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रघुराम
White मेरे मन का लाल गुलाब गगन जा खिला। प्यार का गंध भी उस पुष्प जा मिला नयन वावरा बहका बहका उसके नैनो से जा मिला।।। ©रघुराम #Sad_Status मन का गुलाब
#Sad_Status मन का गुलाब
read moreनवनीत ठाकुर
जमीन पर आधिपत्य इंसान का, पशुओं को आसपास से दूर भगाए। हर जीव पर उसने डाला है बंधन, ये कैसी है जिद्द, ये किसका अधिकार है।। जहां पेड़ों की छांव थी कभी, अब ऊँची इमारतें वहाँ बसी। मिट्टी की जड़ों में जीवन दबा दिया, ये कैसी रचना का निर्माण है।। नदियों की धाराएं मोड़ दीं उसने, पर्वतों को काटा, जला कर जंगलों को कर दिया साफ है। प्रकृति रह गई अब दोहन की वस्तु मात्र, बस खुद की चाहत का संसार है। क्या सच में यही मानव का आविष्कार है? फैक्ट्रियों से उठता धुएं का गुबार है, सांसें घुटती दूसरे की, इसकी अब किसे परवाह है। बस खुद की उन्नति में सब कुर्बान है, उर्वरक और कीटनाशक से किया धरती पर कैसा अत्याचार है। हरियाली से दूर अब सबका घर-आँगन परिवार है, किसी से नहीं अब रह गया कोई सरोकार है, इंसान के मन पर छाया ये कैसा अंधकार है।। हरियाली छूटी, जीवन रूठा, सुख की खोज में सब कुछ छूटा। जो संतुलन से भरी थी कभी, बेजान सी प्रकृति पर किया कैसा पलटवार है।। बारूद के ढेर पर खड़ी है दुनिया, विकसित हथियारों का लगा बहुत बड़ा अंबार है। हो रहा ताकत का विस्तार है,खरीदने में लगी है होड़ यहां, ये कैसा सपना, कैसा ये कारोबार है? ये किसका विचार है, ये कैसा विचार है? क्या यही मानवता का सच्चा आकार है? ©नवनीत ठाकुर #प्रकृति का विलाप कविता
#प्रकृति का विलाप कविता
read moreSrinivas
White धन का संग्रह हो, मगर साथ हो विश्वास और ईमान, जीवन में ऐसी चमक हो कि हो कोई मिसाल। धनतेरस पर इस स्वर्णिम अवसर का मान करो, सच्चाई और संतोष से अपना दिल रोशन करो। ©Srinivas #Dhanteras धन का संग्रह हो, मगर साथ हो विश्वास और ईमान, जीवन में ऐसी चमक हो कि हो कोई मिसाल। धनतेरस पर इस स्वर्णिम अवसर का मान करो
#Dhanteras धन का संग्रह हो, मगर साथ हो विश्वास और ईमान, जीवन में ऐसी चमक हो कि हो कोई मिसाल। धनतेरस पर इस स्वर्णिम अवसर का मान करो
read moresumeet raj
White 5. बुराई का नाश हो, सुख का आवास हो, राम बसे आपके मन में रावण कभी न आपके आसपास हो। दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं ©sumeet raj #Dussehra 5. बुराई का नाश हो, सुख का आवास हो, राम बसे आपके मन में रावण कभी न आपके आसपास हो। दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं #sumeetraj #sumeetw
#Dussehra 5. बुराई का नाश हो, सुख का आवास हो, राम बसे आपके मन में रावण कभी न आपके आसपास हो। दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं #sumeetraj sumeetw
read moreShivampatil
White नौमीदी और नाराज़गी बहुत देख ली, अब जो बोले जमाना, मैंने लाज फेंकदी, अगर कोई पूछे कि इतने बरबाद क्यों हो तुम , तो कहना, क्या चार पैसे कमा कर तुमने आबादी सीखली। ©Shivampatil # जो मन करे वो करो , जमाना जाए भाडमे
# जो मन करे वो करो , जमाना जाए भाडमे
read moreAnita Agarwal
heart कितना अनोखा है ना ये मन का आँगन! पल मे खिल जाता तो पल मे मुरझाता है। खुशी और गम का झोंका हर क्षण आता जाता है।। कभी फूलोँ सा संवर उठता है बादलों की गड़गड़ाहट से भी। कभी कुम्हला जाता है किंचित धूप की आहट से भी ।। कोई बरसों से संजोया ख्वाब सच होकर बरस जाता है और कभी हकीकत की जमीन पर अनायास डर जाता है।। इस आँगन को चाहिए विश्वास और दृढ़ता की खाद। हर बाधा को पार कर तब, रहेगा सालों साल आबाद ©Anita Agarwal मन का आँगन
मन का आँगन
read moreVishalkumar "Vishal"
जब तक भाषा का सम्मान नहीं करोगे तब भाषाएं तुमको परेशान करती रहेगी। ©Vishalkumar "Vishal" हर भाषा का सम्मान करो ।
हर भाषा का सम्मान करो ।
read moreबादल सिंह 'कलमगार'
हिंदी का अर्थ हो तुम... #badalsinghkalamgar Poetry #Hindi प्रेम कविता Arshad Siddiqui Neel Ritu Tyagi Beena Kumari Shiv Naraya
read moreRimpi chaube
White डर बस मन का बहम ही है। तुम हिम्मत धरो और निडर बनो।। मन की शक्ति से बड़ा नहीं कुछ। तुम मन को अपने सशक्त करो।। ये असफलता तो पहली सीढ़ी है। तुम अंतिम सीढ़ी तक न हार करो। जो होना होता है वही तो होता है। तुम हर होनी को स्वीकार करो।। ©Rimpi chaube #निडरबनो ☺️ डर बस मन का बहम ही है। तुम हिम्मत धरो और निडर बनो।। मन की शक्ति से बड़ा नहीं कुछ। तुम मन को अपने सशक्त करो।। ये असफलता तो पहली स
#निडरबनो ☺️ डर बस मन का बहम ही है। तुम हिम्मत धरो और निडर बनो।। मन की शक्ति से बड़ा नहीं कुछ। तुम मन को अपने सशक्त करो।। ये असफलता तो पहली स
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