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Manisha Singh Raghuvanshi
White pta nahi kahan se aa gire mere agnan ke jal pe ye chooje...maine rakha inhe ek purane ghosle me...sukhad ashcharya...🤗🤗 inki maa ne dhoondh liya inhe...roj khila ke dana pani...uda le gayi apne sang🙂🙂 ©Manisha Singh Raghuvanshi #Main aur meri bagiya ke rehvasi #apsi prem..vishvas
SAMSHER P
रात भर इक चांद का साया रहा इश्क़ का इक ज़ख्म नुमाया रहा। नींद में भी करवटें हम बदलते रहे शायद सपनों में तू था आया रहा। बात बात पे तेज़ होती है धड़कनें बहुत दिल को मैंने समझाया रहा। इतने संगदिल होना भी अच्छा नहीं याद तेरी में सब कुछ भुलाया रहा। चाहत होती तो निभा भी सकते थे मजबूरी का राग बेकार गाया रहा। ©SAMSHER P #sayari #kavita
POONAM SHARMA
White 💜KAVYA KA JOSH💜 "Tere ishq ki zaroorat hai, Mere dil ko, mere jazbaat ko, Tujhse hi hai, tujhpe hi hai, Mere dil ka yeh aarzoo hai. 💜💜 💜 ©POONAM SHARMA #KAVITA
Vibha
White Kanto se sikha hmne rksha krna Tootte tare se sikha hmne logo ki iksha puri krna Ek asafal Guru hi btaya hme kaise safal hai hona ..........#see positivity in everything ©Vibha #kavita
shiv putra
White शब्द वाक् अलंकारिक है केवल । अहम् भावों का होना चाहिए यूँ कहीं भी न खोला करें मन की किताबे कोरे कागज को पढ़ने का हुनर भी तो होना चाहिए ।। विचार पीयूष achrya Pt. saurabh dhar ©shiv putra #kavita
kavi Dinesh kumar Bharti
मेरी कविता में खो जाओ मेरी कविता के हो जाओ ©kavi Dinesh kumar kavita
kavita
read morePriya Gour
White प्रेम रुपी सागर में कोई जितना उतरता है, धैर्य करना भी उतना अधिक सिखता हैं, यूहँ तो प्रेम में दूरी शूल बन चुभती हैं, पर सच्चे प्रेम में दूरियों में भी प्रेम बढ़ता हैं, जब भाव दोनों ओर प्रेममय हो विश्वास होता हैं, प्रेम रुपी सागर में जो जितना उतरता है, सच्चे हदय से किये प्रेम में प्रेम ही प्रेम मिलता हैं। ©Priya Gour ❤🌸 prem vishvas ka vishy h... #15Sept 11:01 #love_shayari
❤🌸 prem vishvas ka vishy h... #15Sept 11:01 #love_shayari
read moreYash
White Aasman hai neelā, Gulāb hai laal. Aur bhai, Kya haalchaal. ©Yash #kavita
Prakash Vidyarthi
White " विषय अनुरूप ज्ञान" लिखते हैं आज कुछ विषय वस्तु अनुरूप ज्ञान। कहीं छाया तो कहीं धूप फिर कैसा और क्यों अभिमान प्राइमरी वाली नखरा करे हाई क्लास वाली करे प्यार। मिडिल वाली मन को भाए जाति धर्म बना दीवार।। मैथ वाली मोहब्ब्त करी अंग्रेज़ी वाली आंखे चार। हिन्दी वाली होश उड़ा गईं संस्कृत वाली प्रेम आधार ।। हिस्ट्री वाली हिसाब करे इकोनॉमिक्स वाली दर्द बढ़ाएं। साइंस वाली चाहत शौक रही ज्योग्राफी वाली दिल में समाए।। ऊर्दू वाली परी बड़ी सुन्दर लगे भोजपुरी वाली स्नेह रास रचाती। केमिस्ट्री वाली घुलना मिलना चाहें फिजिक्स वाली दुर भाग जाती।। बायोलॉजी वाली करीब जो आती दिल में कम्पन बढ़ाती। यूपी बंगालन झारखंडी हीरोइन सब हैं भाव बडी खाती।। मनोविज्ञान वाली मन को समझे योगा वाली योगसन सिखाए। राजनीति शास्त्र वाली खेल खेलें नागरिक शास्त्र वाली सभ्य बनाए। प्राकृत भाषा वाली प्यारी लगे गृह विज्ञान वाली ललचाए। सोशियोलॉजी साथ निभाती नहीं विद्यार्थी रूप प्रकाशित हों जाए।। स्वरचित:- प्रकाश विद्यार्थी भोजपुर बिहार ©Prakash Vidyarthi #women_equality_day #kavita