Find the Latest Status about स्त्रीत्व और पुरुषत्व from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, स्त्रीत्व और पुरुषत्व.
Parasram Arora
क्या एक स्त्री का स्त्रीत्व एक गुल्ल्क है जिसमे पत्थर भरे हुए हो और उसक़े भाग्य को. कोई पुरुष आ क़र लिखता होजबकि सारी दुनिया टिकी है स्त्री के वजूद पर और वो चाहे तो धरती क़े भीतर सोये पथरों को भी जगाने की हैसियत और बुलंदी भी दिखा सकती है लेकिन उसे समाज मे एक खेती वाली ज़मीर्न से ज्यादा कहाँ कुछ अधिक समझा गया है ©Parasram Arora # स्त्री और स्त्रीत्व.......
# स्त्री और स्त्रीत्व.......
read moreपूर्वार्थ
वह पुरुष है, और उसका पौरुष दंभ उसे पुरुष नहीं बनाता। बल्कि उसका पूरा जीवन अपनें परिवार की खुशियों के लिए जीते जाना उसे पुरुष बनता है। पिता जी के ख्वाब पूरे करनें की जद्दोजेहद से लेकर उनकी हर जरूरत का ख्याल रखना। माॅं का लाडला बेटा होने से लेकर उनके ज़िम्मेदार बेटे होनें तक का सफर। पत्नी के लिए नई साड़ी तो वो ले आता है, पर उसकी शर्ट कितनी पुरानी है,वह भूल जाता है। बच्चों के खातिर उसके त्याग को क्या ही कहे, मन ,तन दोनों थका भी हुआ हो, तब भी वह ओवरटाइम करके आता है। महिलाओं के त्याग की हमेशा प्रशंसा होती है,पर आज इस पेज के माध्यम से सभी जिम्मेदार और मेहनती पुरुषों को मेरा नमन... ©पूर्वार्थ #पुरुषत्व
Kaushal Kumar
कुछ पुरुषों में पुरुषत्व आजकल दो पुरुषों में हुई जुबानी जंग अचानक। दोनो ने दम भर - भर तने भुजाओं को।। एक से बढ़कर एक गालियाँ बकीं भयानक। एक दूसरे के घर की महिलाओं को।। ऐसे पुरुषों का पुरुषत्व महज इतना ही। कौन, किस तरह, कितना है ताकत वाला।। किसने किसके घर की किस-किस महिला को। कैसे - कैसे, क्या - क्या, कितना कह डाला।। .........कौशल तिवारी . ©Kaushal Kumar #पुरुषत्व आजकल
#पुरुषत्व आजकल
read moreRimjhim Sharma
तुम्हें भारी पड़ेगा ज़माने के दस्तूर को बदलना कदम कदम पर टोके जाओगे मर्यादा में लिपटा ये जो लिबास है ना तुम्हारा वक़्त बेवक़्त स्त्री होने का एहसास करवा ही देगा। ©Rimjhim Sharma #स्त्रीत्व
Rachna panchhi
स्त्रीत्व श्रृंगार सिर्फ़ आकर्षित करने के लिए नहीं, यह एक जश्न है स्त्रीत्व में होने का।।।। ©Rachna panchhi स्त्रीत्व
स्त्रीत्व
read moreManoj Srivastava
स्त्री धरा स्वरुप है और पुरुष बीज है, उनके बीच स्नेह रुपी संबंध ही संसार का अस्तित्व गढ़ते हैं। जिस तरह वर्षा को जल, भूमि को सिक्त कर उसे उर्वरा कर देता है, फिर उसमें अंकुरित नव पल्लव नवजीवन का उद्भासक बनता है, उसी तरह परस्पर प्रेम स्त्री-पुरुष के जीवन को सूत्रबद्ध रखते हैं। #स्त्रीत्व
नितिन कुमार 'हरित'
Nitin Kumar Harit ©नितिन कुमार 'हरित' स्त्री और स्त्रीत्व | नितिन कुमार हरित #NitinKrHarit
स्त्री और स्त्रीत्व | नितिन कुमार हरित #NitinKrHarit
read moreshivangi pathak
पुरूष जो जानना चाहता हैं स्त्री को , वो यहीं नहीं जानता , कि अगर वह जान लेगा, स्त्री को सम्पूर्णता , तो वह स्वयं स्त्रीत्व को प्राप्त कर लेगा.... ©shivangi pathak स्त्रीत्व..... #doubleface
स्त्रीत्व..... #doubleface
read more