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Anand Anand dhanu
White gxgixgixgixgoxgoxgixgozgi ©Anand Anand dhanu #life_quotes #ghazal
Nitish Tiwary
White अपनी हसरतों पर लगाम लगाने हमें नहीं आता, उसकी मोहब्बतों का कलाम सुनाने हमें नहीं आता। कश्ती अगर साथ छोड़ दे जिसका बीच भँवर में, ऐसे समंदर को सलाम करने हमें नहीं आता। जलते हुए खूबसूरत चिराग को बुझाने हमें नहीं आता, किसी के घर की रौशनी को मिटाने हमें नहीं आता। पर्दे के पीछे यूँ सियासत करने हमें नहीं आता, चुपके से महबूबा का घूँघट उठाने हमें नहीं आता। पैमाने के ज़ाम को आधा छोड़ देना हमें नहीं आता, मयखाने में यूँ अकेले महफ़िल जमाना हमें नहीं आता। देखिए ना, सफ़र में कितनी धूप है, छाँव का नामो निशान नहीं, बिना काँटों के मंज़िल तक पहुँचना हमें नहीं आता। ©Nitish Tiwary #sad_qoute #ghazal
Rajneesh Kumar
मैकशी सोलह बरस की हो गई है ज़िंदगी यूँ ही गुज़ारी आ भी जाओ जिस हवेली पर बहारें मेहरबाँ थीं ढह गई सारी की सारी आ भी जाओ धुन सुनाओ बांसुरी की ए मुरारी चार सू है मारा मारी आ भी जाओ ©Rajneesh Kumar #ghazal se
#ghazal se
read more"सीमा"अमन सिंह
White ग़ज़ल: बनारस, प्रेम और मणिकर्णिका बनारस की गली में वो मिला था, नज़र में इक समुंदर सा खिला था। वो बातें कर रहा था ज़िन्दगी की, मगर मणिकर्णिका पे सब लिखा था। हवा में थी ख़ुशबू रूहानी उसकी, जहाँ मैं था, वहीं वो भी सिला था। गंगा के किनारे बैठते हम, वो दिल में और दिल में बनारस बसा था। मरण का भी वहाँ भय कैसा होता, जब उसकी आँखों में पूरा ब्रह्मांड था। ©"सीमा"अमन सिंह #banarasi_Chhora #ghazal
ABhishek Parashar
White आग पानी में वो लगाता है ख़ूँ पसीने से जो नहाता है जब अँधेरे से डर नहीं लगता तो चराग़ों को क्यूॅं जलाता है रौशनी की कमी नहीं है पर ये अँधेरा ही मुझको भाता है मैंने ग़म पे कहे हैं इतने शेर अब तो ग़म भी ग़ज़ल सुनाता है रोज़ तन्हाई मुस्कुराती है रोज़ दिल को कोई दुखाता है ©ABhishek Parashar #ghazal #sher #Shayari poetry in hindi
SHIVA KANT(Shayar)
White तेरे गुलाबी गालों पे,कोई खूबसूरत ग़ज़ल लिख दूँ..! साथ गुज़रे जो सुनहरे पल,उन्हें हसीं कल लिख दूँ..! ©SHIVA KANT(Shayar) #GoodMorning #ghazal
Er VKB Shayar
क्या बनाने आये थे क्या बना बैठे, कहीं मन्दिर बना बैठे, कहीं मस्जिद बना बैठे। हमसे तो अच्छी है जात परिंदों की, कभी मंदिर पर जा बैठे, कभी मस्जिद पर जा बैठे।। क्या बनाने आये थे क्या बना बैठे, कहीं मन्दिर बना बैठे, कहीं मस्जिद बना बैठे। हमसे तो अच्छी है जात परिंदों की, कभी मंदिर पर जा बैठे, कभी मस्जिद पर जा बैठे।। ©Er VKB Shayar #VKB_Shayar #VKB #Shayari Pankaj Pahwa Mukesh Poonia NISHU DUBEY Randhir Kumar Author kunal hindi shayari shayari status shayari in hi
#VKB_Shayar #VKB #Shayari Pankaj Pahwa Mukesh Poonia NISHU DUBEY Randhir Kumar Author kunal hindi shayari shayari status shayari in hi
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