Nojoto: Largest Storytelling Platform

New शिवालिक टेकड्या Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about शिवालिक टेकड्या from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शिवालिक टेकड्या.

Stories related to शिवालिक टेकड्या

Yashpal singh gusain badal'

#yogaday गंगा-यमुना जिसका आँचल है, बद्री-केदार जिसकी दो आँखेँ, हर की पौड़ी सा निश्चछल मन, गढवाल-कुमाऊँ जिसकी दो बाँहेँ।  महान हिमालय जिसका म

read more
"उत्तराखंड"
गंगा-यमुना जिसका आँचल है,
बद्री-केदार जिसकी दो आँखेँ,
हर की पौड़ी सा निश्चछल मन,
गढवाल-कुमाऊँ जिसकी दो बाँहेँ।
 महान हिमालय जिसका मस्तक है,
ममता का सागर है नैनी,
रानीखेत जिसका चंचलपन,
रामगंगा है जिसकी वेणी,
गंगोत्री-यमुनोत्री जिसके कर्णपट,
उन्नत नासिका जिसकी है नंदा,
बिन्सर-नीलकंठ जैसे दो पलकेँ,
देवप्रयाग माथे पर चंदा।
 त्र्रिषिकेश पूजा की थाली,
मंसूरी-नैन ीताल मुख की लाली,
अल्मोड़ा-पौड़ी जिसकी साँसेँ हैँ,
हल्दवानी जिसकी है खुशहाली।
 नयनाभिराम स्थल कसौनी,
द्रोणनगरी बिद्या का मंदिर,
मुस्कान है फूलोँ की घाटी,
स्वाभाव उत्तरकाशी सा सुन्दर,
पिथोरागढ सा ह्रदय निर्मल,
चमोली सी शालीनता जिसमेँ
 टिहरी सा अनोखापन,
शिवालिक सी कठोरता है जिसमैँ ।
 देशप्रेम मेँ रंगा हुआहै 
जिसका कण-कण कोना-कोना ।
 वही स्वर्ग सी सुन्दर धरती 
जिसका हर टुकड़ा है सोना
 प्रक्रति सिँगार करती है जिसकी,
भारत माँ का अँग अखण्ड।
 पर्वत श्रँखलाओँ से घिरा हुआ,
अद्यितीय अनुपम उत्तराखण्ड ।।
 ले0 यशपाल सिँह "बादल"

©Yashpal singh gusain badal' #yogaday गंगा-यमुना जिसका आँचल है,

बद्री-केदार जिसकी दो आँखेँ,
हर की पौड़ी सा निश्चछल मन,
गढवाल-कुमाऊँ जिसकी दो बाँहेँ।
 महान हिमालय जिसका म

Anamika Nautiyal

शिवालिक श्रेणियों से दूर देखने पर चोटियों में जमा हुआ है शिशिर का हिम उन चोटियों से आती ठंडी-ठंडी हवाएँ सुबह शाम सर्द कर देती हैं इतना कि

read more
         
शिवालिक श्रेणियों से दूर देखने पर 
चोटियों में जमा हुआ है शिशिर का हिम
उन चोटियों से आती 
ठंडी-ठंडी हवाएँ सुबह शाम सर्द कर देती हैं
इतना कि

अशेष_शून्य

तुम्हारे जाते ही मन के किवाड़ बंद कर लिए मैंने! जो नम स्मृतियों की जंजीरों से जकड़ी हुई है आजतक। कैद हैं वहां

read more
~©Anjali Rai  तुम्हारे जाते ही 
मन के किवाड़ 
बंद कर लिए मैंने!
जो
नम स्मृतियों की जंजीरों
से जकड़ी हुई है आजतक।

कैद हैं वहां

अशेष_शून्य

"किसी प्रेमिका के माथे पर उसके प्रेमी के अधरों का प्रथम स्पर्श इस सृष्टि का सबसे सुंदर महाकाव्य है ।।" ठीक वैसे ही ; जैसे तुम्हारे स्मरण

read more
"प्रेम एक ऐसी प्रतिध्वनि है 
जिसका तारतम्य अनंत के अंत तक जाकर भी लौट आता है।"
~© Anjali Rai
(शेष अनुशीर्षक में) "किसी प्रेमिका के माथे पर 
उसके प्रेमी के अधरों का
प्रथम स्पर्श 
इस सृष्टि का 
सबसे सुंदर महाकाव्य है ।।"

ठीक वैसे ही ;
जैसे तुम्हारे स्मरण

अशेष_शून्य

"स्मृतियां" चिटियों के उस झुंड सी होती हैं जो अतीत से एक कतार में चलकर आती हैं और देखते ही देखते पूरे वर्तमान को घेर लेती चूसने लगती हैं

read more
~© Anjali Rai "स्मृतियां" चिटियों 
के उस झुंड सी होती हैं
जो अतीत से एक कतार में
चलकर आती हैं
और देखते ही देखते
पूरे वर्तमान को घेर लेती

चूसने लगती हैं
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile