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Mukesh Poonia
White नीचे गिरना सदैव पतन नहीं होता नदी पर्वतो से गिरकर सागर बन जाती है . ©Mukesh Poonia #sad_quotes नीचे #गिरना #सदैव #पतन नहीं होता #नदी #पर्वतो से गिरकर #सागर बन जाती है अच्छे विचारों आज का विचार सुप्रभात हिंदी छोटे सुविचार न
AwadheshPSRathore_7773
मंगल-मूरति मारुत-नंदन। सकल-अमंगल-मूल-निकंदन।। पवनतनय संतन-हितकारी। हृदय बिराजत अवध-बिहारी।। प्रकाश पर्व दीपावली के पावन अवसर पर आज श्री अयोध्या धाम स्थित श्री हनुमानगढ़ी में स्थित पवनपुत्र श्री संकटमोचन बजरंगबली की कृपा सभी भक्तों और देशवासियों पर सदा बनी रहे। सबके जीवन में सदैव उत्सव-उमंग-उन्नति का आगमन हो, यही प्रार्थना है। ©AwadheshPSRathore_7773 #हनुमानगढ़ी #हनुमानगढ़ प्रकाश पर्व दीपावली के पावन अवसर पर आज श्री अयोध्या धाम स्थित श्री हनुमानगढ़ी में पवनपुत्र श्री हनुमान जी के दर्शन-पू
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read moreThe Advisor
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read moreAzaad Pooran Singh Rajawat
White "एक है ज़मीं दो है मूल कहीं मिलते हैं शूल कहीं खिलते हैं फूल एक है ज़मीं दो है मूल।" "खुशी मिले या गम सदैव मुस्कुराते रहे हम।" ©Azaad Pooran Singh Rajawat #sad_dp #सदैव मुस्कुराते रहे#
Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी चाँदसा मेरा साजन अपनी छाँव में सदैव रखता है निभायी उसने ऐसी प्रीत हर दुखो और गमो से दूर रखता है सजी सँवरी बैठी में उसकी बदौलत अमानत उसकी बन बैठी हूँ वजूद मेरा किया है उनके बिना दुआ उनके उम्र बढ़ने की करती हूँ चाँद सितारे सब प्रतीक है साजन के लिये हमारी हर धड़कन में वो धड़कते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #karwachouth अपनी छाँव में सदैव रखता है #nojotohindipoetry
#karwachouth अपनी छाँव में सदैव रखता है #nojotohindipoetry
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} हर सूर्यास्त हमारे जीवन से एक दिन कम कर देता है, लेकिन हर सूर्योदय हमें आशा भरा एक और दिन दे देता है, इसलिए सदैव बेहतर की उम्मीद करें !! जय श्री राधेकृष्ण जी।। ©N S Yadav GoldMine #good_night {Bolo Ji Radhey Radhey} हर सूर्यास्त हमारे जीवन से एक दिन कम कर देता है, लेकिन हर सूर्योदय हमें आशा भरा एक और दिन दे देता है,
#good_night {Bolo Ji Radhey Radhey} हर सूर्यास्त हमारे जीवन से एक दिन कम कर देता है, लेकिन हर सूर्योदय हमें आशा भरा एक और दिन दे देता है,
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} हम सब जितना भी तन-मन विचार ओर यत्न से पवित्र रहंगे, उतना ही भगवान् श्री कृष्ण जी के करीब रहंगे, क्यूंकि सदैव पवित्रता में ही भगवान का वास होता है !! N S Yadav GoldMine . ©N S Yadav GoldMine #International_Day_Of_ {Bolo Ji Radhey Radhey} हम सब जितना भी तन-मन विचार ओर यत्न से पवित्र रहंगे, उतना ही भगवान् श्री कृष्ण जी के करीब
#International_Day_Of_ {Bolo Ji Radhey Radhey} हम सब जितना भी तन-मन विचार ओर यत्न से पवित्र रहंगे, उतना ही भगवान् श्री कृष्ण जी के करीब
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गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के विषय में हमारा अज्ञान है। हम स्वजनों की मृत्यु की आशंका से ही भयभीत हो जाते हैं। हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका भी हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वछंद नहीं होने देती। भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के बारे में अज्ञानता है. इसके अलावा, मनुष्य के दुखों के कुछ और कारण ये हैं: हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वच्छंद नहीं होने देती. मनुष्य में श्रेष्ठ गुणों का अभाव होता है. मनुष्य का शत्रुतापूर्ण और अमानवीय स्वभाव दुनिया को उदास और निराशाजनक बना देता है. अधिकांश मनुष्य इस बात का परिप्रेक्ष्य खो चुके हैं कि यह जीवन क्या है. उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्वगत प्रक्रिया से कहीं अधिक बड़ी हो गई है. भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य को अपने विवेक, परिश्रम, बुद्धि और उद्यम पर संदेह नहीं करना चाहिए. उसे सदैव सत्य और स्वधर्म के पक्ष में रहना चाहिए. ©person गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के वि
गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के वि
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