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अज्ञात
दिल कहता है रुठों को मनाना होगा वो न झुकें तो ख़ुद झुक जाना होगा दिल के मेहमाँ हैं वो तमाम नखरों के उन्हें तो सर आँखों में बिठाना होगा तमाम गिले शिकवे भाड़ में डालकर ए दुश्मनों तुम्हें भी गले लगाना होगा जमाना कहता रहे चाहे बुज़दिल मुझे इसी राह मेरे कदमों में जमाना होगा इस जमीं ने इक छत तक न दिया मुझे अब तो हर दिल मकाँ बनाना होगा मैं कब तक उठाकर चलूँ गुरुर अपना इक दिन तो सब ख़ाक में जाना होगा कोई बैठा है मेरे अन्दर स्वासों के लिये बाद मोहलत तो वो भी रवाना होगा ए ज़िंदगी क्या बार बार मिल पायेगी तू हम गये तो फिर जाने कब आना होगा ©अज्ञात #राह-ए-ज़िंदगी
#राह-ए-ज़िंदगी
read moreAnuj Ray
White दर्द ए दिल, कोई शिकवा या शिकायत नहीं, ये निशानी है। खुशी से जी रहे , यादों में जिसकी आज तक, वो जिंदगानी है। ©Anuj Ray # दर्द ए दिल #
# दर्द ए दिल #
read moreBINOदिनी
White कुछ बातों को भूलाना , कुछ लम्हों को गुजारना, आसान नहीं होता। चुभते हुए लफ़्ज़ों के खंजर, बिन पौधों के जमीन यह बंजर। सहना आसान नहीं होता।। ©BINOदिनी दर्द-ए-बयान
दर्द-ए-बयान
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White शाम का रंग तेरे रुखसार सा है आँखों में झिलमिलाते उम्मीद के दिए शहतूत से रस भरे होंठ तेरे इनमें रंग तेरे प्यार का है ©हिमांशु Kulshreshtha शाम का रंग...
शाम का रंग...
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White मन तो बावरा है अटकता है कभी तो भटकता है कभी.. विरक्त है कभी तो आसक्त है कभी... धूप है प्रेम की तो छाह यादों की कभी!! डूबता उतरता सा मचलता, भटकता सा कभी, कितने रंग समेटे खुद में हो रहा बदरंग कभी रे मन.. कैसे पाऊँ थाह तेरी है तू आस कभी तो तू है निर्लिप्त कभी ©हिमांशु Kulshreshtha ए दिल..
ए दिल..
read moreDeepak "New Fly of Life"
रोते रोते मुस्कुराने का, हुनर सीख लेते हैं, ये औरतें हैं जनाब, सब कुछ सह लेते हैं। न जाने कहाँ से मिली, इन्हें ये ताकत है, जिसे बस रोने में जाया कर देते हैं। अगर पहचान लें ये, और समझ लें, खुद के अपने ज़ज़्बात को, तो ये काली माँ से कम नहीं होते हैं। रोते रोते मुस्कुराने का, हुनर सीख लेते हैं, ये औरतें हैं जनाब, सब कुछ सह लेते हैं। ©Deepak "New Fly of Life" शक्ति ए औरत
शक्ति ए औरत
read moreF M POETRY
White ब-वक़्त-ए-शाम है खुश रंग दरिया का नज़ारा है... मगर महबूब मेरा इन नज़ारों से भी प्यारा है... यूसुफ आर खान.... ©F M POETRY #ब-वक़्त-ए-शाम है खुश रंग
#ब-वक़्त-ए-शाम है खुश रंग
read morePRAKASH GOURH ~> Azamgarh <~
माँगी थी दुआ एक आशियाने की, आँधियाँ चल पड़ी जमाने की! मेरे दर्द को कोई समझ ना सका, क्योंकि आदत थी मुझे मुस्कुराने की!! ©PRAKASH GOURH ~> Azamgarh तासीर ए जहर
तासीर ए जहर
read moreDeepak "New Fly of Life"
White बचपन से तैयारी कर लो, लक्ष्मी, सरस्वती संग, दुर्गा, काली बनने की भी दीक्षा ले लो। लाचारी, कोमलता, सहारा, सब छोड़ो, मन, हृदय, देह को अब, वज्र कर लो। भूलो मत, तुम नारी हो, जन्म है तुम में समाया, वक़्त है, अब मृत्यु को भी धारण कर लो। कब तक सहोगे हिंसा, बलात्कार, बन के वीरांगना सर को धड़ से, अलग करने की कला सीख लो। बचपन से तैयारी कर लो, लक्ष्मी, सरस्वती संग, दुर्गा, काली बनने की भी दीक्षा ले लो। ©Deepak "New Fly of Life" #तैयारी ए हिफाज़त
#तैयारी ए हिफाज़त
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
ऐ शाम ए गम मुझको सदा दे रहा है कौन.... #shamawritesBebaak #poetsofindia #writersofindia shayari #shayarilovers #Live life #Like #
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