Nojoto: Largest Storytelling Platform

New दर्जी का स्त्रीलिंग Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about दर्जी का स्त्रीलिंग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दर्जी का स्त्रीलिंग.

Stories related to दर्जी का स्त्रीलिंग

आह्लादित Ahladith

दर्जी मास्टर

read more
 दर्जी मास्टर

3 Little Hearts

वैसे ही कुछ कम बोझ नहीं थे दिल पर
और अब दर्जी भी  जेब बाएं ओर सिल देते हैं।

©3 Little Hearts #दिल #जेब #दर्जी #शायरी

Garry😶

ज़ुल्फ का एकदम लबों के आंखिर तक आना...
जैसे किसी दर्जी ने बनाया हो कहर नापकर...

#हमसफ़र #ज़ुल्फ #लब #दर्जी #कहर

Haleema Ali

Dearv#SPINSTER,,,,!!
यह जो काटकर बेहद खुबसूरती से जोडने का हुनर है आप में,,
किसने सिखाया है,,,,,?????
Haleema✍ Dear Darzi
#प्रिय #दर्जी

Shayar E Badnaam

लोग बेकार ही दुआ किया करते है, 
भला दर्जी भी कभी ज़ख्म सिया करते हैं.... #लोग #दुआ #दर्जी #ज़ख्म

Anuradha T Gautam 6280

#दर्जी..🖊️अनु_अंजुरी 🤦🏻🙆🏻‍♀️

read more

Karan indian Delhi garments

तूफान सिंह क्षत्रिय दर्जी राजपूत

read more
 तूफान सिंह क्षत्रिय दर्जी राजपूत

शुभ'म

दर्जी से मेरा दिल कुछ कहता है....

read more
मेरे दिल की खता क्या थी,
वो तो रब ही जाने....
मेरा दिल तो अन्दर ही अन्दर टूट चुका था,
वो मैं या मेरा सब जानें....

मगर मैनें उस कम्बख्त,
दर्जी का क्या बिगाड़ा था,
जो चला सिर्फ,
मेरे बाँई तरफ का ही जेब सजानें,

उसे किसने बताया कि,
मेरा दिल बाँए है,
आज तक मैने नहीं जाना,
तो वो साहब कब आकर अजमाएँ हैं....

कहता हूँ उस दर्जी से,"सुन ले ऐ दर्जी"....
तू चाहे कितना भी हो बेदर्दी,

हमारे धड़कन से,
 एकबार रूबरू जरूर हो लेना,
देखना कहीं मेरा दिल,
बाँए कि जगह दाँए ना हो....
और उससे थोड़ा सा,
 हाल-ऐ-जख्म पूछ लेना....

और कहना,
बस इसी तरह दर्द सहता रहे,
तुझपे और भार देने आया हूँ
वो दुनिया का जख्म हो चुका पुराना,
मैं तो तुझे नया जख्म देनें आया हूँ.....

सम्हाल इसी कदर अपने आप को,
आज मैं तेरे ओर का नाप लेने आया हूँ,
अब तक तुने भार लिया था महज एक गम का,
अब तो मैं तुम्हारे लिए और भी गमों को जगह देने आया हूँ....!!
                                                                  -Sp"रूपचन्द्र" दर्जी से मेरा दिल कुछ कहता है....

Jagannath Sahu

भगवान एक दर्जी है और हम इन्शान कपड़े #SADFLUTE

read more

Abhay Bhadouriya

मैं कवि हूँ,

जब भी  बिखरता हूँ
वो मुझे समेट लेती है
दुनिया की भीड़ में
मेरा हाथ थाम लेती है 
मैं तो नासमझ हूँ
मुझे समझा देती है 
जब कभी रूठ जाता  हूँ
तब मुझे मना लेती है 

गहराई से सोचो
तो समझ आता है,
कि कविता स्त्रीलिंग क्यूं है। #वो  #कविता #कविताएं_और_हम 
#स्त्री #स्त्रीलिंग #hindi 
#abhaybhadouriya  
#IITKavyanjali 
#IITROORKEE
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile