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Nahid Shaikh
*एक औरत " रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम " के पास आयी* *और अपने शोहर की शिकायत की* *के वो बहोत ज़्यादा अपने दोस्तों को घर पर दावत देता रहता है.* *और में इनकी मेहमान नवाज़ी में खाना बनाते बनाते थक जाती हूँ.* *" रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम " ने कोई जवाब नहीं दिया और वो औरत वापस चली गई* *कुछ देर के बाद " रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम " ने उस औरत के शोहर को बुलाया* *और आप ने फरमाया आज में तुम्हारा महेमान हूँ* *वो आदमी बेहद खुश हुआ* *और घर जाकर अपनी बीवी से बताया उसकी बीवी भी बेहद खुश हो गयी.* *और वक़्त लगाकर मेहनत से अच्छी चीज़ तैयार करने में जुट गई.* *सब से बेहतरीन मेहमान " रसूल के लिए* *इस जबरदस्त पूर तकल्लुफ़ दावत के बाद* *" रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम " ने* *इस शख्स को कहा के अपनी बीवी से कहो इस दरवाज़े को देखती रहे जिस दरवाज़े से में जाऊंगा* *तो उसकी बीवी ने ऐसा ही किया और देखती है के किस तरह से आप " रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम " घर से बाहर निकले है आप के पीछे पीछे बहोत से हसरात (जहरीले कीड़े मकोड़े), बिच्छू बहोत से महलक हसरात (जहरीले जानवर ) घर से बाहर निकल गए* *और ये अजीब व गरीब मंज़र देखकर वो बेहोश हो गयी जब वो* *" रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम" के पास आयी तो आप ने फरमाया के ये होता है. जब तुम्हारे घर से मेहमान जाता है अपने साथ हर तरह के ख़तरात मुश्किलात और महलक जानदार घर से बाहर ले जाता है..* *और ये इस वजह से होता है के जो तुम मेहनत करके खिदमत मादारत करती हो* *जिस घर में मेहमान आते जाते रहते हैं..* *अल्लाह उस घर से मुहब्बत करता है* *उस घर से बेहतर और क्या हो जो हर छोटे बड़ों को खिला रहे हैं..* *ऐसे घर पर अल्लाह की रहमत और बरकत नाज़िल होती रहती है* *रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम "* *ने फरमाया* *जब अल्लाह किसी का भला चाहता है तो उसे नवाज़ता है* *उन्होंने पूछा या अल्लाह के रसूल, अल्लाह किस इनाम से नवाज़ता है* *तो आप ने फरमाया मेहमान अपना नसीब साथ लेकर आता है* *और जाते हुए घरवालों के गुनाह, मुसीबतें , परेशानी अपने साथ ले जाता है..!!* 👆 *अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करें क्योंकि किसी को mr nahid shaikh ahdis maslah
ahdis maslah
read morePrince Hamdard
मैं नींद में रहा खुली आँखों से मसलाहतन हमदर्द जो कुछ भी बेफिक्री थी वो जाने कब की छट गई #maslahatan #neend