Find the Latest Status about हुजूम उमड़ पड़ा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हुजूम उमड़ पड़ा.
चंचल Mahaur स्वर'
जरा सा हुजूम क्या उमड़ा उसके दीदार को पूरे शहर को खबर हो गयी उसके आने की ! चंचल माहौर #हुजूम
Abeer Saifi
मुर्दा दिलों का वहाँ पर हुजूम हो गया मैं नहीं मरा जनाज़ा ख्वाहिशों का था हुजूम - भीड़
हुजूम - भीड़
read moreAbeer Saifi
मुर्दा दिलों का वहाँ पर हुजूम हो गया मैं नहीं मरा जनाज़ा ख्वाहिशों का था हुजूम - भीड़
हुजूम - भीड़
read moreJ P Lodhi.
शहरों की राहों से गांव के वास्ते, हुजूम निकल पड़े, भूख की मार से,माली हालात से गरीब बिलख पड़े। छूट गए काम धंधे,शहर में न घर उनके पैर उठ पड़े, शहर में खैर न खुद को समझ के गैर,कदम उठ पड़े। कुलबुलाने लगे थे पेट उनके,खाली हो गई थी थाली, छोड़कर शहर को लोग पकड़ने लगे राहें गांव वाली। वक्त की पुकार को अनसुना कर गांव को बढ़ने लगे, महामारी के डर से, भूख के भय से याद आ गए सगे। जान की परवाह कर बगैर, हुजूम में हूजूम मिल गए, महामारी के सोर में,भाड़े के घर से गांव याद आ गए। आमदानी कुछ नही,रहने को घर नही राहें पकड़ ली, बसें ट्रेन थम गई सूनी सड़कों पे जिंदगियां चल पड़ी। #हुजूम चल पड़े
#हुजूम चल पड़े
read moreAsheesh indian
आज हुजूम की आखिरी रात है कुछ बड़ा होने को है मयखाने में कोई कमी न छोड़ना_ए_साखी तू भी बदमस्त जाम पिलाने में नज़रें देख न पाएंगी तुझको, कल से शायद कल हम रहें या ना रहें, इस जमाने में बिछड़ कर तुझसे, कल हम कहीं और होंगे कल से वो तुम्हारे अपने, और हम गैर होंगे खैर, मिलना तो नहीं था हमारी किस्मत में मगर, कभी तुम्हें वक्त मिले हमें याद करने का तो, पहले की तरह की तरह मुस्कुराकर जरा सी पलकें झुका लेना ©Asheesh indian हुजूम :- जिंदगी #HeartBreak
हुजूम :- जिंदगी #HeartBreak
read moreAdbhut Alfaz
|Rukh se zara nakaab hatao to jashn ho... Jalwon ka ek huzum khada hai kataar me...| #NojotoQuote #रुख #नक़ाब #हुजूम #कतार
Pradyumna sharma
सैनिक की राखी ********************* वो भोली है वो मासूम है मेरी छोटी बहन जैसे गुलाब की पंखुड़ियों का हुजूम है मैं देश का सिपाही हूँ, एक रक्षक हूँ एक भाई हूँ हु माँ भारती का बेटा मैं, अपनी बहन की परछाई हूँ लेकिन इस बार उसकी चंद्र सी मुख आभा पर मोती से अश्रुओं का क्रंदन है उससे कैसे कहूँ मैं सरहद नहीं छोड़ सकता बहना क्यूँकि यही तो रक्षाबंधन है दुश्मन घात घातक है पर हममें भी माँ भारती की ताकत है अब तुम ही बताओ मेरी बहना राखी पर कैसे आऊँ मैं हमारे हाथों में तुम्हारी सी और कई बहनों की हिफाज़त है और यहाँ तो बस हमें तिरंगे में लिपटने की ही इज़ाज़त है ©Pradyumna sharma हुजूम= भीड़ #pradyumnasharma #RakshaBandhan2021
हुजूम= भीड़ #pradyumnasharma #RakshaBandhan2021
read more