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CK JOHNY
फजल है खुदा का कि अपनी खामोशी भी सुन लेते हो, अपने गुनाहों को देख कर तौबा-ए-राह भी चुन लेते हो। कैसे चैन से सो जाते हैं लोगअपने गुनाहों से मुँह फेरकर हम तो करवट भी बदलने नहीं पाते कैसे ये गम देते हो। जमीन पे जो चीज है हराम वही जन्नत में आएगी काम खामख्वाह में शेखचिल्ली के ख्वाब हमें तुम देते हो। कुछ तो खुदा का खौफ खाओ कुछ कुफ्र से करो तौबा ए शेख रिन्दों को ये किस महफ़िल का तरन्नुम देते हो। जन्नत में शराब की नहर बहत्तर हूरों के हसीन ख्वाब ओ वाइज हम दोजख वालों को कैसा ये वहम देते हो। फजल है खुदा का कि अपनी खामोशी भी सुन लेते हो, अपने गुनाहों को देख कर तौबा-ए-राह भी चुन लेते हो। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ फजल
फजल
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फजल है खुदा का कि अपनी खामोशी भी सुन लेते हो, अपने गुनाहों को देख कर तौबा-ए-राह भी चुन लेते हो। कैसे चैन से सो जाते हैं लोगअपने गुनाहों से मुँह फेरकर हम तो करवट भी बदलने नहीं पाते कैसे ये गम देते हो। जमीन पे जो चीज है हराम वही जन्नत में आएगी काम खामख्वाह में शेखचिल्ली के ख्वाब हमें तुम देते हो। कुछ तो खुदा का खौफ खाओ कुछ कुफ्र से करो तौबा ए शेख रिन्दों को ये किस महफ़िल का तरन्नुम देते हो। जन्नत में शराब की नहर बहत्तर हूरों के हसीन ख्वाब ओ वाइज हम दोजख वालों को कैसा ये वहम देते हो। फजल है खुदा का कि अपनी खामोशी भी सुन लेते हो, अपने गुनाहों को देख कर तौबा-ए-राह भी चुन लेते हो। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ फजल
फजल
read morehttps://youtube.com/shorts/I5SGPgsFuNs?si=731Gz5sjOO7Pagkf
की लकीरों में तेरा नाम है तू मेरा ख्वाब तुम मेरी मंजिल है तेरे बिना जीना मुश्किल है मुश्किल तू साथ है तो जिंदगी भी आसान है जिंदगी की मुश्किल भी आसान है जिंदगी की मुश्किल की अजान आसान खुशी हो तुम शाम गम भुलाने वाला जानती हो तो तुम ही हो जिंदगी को तुम ही हो मंजिल तू ही दिल का करार आंखों का चैन और रोशनी और आंखों में दिखने वाला चेहरा आंसुओं में तुम खुशी के आंसुओं में भी तुम मेरी दीवानगी कविता दीवानगी भी तुम तुम्हारे लकी तकदीर और आसमान के लिखे हुए को भी बदल दे ऐसी मुश्किल को आसान कर दे ऐसा प्यार है जो तुम मेरी जिंदगी की लकीर हट तकदीर हो तुम और मेरा ख्वाब सही यकीन बनने वाली तस्वीर हो तुम तुम्हारे जैसा मेरे जैसा मिले आंखों में गहरी गहराई से ऐसा ख्वाब हो तुम हम तुम मिले तो हमारा बने तुम्हें यह जग सारा बड़े धूल मिट्टी मोहब्बत की कमी सर्दी बनी संसार हमारे आने को तुम्हारे आने से पूरा बने आत्मा परमात्मा मिले लकीर बनाने वाले मोहब्बत से हमारी तकदीर में है ©Ashish Chhikara #eternallove गजल फजल तुम्हारी मंजिल हमारी प्यार है तुम हमारा संसार सारा बोला यह दिल है तुम्हारा
#eternallove गजल फजल तुम्हारी मंजिल हमारी प्यार है तुम हमारा संसार सारा बोला यह दिल है तुम्हारा
read moreVishal Vaid
मैं जिसको लिखता हूँ और बार बार मिटाता हूँ चलो आज तुमको मैं वो एक ग़ज़ल कहता हूँ किसी को अपनी महबूबा चाँद सी लगती होगी मैं तो आसमां के चाँद को तेरा हमशक्ल कहता हूँ मैं तेरे प्यार को ही खुदा की नेहमत नही मानता तेरी नाराज़गी को भी रब का फज़ल कहता हूँ वो अलग बात है की जुर्म ये कहीं दर्ज न हो मैं तो बेवफाई को भी इरादे ए क़त्ल कहता हूँ वो समुंदर जिसने किसी की प्यास बुझाई ही नही दुनिया जिसे सजल कहती हैं मैं उसे अजल कहता हूँ लहलहाते है खुशी और और गम के मौसम में भी इन आंसुओं को भी मैं प्यार की फसल कहता हूँ पहली बाज़ी जीतने वाले ने कुछ न सीखा इश्क़ में हार के फिर दांव लगाए जो उसको अव्वल कहता हूँ #cinemagraph फजल ----कृपा, मेहरबानी सजल ---- जल से भरा अजल ----बिना जल के #qdidi #love #bestyqhindiquotes #vishalvaid #विशालवैद #life
#cinemagraph फजल ----कृपा, मेहरबानी सजल ---- जल से भरा अजल ----बिना जल के #qdidi love #bestyqhindiquotes #vishalvaid #विशालवैद life
read moreVibhor VashishthaVs
Meri Diary #Vs❤❤ मेरे ज़ख्मो का हिसाब, अब कौन करेगा..... नाराज है हाकिम अब, इलाज कौन करेगा.... यू तो तेरे फजल पर यकी, अब भी है मुझको.... कि इस यकीन को मेरे, कामयाब कौन करेगा.... ✍️Vibhor vashishtha Vs Meri Diary #Vs❤❤ मेरे ज़ख्मो का हिसाब, अब कौन करेगा..... नाराज है हाकिम अब, इलाज कौन करेगा.... यू तो तेरे फजल पर यकी, अब भी है मुझको.... कि
Meri Diary Vs❤❤ मेरे ज़ख्मो का हिसाब, अब कौन करेगा..... नाराज है हाकिम अब, इलाज कौन करेगा.... यू तो तेरे फजल पर यकी, अब भी है मुझको.... कि
read moreVandana
एक रंग लगा था तेरे इश्क का, दूजा रंग चढ़ता नहीं कोई,, अब उसी रंग में रंग गई हूं मैं, नहीं भाता कोई और रंग मुझे,, ऐसा भी एक रंग है जो करता है बातें भी जो भी इसको पहन ले वो,,अपना सा लगता है..... कभी-कभी यूँ ही चलता फिरता शहर अचानक, अचानक तन्हाँ लगता है..
ऐसा भी एक रंग है जो करता है बातें भी जो भी इसको पहन ले वो,,अपना सा लगता है..... कभी-कभी यूँ ही चलता फिरता शहर अचानक, अचानक तन्हाँ लगता है..
read moreZoga Bhagsariya
तुम आजकल लगते बहुत, हसीन हो , तुम बेहतरीन हो , तुम मेरा दीन हो , तुम शरारती हो , नाज़नीन हो , तुझे क्या नाम दूं , चलो मह ब्बत लिख देता हूं , तुम मेरा विश्वास हो , चलो अकीदत लिख देता हूं , तुम्हें पाना भी ,कुछ मुश्किल है , चलो शिद्दत लिख देता हूं।। तुम सकूं हो , तुम्हें वहदत लिख देता हूं । जोगा फजल ए ख़ुदा ,तुमसे मुलाकात हुई , चलो तुम्हें रहमत लिख देता हूं ।। ZOGA BHAGSARIYA RAJASTHANI KAFIR ZOGA GULAM तुम आजकल लगते बहुत, हसीन हो , तुम बेहतरीन हो , तुम मेरा दीन हो , तुम शरारती हो , नाज़नीन हो , तुझे क्या नाम दूं ,
तुम आजकल लगते बहुत, हसीन हो , तुम बेहतरीन हो , तुम मेरा दीन हो , तुम शरारती हो , नाज़नीन हो , तुझे क्या नाम दूं ,
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
इक नेक खुशखल्क बशर जो गर्विदा हुआ है मूझपर, वो करके सलाम शहरे हरम में मिला है मुझको//१ मैं मशगूल थी मेरे खालिक की इबादत में,वो खुद नहीं रब के फजले करम में मिला है मुझको//२ वो मेहरबान फिदा तो है खुसूसन मुझी पर मगर इजहारे़ शरम में मिला है मुझको//३ एक रोज कहना ही था मुझे आमीन,वो नमाजे तहज्जुद की दुआए रहम में मिला है मुझको//४ "शमा"शहरे हरम गवाह है उस नेक खुशखल्क बशर का, के वो मेरे मुनव्वर धरम में मिला है मुझको//५ ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Wochaand इक नेक खुशखल्क बशर जो गर्विदा हुआ है मूझपर,वो करके सलाम शहरे हरम में मिला है मुझको//१ मैं मशगूल थी मेरे खालिक की इबादत में,वो खुद
#Wochaand इक नेक खुशखल्क बशर जो गर्विदा हुआ है मूझपर,वो करके सलाम शहरे हरम में मिला है मुझको//१ मैं मशगूल थी मेरे खालिक की इबादत में,वो खुद
read moreDharm Desai
खैर हुए है देर अभो कैसे वापस आए सभो वो बूढ़ी मां बुलाएगी मन में थोड़ा मुस्कायेगी पापा फिर से हस लेंगे थोड़ा लेकिन तबियत लथड़े जायेगी क्या फायदा इस शोहरत का जो काम ना आए गर्दिश में हाथ दुआ के लिए उठाना रज़ा में या रंजिश में। वो आंचल मां का, पापा का कंधे पे हाथ याद आता है अपना घर अपने जज़्बात वो खाना खिलाना ज़बरदस्ती के साथ या तोड़ मरोड़ के जोड़ना जब कुछ हो यार या
वो आंचल मां का, पापा का कंधे पे हाथ याद आता है अपना घर अपने जज़्बात वो खाना खिलाना ज़बरदस्ती के साथ या तोड़ मरोड़ के जोड़ना जब कुछ हो यार या
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