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Mamta Choudhary
White A rare Blue Moon will be spotted on October 31, that is, Halloween, for the first time in 76 years. ©Ms. Choudhary #Science #Astronomy Entrance examination
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read moreAnand Dadhich
अब ध्वस्त हर उन्माद चाहिए.. ये बर्बरताएं, बर्बाद चाहिए.. न्याय नीति का निनाद चाहिए- हे कृष्ण, फिर शंखनाद चाहिए। दुशासनों की हो रही जयकार, उजालों में भी पसरा अंधकार, झूठी खबरों का होता प्रचार, अब,महाभारत की याद चाहिए- हे कृष्ण, फिर शंखनाद चाहिए। पाप, पापी हो रहे खूंखार, दुर्जनों, खोटो से ढका संसार, दृष्टिवान अंधो का हुआ विस्तार, सुदर्शन चक्र का आघात चाहिए- हे कृष्ण, फिर शंखनाद चाहिए। विधर्मियों से भर गया बाजार, मानकों का बचा ना आधार, त्रस्त पीड़ित जन मन करें पुकार, ये बर्बरताएं बर्बाद चाहिए- हे कृष्ण, फिर शंखनाद चाहिए। डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि' 🇮🇳 ©Anand Dadhich #rgkar #Women #safety #kaviananddadhich #poetananddadhich #Hindi #poetsofindia
Rashi
White antriksh ki uchai, ko pahchana hai to, apne desh ke vaigyaniko ko naman hai ISRO ©Rashi #isro_day #Rashi #ISRO #science
Tanuja Upreti
White Raksha ka vachan leke ye parv manate hai chalo bhen koi bhi ho unko desh mai surakshit mehsus karate hai naye din se nayi ek pratha chalate hai desh ko rehne layak banate hai ©Tanuja Upreti #raksha_bandhan_2024 #womensafety #safety #thought #Like
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read moreDivya Kumari
White I hope we feel safe and secure wherever we go. ©Divya Kumari #happy_independence_day #safety #Life
#happy_independence_day #safety #Life
read moreTarun Dogra
White सपना था उसका, डॉक्टर बनना, हर किसी की निस्वार्थ सेवा करना, उसने खैरात में नहीं कुछ भी पाया था, हर प्रतियोगिता में लोहा अपना मनवाया था, एक सपना भर ही तो देखा था, डॉक्टर बनने का, एक बीड़ा ही तो उठाया था, दूसरों का दुख दर्द समझने का, क्या ही उसने ऐसा गलत कर डाला था, उसने तो बस अभी फर्ज अपना संभाला था, ये कौन सा भक्षक था जो रक्षक बन आया था, ऐसी क्या मजबूरी थी जो पर्दा सच पर अपने ही साथ वालों ने गिराया था, माता पिता की ममता का गला क्यों इतनी निर्ममता से दबाया था वोह दर्द कम करती रही सबके, क्यों यातना उसको सहनी पड़ी, जो सिखाती थी मौत से लड़ना सबको, क्यों सहती यातनाओं को असहाय यूं वहां रही। हम विफल हैं, एक समाज के रूप में, जो अपनी बच्ची को एक अच्छा माहौल न दिलवा सके, और बुरा अंत है अंजाम हमारा भी, जो अब भी हम नहीं जाग सके। प्रण ये आज हमें कर लेना है, उसे न्याय दिलाकर रहना है, हो हर बच्ची सुरक्षित यहां, ये सुनिश्चित कर देना है, और नारी हुई हो जो तुम प्राणदायिनी, तुम्हें अब दुर्गा भी बन लेना है, हो चाहे कुछ और न हो, मां भारती की हर बच्ची को भयमुक्त अब कर देना है, उन्हें सुरक्षित माहौल अब देना है। ©Tarun Dogra #Women #safety आज का विचार