृप्त प्यास

#sagarkinare

Krishna

अयोध्या में अयोध्या में

read more

Muskan M Soni

मुझ में में #adishakti

read more
मुझ में मैं

खुली किताब रह जाती है जब लोग पढ़ते हैं मुझे
 हंसते हुए चेहरे को यूं तकते हैं मेरे 
सोच कर गुमशुदा होती हैं अपने में ही रहकर
कोई तो हो जो मुझमें 
 मुझे पढ़ सके


झाकती हुई खिड़की से वो अक्स नजर आ जाए
धुंधला सा ही सही पर वो शक्स नजर आ जाए
 जिस्म में नहीं मेरे रूह में उतर जाए 
काफिला उसका मेरा यूं चलता ही जाए 
बंद आंखों से वह शक्स मुझे पढ़ता ही जाए 
बस ये सिलसिला यूं ही चलता जाए


खुली किताब रह जाती है जब लोग पढ़ते हैं मुझे।

©Muskan M Soni मुझ में में

#adishakti
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile