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Rashmi singh raghuvanshi "रश्मिमते"(sunshine)
प्रथम रश्मि का आना रंगिणि । तूने कैसे पहचाना ।। कहां, कहां हे बाल विहंगिनि। पाया तूने यह गाना ।। -प्रथम रश्मि (पंत) ©rashmi singh raghuvanshi प्रथम रश्मि
प्रथम रश्मि
read moreArora PR
तुम्हारी ये लम्बी चुप्पी मौन सन्देश दें रही कि तुम्हे मेरी बात मान लेने मे कोई एतराज़ नहीं हैँ फिर भी मै चाहुँगा कि तुम्हारे इस मौन का भावार्थ समझने की चेष्टा अवश्य करके देखु कि कही तुम इस धैर्य धारण के कवच से अपने ह्रदय को आहत तो नहीं कर रहे हो? ©Arora PR मौन का भावार्थ
मौन का भावार्थ
read morePrakash Dwivedi Bharjuna
On the Border मेरी कलम नही चलती है नभ के चांद सितारों पर ना उपवन की कलियों पर ना सत्ता के दरबारों पर मै लिखता हूं शौर्य धरा का और भारत की शान लिखूंगा लिख दिया शौर्य यदि सैनिक का तो पूरा हिंदुस्तान लिखूंगा प्रकाश व्दिवेदी कविता सैनिक और राखी का प्रथम अंतरा
कविता सैनिक और राखी का प्रथम अंतरा
read moreParasram Arora
मेरे मौन शब्दों का अर्थ जानना निरर्थक सिद्ध हो सकता है यधपि उनका भावार्थ समझा जा सकता है.... क्योंकि भाव की कोई भाषा नहीं होती वहा तो केवल अनुभूति का अस्तित्व होता है वो तो वैसा ही है जैसे चन्द्रमा की मौन चांदनी की स्निग्धता का सुखद अहसास जैसे वक्ष की ऊँची शाखाओं पर हवाओं क़ि हलचल से उपजि..हुई खड़खड़ाहट और सरसराहट पत्तों की ©Parasram Arora मौन शब्दों का भावार्थ.......
मौन शब्दों का भावार्थ.......
read moreVishal kumar Hindu
मैंने लिखने की कोशिश की, मुझसे राम लिखा गया... राम नाम की गहराई में मैं ,ऐसा समा गया जग के कटू वचन भी मुझे अच्छे लगने लगे, मेरे मन मंदिर में मानो राम सजने लगे.... मेरे मन मंदिर में मानव राम सजने लगे.... ©Vishal प्रथम कविता #SunSet
प्रथम कविता #SunSet
read moreRashmi Kumari
रिश्तों में दरार दरार रिश्तों में नहीं भावों में होती है..... रिश्ते तो बस बदनाम है...... #rishte #बदनाम# #भाव#कविता#रश्मि आनंद
आलोक कुमार
हमलोग को आजादी किन-किन चीजों से मिली थी और क्या हमलोग आज भी उन सभी चीजों से आजाद हुए हैं. अरे सबसे बड़ी और कीमती आजादी तो आपसी समान विचारधारा की आजादी होती है, जो आजतक सम्भव नहीं हो पायी है. इसके पीछे सबसे बड़ा और प्रभावी कारण है "जाति आधारित आरक्षण". इससे जिस दिन देश को मुक्ति मिल जाएगी, तब ही यह समझना उचित होगा कि अब हमलोग को आज़ादी प्राप्त हो गयी है. आजादी का सही और सटीक भावार्थ...
आजादी का सही और सटीक भावार्थ...
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