Nojoto: Largest Storytelling Platform

New बुनाई Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about बुनाई from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बुनाई.

Stories related to बुनाई

अनिता कुमावत

स्त्रियाँ बुनाई सिलाई कढ़ाई में निपुण होती हैं ना 😊😊 #स्त्री #ख्वाहिशें #निपुण #yqdidi #yqhindi #Pinterest

read more
स्त्रियाँ टांके लगा लेती है 
अपनी ख्वाहिशों को 
बुन लेती है 
कुछ नये ख्वाब

रंग देती है 
अपने प्रेम- स्नेह से 
रिश्तों के कच्चे धागे को 
और पक्का कर लेती 
उन्हें उम्र भर के लिए  ...!!!! स्त्रियाँ बुनाई सिलाई कढ़ाई में निपुण होती हैं ना 😊😊

#स्त्री
#ख्वाहिशें
#निपुण
#yqdidi 
#yqhindi
#pinterest

Nirankar Trivedi

खुशियों की ये बेला आई है, सफलता की राह पर तू सजीव छाया है। मेहनत की बुनाई ने रंग जमाया, तुझे इस जीत की ढेर सारी बधाई है।#Paris_Olympics_2024

read more

परवाज़ हाज़िर ........

#DailyMessage the #Book हशमत की बुनाई में ज़रूरी हे के तुम खुददार बन जाओ.. लखीरे खिचती जनि हे.. के तुम ग़ालिब की ग़ज़ल में बस शब्द ना रह जाओ

read more
hashamat ki bunai me zaruri he ke 
tum khudadar ban jao.. 
lakhire khichti jani he 
ke tum galib ki gazal me
kahi bus shabd naa rah jao...

©G0V!ND DHAkAD #dailymessage 
#the #book 

हशमत की बुनाई में ज़रूरी हे के तुम खुददार बन जाओ.. लखीरे खिचती जनि हे.. के तुम ग़ालिब की ग़ज़ल में बस शब्द ना रह जाओ

Nandita Tanuja

वक़्त की सलाई पर... दो फंदा एहसासों का.. बुनाई के लिए डाला.. एक घर ख्वाहिशों का... दूजा घर आस के नाम... बना डाला.. विश्वास के फंदे को.. एक द

read more

Nisha Bharti Jha

// कवियों की जान // कभी प्रेम के रूप में पिरो दिये जाते है तो कभी वात्सल्य की करूणा में भीगो दिये जाते है, ये कविता है जनाब बिन कहे लाख

read more
// कवियों की जान //

कभी प्रेम के रूप में पिरो दिये 
जाते है तो कभी वात्सल्य की 
करूणा में भीगो दिये जाते है, 
ये कविता है जनाब बिन कहे 
लाख बात कह जाते है |
न इनमे आत्मा होता है न 
भावना हर परिस्थिति के साथ 
खुद को ढाल लेते हैं |
ख़ामोशी में भी इनकी चीखें 
सुनाई देती है,ये कविता ही 
तो हर कवि के जीवन की बुनाई 
होती है, कभी अकेलेपन की 
संगिनी बनती है तो कभी 
महफ़िल में लगाती है चार चाँद |
कभी मजबूरी हो जाती है तो 
कभी शौक, कभी जीने का 
ज़रिया होती है, तो कभी इश्क़ का दरिया |
ये कविताएँ तो हम कवियों की जान होती हैं | // कवियों की जान //

कभी प्रेम के रूप में पिरो दिये 
जाते है तो कभी वात्सल्य की 
करूणा में भीगो दिये जाते है, 
ये कविता है जनाब बिन कहे 
लाख

MohiniGupta

एक कोशिश तुम मेरे जीवन का सार बन जाना (female) के बाद now male version😊 तेरी अँगूठी तेरी सगाई बन जाऊँगा, आँसुओ की हमेशा की विदाई बन जाऊँगा,

read more
तेरी अँगूठी तेरी सगाई बन जाऊँगा,
आँसुओ की हमेशा की विदाई बन जाऊँगा,
उस रात के दुग्ध की मलाई बन जाऊंगा,
मेरी प्रिये
मैं तेरे जीवन की गहराई बन जाऊँगा,

उस पहली रसोई की चाशनी की कढ़ाई बन जाऊंगा,
तेरे छौंके की हींग हल्दी राई बन जाऊँगा,
तेरे नींबू के आचार की खटाई बन जाऊँगा
मैं तेरे जीवन की गहराई बन जाऊँगा,

गर्मी में कुल्फ़ी रसमलाई बन जाऊँगा,
सर्दी में तेरा कम्बल रज़ाई बन जाऊंगा,
तेरा AC कूलर चारपाई बना जाऊंगा
मैं तेरे जीवन की गहराई बन जाऊँगा,

मयके की याद में बाबा तेरी आई बन जाऊंगा,
तेरा ही खर्च तेरी ही कमाई बन जाऊँगा,
तेरी सलाइयों की बुनाई बन जाऊंगा
मैं तेरे जीवन की गहराई बन जाऊँगा, एक कोशिश तुम मेरे जीवन का सार बन जाना (female) के बाद now male version😊
तेरी अँगूठी तेरी सगाई बन जाऊँगा,
आँसुओ की हमेशा की विदाई बन जाऊँगा,

Prakhar Tiwari

#love_shayari hindi poetry on life Hinduism poetry hindi poetry poetry on love **वो चाँद** रात की चादर में छिपा एक चमकता सितारा, वो चाँ

read more

Vibha Katare

याद आया जो बचपन... याद आए कई हसीं पल.. आँगन... अमरूद... ज़िंदा ज़िंदा सा पड़ोस... नीला आसमान.. डूबते सूरज के साथ लौटते पखेरू.. एक कतार से उड़ते

read more
याद आया जो बचपन...
याद आए कई हसीं पल..
आँगन...
अमरूद...
ज़िंदा ज़िंदा सा पड़ोस...
  


Please read in caption ... याद आया जो बचपन...
याद आए कई हसीं पल..
आँगन...
अमरूद...
ज़िंदा ज़िंदा सा पड़ोस...
नीला आसमान..
डूबते सूरज के साथ लौटते पखेरू..
एक कतार से उड़ते

Yashpal singh gusain badal'

#alone रोज इक इम्तिहान से गुजरना है सबको ! कभी फेल होना है कभी पास होना है । यही तो जिंदगी का फ़लसफ़ा है । कभी हँसना है तो कभी रो

read more
जिंदगी एक कहानी
रोज इक  इम्तिहान से गुजरना है सबको !
    कभी फेल होना है कभी पास होना है ।
    यही तो जिंदगी का फ़लसफ़ा है ।
    कभी हँसना है तो कभी रोना है ।
    कभी चहकना है ।
    तो कभी खिलना है ।
    कभी बिखरना है ।
    तो कभी पिरोना है ।
    आखिर ये  एक जिंदगी है ,
    कुछ न कुछ तो होना ही है ।
    कभी तुम्हारे अनुकूल होगा,
    कभी तुम्हारे प्रतिकूल होगा,
    जो भी होगा मगर परिवर्तन तो जरूर होगा।
    जीवन हर दिन नए आयमों में यात्रा करेगा,
    सुख और दुःख आएंगे और जाएंगे ,
    कपड़े की बुनाई की  धागे की तरह,
    एकबार नीचे एकबार ऊपर,
    जिंदगी का कपड़ा बुनता है इसी तरह,
    सुख और दुख के दो धागों से,
    दुख और सुख पूरक हैं इक दूजे के ,
    एक के बिना अर्थहीन है दूसरा ।
   जितना बड़ा दुख होता है सुख के दिन होंगे उतने ही आनंदमयी ,
   जितना गहन होगा अंधेरा उतना ही चमकदार होगा दिन,
    इसलिए जियो जिंदगी हर पल,
    चाहे कुछ भी हो,
    और कैसी भी हो,
    तुम जिंदगी का साथ छोड़ोगे नहीं,
    जिंदगी से मुख कभी मोड़ोगे नहीं ।
    वक़्त बदलेगा,
    लोग बदलेंगे,
    परिवर्तन होंगे,
    मगर तुम खुद को कर लोगे अनुकूल सबके !
    क्यों कि तुम एक जिंदगी हो,
    एक भरपूर जिंदगी हो ।
रचना-यशपाल सिंह बादल

©Yashpal singh gusain badal' #alone रोज इक  इम्तिहान से गुजरना है सबको !
    कभी फेल होना है कभी पास होना है ।
    यही तो जिंदगी का फ़लसफ़ा है ।
    कभी हँसना है तो कभी रो

Yashpal singh gusain badal'

रोज इक इम्तिहान से गुजरना है सबको ! कभी फेल होना है कभी पास होना है । यही तो जिंदगी का फ़लसफ़ा है । कभी हँसना है तो कभी रोना है । कभी

read more
रोज इक  इम्तिहान से गुजरना है सबको !
  कभी फेल होना है कभी पास होना है ।
  यही तो जिंदगी का फ़लसफ़ा है ।
  कभी हँसना है तो कभी रोना है ।
  कभी चहकना है ।
  तो कभी खिलना है ।
  कभी बिखरना है ।
  तो कभी पिरोना है ।
  आखिर ये  एक जिंदगी है ,
  कुछ न कुछ तो होना ही है ।
  कभी तुम्हारे अनुकूल होगा,
  कभी तुम्हारे प्रतिकूल होगा,
  जो भी होगा मगर परिवर्तन तो जरूर होगा।
  जीवन हर दिन नए आयमों में यात्रा करेगा,
  सुख और दुःख आएंगे और जाएंगे ,
  कपड़े की बुनाई की  धागे की तरह,
  एकबार नीचे एकबार ऊपर,
  जिंदगी का कपड़ा बुनता है इसी तरह,
  सुख और दुख के दो धागों से,
  दुख और सुख पूरक हैं इक दूजे के ,
  एक के बिना अर्थहीन है दूसरा ।
 जितना बड़ा दुख होता है सुख के दिन होंगे उतने ही आनंदमयी ,
 जितना गहन होगा अंधेरा उतना ही चमकदार होगा दिन,
  इसलिए जियो जिंदगी हर पल,
  चाहे कुछ भी हो,
  और कैसी भी हो,
  तुम जिंदगी का साथ छोड़ोगे नहीं,
  जिंदगी से मुख कभी मोड़ोगे नहीं ।
  वक़्त बदलेगा,
  लोग बदलेंगे,
  परिवर्तन होंगे,
  मगर तुम खुद को कर लोगे अनुकूल सबके !
  क्यों कि तुम एक जिंदगी हो,
  एक भरपूर जिंदगी हो ।

©Yashpal singh gusain badal' रोज इक  इम्तिहान से गुजरना है सबको !
  कभी फेल होना है कभी पास होना है ।
  यही तो जिंदगी का फ़लसफ़ा है ।
  कभी हँसना है तो कभी रोना है ।
  कभी
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile