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Sanoj
एक ही गुज़रगाह पर है घर हमारा वही मेरा चाँद और वही मेरा नुजूम, मैं एक राह-रौ वो मेरी मंजिल मैं अकेला और उसके पीछे हुजूम। -Minion'sSky✍ #गुज़रगाह सड़क,#नुजूम-तारे,#राह-रौ- मुसाफिर #UnderTheStars
#गुज़रगाह सड़क,#नुजूम-तारे,#राह-रौ- मुसाफिर #UnderTheStars
read morebrijesh mehta
चाहे 'नुजूम' बनकर आओ या साँसे, आफ़ताब या माहताब, मेरा प्यार तुम्हें पहली नजर में ही पहचान लेता है। — % & नुजूम = तारे #मंमाधन #मंजर #manmadhan #divinelove #brijeshmehta #lifequotes #lovequotes #spiritual
नुजूम = तारे #मंमाधन #मंजर #manmadhan #divinelove #brijeshmehta #lifequotes #lovequotes #spiritual
read moreAbeer Saifi
भूल से हुई भूल भूल नहीं होती, तोहमतें भी हाँ फ़िज़ूल नहीं होती اا इक ख़सलत तो सही थी मुझमें पर, पंखुड़ी मुकम्मल फूल नहीं होती اا न रहा असर तेरी दुआओं में मुर्शद, मोहब्बत हमारी क़बूल नहीं होती اا जुर्म फ़क़त दिल दुखाया था हमने, रहमत-ए-इलाही नुज़ूल नहीं होती اا तोहमत - इल्ज़ाम, ख़सलत - आदत , मुकम्मल - पूरी , मुर्शद - पीर, गुरु, नुज़ूल - उतरती #yqdidi #yqbhaijan #yqwriters #yqquotes #yqlife #yqlove
तोहमत - इल्ज़ाम, ख़सलत - आदत , मुकम्मल - पूरी , मुर्शद - पीर, गुरु, नुज़ूल - उतरती #yqdidi #yqbhaijan #yqwriters #yqquotes #yqlife #yqlove
read moreAbeer Saifi
भूल से हुई भूल भूल नहीं होती, तोहमतें भी हाँ फ़िज़ूल नहीं होती اا इक ख़सलत तो सही थी मुझमें पर, पंखुड़ी मुकम्मल फूल नहीं होती اا न रहा असर तेरी दुआओं में मुर्शद, मोहब्बत हमारी क़बूल नहीं होती اا जुर्म फ़क़त दिल दुखाया था हमने, रहमत-ए-इलाही नुज़ूल नहीं होती اا तोहमत - इल्ज़ाम, ख़सलत - आदत , मुकम्मल - पूरी , मुर्शद - पीर, गुरु, नुज़ूल - उतरती #yqdidi #yqbhaijan #yqwriters #yqquotes #yqlife #yqlove
तोहमत - इल्ज़ाम, ख़सलत - आदत , मुकम्मल - पूरी , मुर्शद - पीर, गुरु, नुज़ूल - उतरती #yqdidi #yqbhaijan #yqwriters #yqquotes #yqlife #yqlove
read moreShahrukh Asar
गोया ग़ार-ए-दिल में हो उतरी कोई वह्यी, कुछ इस तरह नुज़ूल मुझपे इश्क़ का हुआ... *गोया = जैसे कि, मानो *ग़ार-ए-दिल = दिल की गुफा *वह्यी = ईश्वरीय वाणी *नुज़ूल = उतरना #shahrukhasar #nojotohindi #ishq #love
*गोया = जैसे कि, मानो *ग़ार-ए-दिल = दिल की गुफा *वह्यी = ईश्वरीय वाणी *नुज़ूल = उतरना #shahrukhasar #nojotohindi #ishq #Love
read moreSangeeta Patidar
क़ाबिल तो आपने समझा हमें, हम तो बस एक भूल थे। हर एहसास समझा बहारों सा, वो सब तो बस सूल थे। सादा सा था प्यार, लगा दिए हमने कितने अगर-मगर, गुस्ताख़ी करके भी बने हमराज़, हम कौन से नुज़ूल थे! उम्दा-उम्दा गुलों से करना था दिल-बाग़ की आराइश, कैसे समझा आपने गुलाब, हम तो ख़ार वाले बबूल थे। आपकी मुस्कान से सीखा हमने हर हाल में मुस्कुराना, ख़ुशनुमा अंदाज़ आपका, हमारे सबके-सब मलूल थे। होकर कभी ख़ुदगर्ज़, सर पर भी मत चढ़ जाना 'धुन', कहना भी न पड़े,ये इत्तिफ़ाक़न मिलने वाले हुसूल थे। सूल- Sharp Pain नुज़ूल- Decent आराइश- Decoration मलूल- Sad हुसूल- Achievement होली के हमजोली- 10
सूल- Sharp Pain नुज़ूल- Decent आराइश- Decoration मलूल- Sad हुसूल- Achievement होली के हमजोली- 10
read morezafar
सोशल वर्कर के की एक टीम आज शाहीन बाग के प्रोटेस्ट में हिस्सा लिया जिस में शामिल थी तनवीर जहां-नुजहत-शबनम-भाई जमशेद-जफर इमाम
सोशल वर्कर के की एक टीम आज शाहीन बाग के प्रोटेस्ट में हिस्सा लिया जिस में शामिल थी तनवीर जहां-नुजहत-शबनम-भाई जमशेद-जफर इमाम
read moreदिल-ऐ-मुसाफ़िर!
पुरनम आँखे अब किस अहबाब को देखे, दफ़्तर-ऐ-गुल के उजड़ जाने पर किस ख्वाब को देखें! मचलती रही एक महफ़िल एक शमा के सहारे, नुजूम के टूट जाने पर किस आफ़ताब को देखे! नौहा करती होगीं कफ़न की हर सूत मेरी, मय्य्यत पर पड़े हैं अब किस इत्तेफाक को देखे! होगा कंही “मुसाफ़िर” जो कल तक रोकता था, औराक-ऐ-परेशाँ फट गए अब क्या कातिब को देखें!! पुरनम- filled with tears अहबाब-dear ones दफ़्तर-ऐ-गुल- bed of flower नुजूम-Stars नौहा-mourning औराक-ऐ-परेशाँ-scattered pages कातिब-writer
पुरनम- filled with tears अहबाब-dear ones दफ़्तर-ऐ-गुल- bed of flower नुजूम-Stars नौहा-mourning औराक-ऐ-परेशाँ-scattered pages कातिब-writer
read moreAshiq Momin
मेरे हाथों की लकीरें क्या कहती हैं बताओ इन लकीरों में क्या तुम रहती हो बताओ मैंने तो अपना हाथ दिखाया नुजूमी को चलो तुम भी अपना हाथ नुजूमी को दिखाओ नुजूमी Astrologer संगत , रंगत और सौम्यता, दर्शाती है हाथों की लकीरें। पर सच सच बतलाना कि, क्या यही बदलती है तकदीरें।। :- काव्य पथिक Team 👉
नुजूमी Astrologer संगत , रंगत और सौम्यता, दर्शाती है हाथों की लकीरें। पर सच सच बतलाना कि, क्या यही बदलती है तकदीरें।। :- काव्य पथिक Team 👉
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